पंजाब के जालंधर में कई इमारतों की छतों पर झंडे लहराने के एक वीडियो को सोशल मीडिया में पाकिस्तानी झंडे लहराने के दावे से साझा किया गया। वीडियो में एक व्यक्ति को “छोटा पाकिस्तान” कहते हुए सुना जा सकता है। ट्विटर हैंडल @noconversion ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है, “पाकिस्तानी झंडे….पंजाब के जालंधर में, यह इलाका विजय कॉलोनी ईसाई मिशनरियों से प्रभावित है।” (अनुवाद) इस ट्वीट को अब तक करीब 1400 बार रिट्वीट किया जा चूका है।
Pakistani flags … in Jalandhar Punjab , this area Vijay Colony is infested with Christian Missionaries @AmitShah @SureshChavhanke @rohitsardaana @ZeeNews @aajtak @amitmalviya pic.twitter.com/GMqn4owAN5
— No Conversion (@noconversion) November 6, 2019
फेसबुक पर अन्य कुछ उपयोगकर्ताओं ने इस वीडियो को समान दावे से पोस्ट किया है। यहाँ तक कि पाकिस्तान के समाचार चैनल ने भी यह दावा किया कि करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले भारत में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। पाकिस्तानी समाचार चैनल GNN ने ऐसा दावा किया था।
Pakistani flags hoisted in India’s Jalandhar for opening Kartarpur Corridor
جالندھر میں شہریوں نے گھروں اور عمارتوں پر پاکستانی پرچم لہرا دیے
Pakistani flags hoisted in India’s Jalandhar for opening Kartarpur Corridor
#Jalandhar #PakistaniFlag #Pakistan #India #KartarpurCorridor #SiasiKhabrain
Posted by Siasi Khabrain on Thursday, 7 November 2019
तथ्य जांच
गूगल पर कीवर्ड्स सर्च से हमें 4 नवंबर, 2019 को प्रकाशित दैनिक भास्कर का एक लेख मिला। इसके बारे में एक ट्विटर उपयोगकर्ता ने भी ध्यान दिलाया था। 4 नवंबर को पुलिस स्थानीय शिवसेना नेता के साथ जालंधर के विजय कॉलोनी पहुंची, जहां पर शिवसेना के नेता ने कथित तौर पर आरोप लगाया कि मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तानी झंडे लहराए है। लेख के मुताबिक, झंडो को स्थानीय लोगों द्वारा हटा दिया गया था, हालांकि बाद में विरोध प्रदर्शन भी किया गया। वहां के स्थानीय मुसलमान लोगों ने बताया कि ये पाकिस्तानी नहीं बल्कि “इस्लामिक धार्मिक झंडे” थे। इसके बाद, पुलिस ने अपनी ग़लतफहमी को माना और झंडों को फिर से लहराने के लिए कहा।
नीचे की गई तुलना में, दो झंडो के बीच का अंतर स्पष्ट दिखाई देता है। पाकिस्तान के राष्ट्रिय झंडे (दाएं) में, सफ़ेद रंग की सीधी पट्टी, हरे रंग के ऊपर अर्धचंद्र और तारे साफ तौर पर दिखाई देते है। दूसरी ओर, जालंधर (बाएं) में लहराए गए झंडे में दो पट्टे, एक नीले रंग की पृष्ठभूमि पर सफेद धब्बों के साथ और दूसरी सफेद रंग की पट्टी पर काले रंग की लाइन वाले दिखाई देते है। 10 नवंबर को पैगंबर हज़रत मुहम्मद की जयंती मनाने के लिए इलाके में इन झंडो को लहराया गया था।
पंजाब के जालंधर में इस्लामिक झंडे लहराने के वीडियो को इस झूठे दावे से साझा किया कि इलाके में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए है। पुलिस ने ग़लतफ़हमी की वजह से इन्हें हटा दिया था, हालांकि झंडों को बाद में वापस लहराया गया था।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.