सोशल मीडिया पर रास्ते के किनारे गिरी पड़ी 2 महिलाओं का एक वीडियो वायरल है. ट्विटर यूज़र ‘सूर्य प्रताप सिंह आईएएस रिटायर्ड’ ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “कासगंज में गैंग रेप की पीड़िता व उसकी माँ जब थाने शिकायत लिखने गयी तो दोनों को गाड़ी से कुचल के मार दिया गया l#EndYogisRapeRaj” आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 2 लाख 33 हज़ार बार देखा और 4,600 बार रीट्वीट किया गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)

गुजरात के झगड़िया विधानसभा क्षेत्र से विधायक छोटूभाई वसावा ने सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट कोट ट्वीट किया है. (आर्काइव लिंक)

फ़ेसबुक यूज़र ‘रंगा बिल्ला’ ने ये वीडियो इसी दावे से पोस्ट किया है जिसे आर्टिकल लिखे जाने तक 6 लाख 56 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. फ़ेसबुक और ट्विटर पर और भी कई यूज़र्स ने ये वीडियो शेयर किया है.

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वीडियो वेरिफ़िकेशन

वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया. 17 जुलाई 2020 की इंडिया टीवी की वीडियो रिपोर्ट में इस घटना के बारे में बताया गया है. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के दृश्य भी दिख रहे हैं.

इंडिया टीवी के मुताबिक, ये घटना उत्तर-प्रदेश के कासगंज के अमापुर थाना क्षेत्र की है. कुछ लोगों ने 17 वर्षीय लड़की का सामूहिक बलात्कार कर उसे और उसकी मां को ट्रैक्टर से कुचल दिया था. इस हादसे में मां-बेटी दोनों की मौत हो गई थी. रिपोर्ट में बताया गया है कि यशवीर नाम का शख्स ये ट्रैक्टर चला रहा था और इसपर लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोप भी है. कासगंज के एसपी ने इंडिया टीवी से हुई बातचीत में बताया कि हत्या की ये घटना रात में हुई.

16 जुलाई की द इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, माँ-बेटी को ट्रैक्टर से कुचलने वाले 35 वर्षीय आरोपी को गिरफ़्तार किया गया था. इस मामले में आरोपी यशवीर और उसके छोटे भाई के खिलाफ़ शिकायत दर्ज की गई थी. द इंडियन एक्स्प्रेस की रिपोर्ट में कासगंज के एसपी के हवाले से बताया गया है कि ये 2 परिवारों की आपसी रंजिश का मामला था. वित्तीय झगड़े के कारण आरोपी लड़के के पिता की हत्या के मामले में पीड़िता के पिता को 2016 में जेल हो गई थी. इस घटना के 2 महीने बाद आरोपी व्यक्ति ने कथित रूप से पीड़िता (जिसकी उम्र उस वक़्त 13 वर्ष की थी) को अगवा कर लिया था. रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़िता को कुछ दिन बाद पुलिस ने बचा लिया था. अपने बयान में पीड़िता ने 3 व्यक्तियों पर साल 2016 में कथित रुप से बलात्कार करने का आरोप लगाया था.

इस घटना की ख़बर टाइम्स नाउ और एबीपी न्यूज़ ने भी दी थी. टाइम्स नाउ के मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, बलात्कार के आरोप में आरोपी को अक्टूबर 2016 में गिरफ़्तार किया गया था. लेकिन बाद में आरोपी को साल 2017 के आखिर में बेल मिल गई थी.

आगे, ट्विटर यूज़र सूर्य प्रताप सिंह के ट्वीट पर कासगंज पुलिस ने जवाब देते हुए बताया, “प्रकरण पुराना है जिसमे थाना अमापुर पर अभियोग संख्या 130/20 धारा 302,427 भादवि पंजीकृत कर स्थानीय पुलिस द्वारा नामजद अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेज कर आरोप पत्र माननीय न्यायालय प्रेषित किया जा चुका है ।”

इस घटना के बारे में ऑल्ट न्यूज़ से हुई बातचीत में कासगंज के एसपी ने बताया, “14 जुलाई 2020 की रात पीड़िता की हत्या कर दी गई थी. यशवीर पिछले 3 महीनों से जेल में है. डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में इस घटना की चार्जशीट फाइल की गई है. इस मामले में बलात्कार और हत्या, दोनों की कार्रवाई चल रही है.” जब हमने एसपी से पूछा कि क्या साल 2020 में पीड़िता ने कोई शिकायत दर्ज करवाई थी या नहीं, क्यूंकि अभी वायरल हो रहे इस वीडियो के साथ दावा है कि वो रेप की शिकायत लिखवाने थाने जा रही थी तभी ये घटना हुई, तो उन्होंने बताया, “पीड़िता के परिवार ने 2016 में सामूहिक बलात्कार की शिकायत दर्ज करवाई थी. लेकिन उन्होंने 2020 में कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई थी.”

इस तरह, सोशल मीडिया पर वीडियो के साथ किया जा रहा दावा सही है. लेकिन ये घटना हाल की नहीं बल्कि जुलाई 2020 की है. इस मामले में यशवीर को गिरफ़्तार कर लिया गया था. उसपर 2016 में पीड़िता के साथ बलात्कार करने और 2020 में उसकी हत्या करने का मुकदमा चल रहा है.

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About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.