4 मार्च को ज़ी न्यूज़ ने एक वीडियो रिपोर्ट में जानकारी दी कि एक ट्रक ड्राइवर जम्मू-कश्मीर के रामबन इलाके में हाईवे पर ट्रक रोककर इसके छत पर नमाज़ पढ़ने लगा. चैनल ने दावा किया कि इस तरह नमाज़ पढ़ने की वजह से ट्रैफ़िक जाम हो गया और ट्रक ड्राइवर इस बात से बिलकुल बेफिक्र नज़र आया. 

न्यूज़ सेगमेंट को होस्ट करने वाले एंकरों ने बार-बार ये वीडियो चलाया और कहा कि इस ट्रक के आगे कोई ट्रैफ़िक नहीं था, क्योंकि इस ट्रक चालक के आलावा, कोई भी वहां नमाज़ के लिए नहीं रुका और अन्य वाहनों का रास्ता नहीं रोका. उन्होंने ये भी कहा कि हालांकि ज़ी न्यूज़ ने इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है लेकिन सोशल मीडिया पर क्लिप देखने वाले सभी लोगों ने ट्रक चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.

फ़ैक्ट-चेक

क्लिप की सच्चाई जानने के लिए हमने की-वर्डस सर्च किया. हमें फ़ेसबुक पर 2 मार्च को इस मामले से संबंधित कई पोस्ट मिले. इनमें से एक वीडियो फ़ेसबुक यूज़र भट सजाद द्वारा शेयर किया गया था. साथ में लिखे कैप्शन में कहा गया है, “राष्ट्रीय राजमार्ग पर ट्रैफ़िक जाम के बीच एक ट्रक ड्राइवर रमज़ान 2025 के पहले दिन रामबन में अपने ट्रक के ऊपर ज़ुहर की नमाज़ अदा कर रहा है.”

इसी तरह का एक वीडियो नेशनल हाईवे अपडेट्स NH नामक फ़ेसबुक पेज पर पोस्ट किया गया था. कैप्शन में कहा गया है, “#माशाअल्लाह, ट्रैफ़िक जाम के दौरान नेशनल हाईवे पर ट्रक के ऊपर नमाज अदा कर रहा एक शख्स.”

हालांकि, जब हमने वीडियो की बारीकी से जांच की तो देखा कि जिस ट्रक पर बैठकर ड्राइवर नमाज़ पढ़ रहा था उस ट्रक के आगे भी ट्रैफ़िक जाम था.

नीचे वीडियो के स्क्रीनशॉट हैं जिसमें उस ट्रक के आगे खड़ी गाड़ियों की लाइन दिख रही है.

यानी, साफ तौर पर, ट्रैफ़िक जाम इसलिए नहीं हुआ क्योंकि ड्राइवर नमाज़ के लिए रुका था. बल्कि वो खुद ही भीड़भाड़ में फंस गया था. 

हमने 2 मार्च के आसपास रामबन क्षेत्र में ट्रैफ़िक अपडेट की जांच की जिससे हमें जम्मू-कश्मीर ट्रैफ़िक पुलिस के X हैंडल द्वारा शेयर की गई कई एडवाइजरी मिलीं. 27 फ़रवरी से प्रतिकूल मौसम की स्थिति और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात में कई व्यवधान देखे गए. 28 फ़रवरी को पुलिस ने बताया कि रामबन में एक सड़क का हिस्सा धंस गया है. इस एडवाइजरी से ये पता चलता है कि बहाली कार्य और यातायात के सिंगल-लेन मार्ग के कारण 1 से 3 मार्च के बीच वाहनों की आवाजाही कुछ हद तक निलंबित थी और यातायात को रोक दिया गया था.

हिंदुस्तान टाइम्स, ANI और कुछ स्थानीय न्यूज़ आउटलेट्स ने भी सड़क बंद होने और यातायात पर रिपोर्ट पब्लिश की थी.

ऑल्ट न्यूज़ को नेशनल हाईवे अपडेट्स नामक एक फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर इस घटना के और भी वीडियोज मिले. ये पेज नियमित तौर पर जम्मू-कश्मीर में ट्रैफ़िक अपडेट शेयर करता है.

इनमें से एक वीडियो में ज़ी न्यूज़ के दावे का भी जवाब है कि काइसे चैनल के एंकर सड़क के जिस खाली हिस्से का ज़िक्र कर रहे हैं, वो सड़क दरअसल, मरम्मत के लिए बंद कर दिया गया है.

#Zee_News_tak ya video pahunchne chahiye
Sach kya hai aur wo kya bol rahe hai #Traffic 🚦 jam kyu hota hai

Posted by National Highway updates on Monday 3 March 2025

एक न्यूज़ आउटलेट का काम उसके द्वारा शेयर की जा रही जानकारी की जांच और वेरिफ़िकेशन करना है क्योंकि मीडिया सूचना इकोसिस्टम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. अगर ये लापरवाही से वायरल कंटेंट को रिशेयर करने का सहारा लेता है, तो सिस्टम के ग़लत सूचना और नफ़रत के इको चैम्बर में बदलने का जोखिम है. ज़ी न्यूज़ ने पहले भी गैर-ज़िम्मेदाराना तरीके से ग़लत सूचनाएं शेयर की हैं. 

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कुल मिलाकर, ज़ी न्यूज़ ने बिना किसी वेरिफ़िकेशन के एक वायरल वीडियो शेयर किया जिससे निराधार सांप्रदायिक दावों को बढ़ावा मिल गया कि एक ट्रक चालक द्वारा नमाज़ पढ़ने के कारण बड़ा ट्रैफ़िक जाम हुआ. दरअसल, ख़राब मौसम और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया था, जिससे ट्रैफ़िक जाम हो गया.

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