6-7 मई 2025 की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत पाकिस्तान और PoK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक किया गया. इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष तेज़ी से बढ़ता जा रहा है और दोनों ओर से हमले की खबरें आ रही हैं.

इसी संदर्भ में ज़ी न्यूज़ ने अपनी रिपोर्ट में भारतीय सेना द्वारा पकड़े गए पाकिस्तानी पायलट की तस्वीर बताते हुए खबर चलाई. (आर्काइव लिंक)

ज़ी राजस्थान न्यूज़ ने भी अपने न्यूज़ रिपोर्ट में ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)

INKHBAR न्यूज़ की एक रिपोर्ट में भी इस तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है. (आर्काइव लिंक)

जबलपुर, पनागर विधानसभा के भाजपा विधायक सुशील कुमार तिवारी उर्फ़ इंदु भैया, हिंदुस्तान टाइम्स के लेखक पत्रकार अभिषेक अस्थाना ने अपने X-हैंडल @GabbbarSingh पर और भाजपा समर्थक जितेंद्र प्रताप सिंह ने इस तस्वीर शेयर करते हुए ऐसा ही दावा किया. हालांकि @GabbbarSingh ने बाद में पोस्ट डिलीट कर दिया. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2) इसके अलावा X-हैंडल @IndiaWarMonitor ने भी ये तस्वीर शेयर की. (आर्काइव लिंक-1, लिंक-2)

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राइट विंग इंफ्लुएंसर आलोक तिवारी ने ज़ी न्यूज़ को साभार देते हुए एक पोस्ट में यही दावा किया कि ये पकड़े गए पाकिस्तानी पायलट की पहली तस्वीर है. बाद में उन्होंने इसे डिलीट कर दिया. (आर्काइव लिंक)

करीब 16 लाख से ज़्यादा सब्सक्राइबर वाले ‘देखो देखो‘ नाम के यूट्यूब चैनल ने भी अपने वीडियो में वायरल तस्वीर को चलाते हुए ऐसा ही दावा किया.

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने कथित तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया. 12 दिसंबर, 2016 को gettyimage की वेबसाइट पर इसे अपलोड किया गया था. जानकारी के मुताबिक, AFP के पत्रकार इलियास अकेनगिन ने ये तस्वीर खींची थी. 12 दिसंबर, 2016 को दुर्घटनाग्रस्त एक तुर्की F16 लड़ाकू विमान के पास तुर्की के सैन्यकर्मी ने पायलट को विमान से सुरक्षित बाहर निकाला. ये तस्वीर उसी दौरान की है

Postimees समाचार एजेंसी के अनुसार, दक्षिण-पूर्वी शहर दिआबाकिर से प्रशिक्षण उड़ान भरने वाला एफ-16 लड़ाकू विमान उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस दुर्घटना का कारण अज्ञात बताया गया है.

यानी, ये तस्वीर करीब 9 साल पुरानी है. तुर्की में प्रशिक्षण के दौरान उड़ान भरने वाला एफ-16 लड़ाकू विमान के दुर्घटना के बाद की तस्वीर को भारतीय मीडिया संगठनों द्वारा बिना जांच किए खबर चलाने की वजह से ये तस्वीर वायरल हो गई. इसके अलावा सरकार या देश की सुरक्षा संस्थाओं की तरफ से अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है.

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