ट्विटर और फे़सबुक पर एक 30-सेकंड का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स एक महिला पर चाकू से हमला कर रहा है. लोगों ने ‘लव जिहाद’ का ऐंगल देते हुए इसे शेयर किया और लिखा, “इस्माइल नाम के युवक ने अपने प्रपोजल ठुकराने के लिए एक हिंदू लड़की आशा पर दिन दहाड़े तलवार से हमला कर दिया. काफिर ही तो थी,वैसे भी पवित्र पुस्तक के हिसाब से काफिर एक जानवर से ज्यादा कुछ भी नही. हिन्दू मुस्लिम भाई व चारा जिन्दाबाद. आज रात का वीडियो अवश्य देखें.”
इसे यूज़र्स @AchAnkurArya और आकाश आरएसएस ने भी शेयर किया. दोनों पहले भी भ्रामक और ग़लत सूचनाएं शेयर कर चुके हैं. (पहला, दूसरा)
इस्माइल नाम के युवक ने अपने प्रपोजल ठुकराने के लिए एक हिंदू लड़की आशा पर दिन दहाड़े तलवार से हमला कर दिया।
काफिर ही तो थी,वैसे भी पवित्र पुस्तक के हिसाब से काफिर एक जानवर से ज्यादा कुछ भी नही।
हिन्दू मुस्लिम भाई व चारा जिन्दाबाद।
आज रात का वीडियो अवश्य देखें।
😣 pic.twitter.com/SMe11tXvZg— Ach. Ankur Arya (@AchAnkurArya) December 22, 2020
हरियाणा की निकिता के बाद अब आशा हुई लव जिहाद का शिकार कर्नाटक के हुबली का मामला pic.twitter.com/kV98jugRdB
— Akash RSS (@Satynistha) December 23, 2020
नीचे फे़सबुक का स्क्रीनशॉट है जिसे देखकर पता चलता है कि ये वीडियो इसी दावे के साथ बहुत सारे लोगों ने शेयर किया.
महिला और शख्स दोनों मुस्लिम समुदाय के
इस घटना के बारे में इंटरनेशनल बिज़नेस टाइम्स (IBT), द न्यूज़ मिनट(TNM), इंडिया टुडे और न्यूज़ कर्नाटका समेत कई आउटलेट्स ने रिपोर्ट की है. इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटना कर्नाटक के धारवाड़ ज़िले में हुबल्ली की है. IBT के मुताबिक, वीडियो में दिख रहे दोनों लोगों का नाम, इस्माइल के कुकुरा और आशा अगसर हैं.
जांच अधिकारी एसके होलेयान्नावर ने द न्यूज़ मिनट को बताया, “ये महिला अब किसी और के साथ रिलेशनशिप में है और इसी वजह से उसे (इस्माइल को) गुस्सा आया.”
ऑल्ट न्यूज़ ने भी एसके होलेयान्नावर से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया, “इस व्यक्ति को हत्या की कोशिश के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है. ये दोनों ही मुस्लिम समुदाय के हैं.”
उन्होंने आगे कहा कि आशा आमतौर पर हिन्दुओं का नाम होता है, लेकिन हुबल्ली के पास के गांवों में कुछ समुदाय इस नाम का प्रयोग करते हैं.
धारवाड़, हुबल्ली के पुलिस कमिश्नर लाभु राम ने भी इसकी पुष्टि की कि दोनों एक ही समुदाय के हैं.
IBT के अनुसार, आशा हुबल्ली की एक ज़ेवर की दुकान पर काम करती है. आशा के बॉस ने भी दोहराया कि वो मुस्लिम समुदाय से आती है. हुबल्ली के एक पत्रकार ने हमें सूचित किया कि आशा की हालत में काफ़ी सुधार है और उसे जनरल वॉर्ड में शिफ़्ट कर दिया गया है.
एक वीडियो जिसमें एक आदमी चाकू से एक महिला पर वार कर रहा है, ‘लव जिहाद’ के दावे के साथ शेयर किया गया. साम्प्रदायिक ऐंगल का दावा ग़लत है, वीडियो में दिख रहे दोनों लोग एक ही समुदाय से आते हैं.
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