सोशल मीडिया पर वायरल एक तस्वीर जिसमें एक व्यक्ति पुलिस की उपस्थिति में एक वृद्ध व्यक्ति की दाढ़ी खींच रहा है। इस तस्वीर के साथ किए गए दावे के मुताबिक, एक भाजपा सदस्य मुस्लिम व्यक्ति को परेशान कर रहा है। शफ़ीक़ भाई नामक फेसबुक उपयोगकर्ता ने इस साल अप्रैल में इस तस्वीर को साझा किया था, तस्वीर में ही एक संदेश लिखा गया है कि –“ये पुलिस वाला नहीं बीजेपी का कुत्ता है”। इस तस्वीर को एक अन्य संदेश, 3 दिन के अंदर ये हाथ जोड़ता हुआ नज़र आएगा अगर अच्छे से वायरल हुआ, तो अगर मुसलमान हो और नबी की सुन्नत से प्यार करते हो तो सभी ग्रुप में शेयर करो”। इस पोस्ट को करीब 10,000 बार शेयर किया गया है।
A police wala nahi BJP ka kutta hai.
Posted by Shafeeq Bhai on Monday, 15 April 2019
इस तस्वीर को 2018 से साझा किया जा रहा है।
3 din ka andaar ya haat jodta hua nazar ayenga agar acche sa viral hua toh agar musalman ho aur nabi ki sunnat sa pyaar krte ho to sabi groups ma share karo#India #Pakistan #Muslims pic.twitter.com/hWUFnBXejp
— 𝕱𝖆𝖎𝖟𝖆𝖓 𝖅 𝕭𝖍𝖆𝖙 فیضان ظہور بھٹ۔ (@FZBtweets) November 24, 2018
हमें ऑल्ट न्यूज़ ऐप पर इस तस्वीर की सच्चाई जानने के लिए अनुरोध किया गया है, जिससे मालूम होता है कि यह तस्वीर व्हाट्सएप पर भी प्रसारित है।
तथ्य जांच
गूगल पर इस तस्वीर की रिवर्स इमेज सर्च करने से, ऑल्ट न्यूज़ को कई ब्लॉग पोस्ट मिले, जिसमें इस तस्वीर को प्रकाशित किया गया था। इंसानिटी फॉर ह्यूमैनिटी ने 2013 के अपने ब्लॉग में इस तस्वीर को इस शीर्षक से प्रकाशित किया था, “बांग्लादेश में पुलिस की उपस्थिति में विपक्षी ठगों द्वारा वृद्ध इस्लामवादियों पर अत्याचार,#Paltan #Dhaka [13 फरवरी, 13]-(अनुवाद)”। ब्लॉग में इस घटना की कुछ अन्य तस्वीरें भी है।
एक अन्य ब्लॉग तालुकदार साहेब के लेख ने भी इसी तस्वीर को एक कैप्शन के साथ प्रकाशित किया गया है –“सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्त्ता ने पुलिस की उपस्तिथि में कथित तौर पर एक वृद्ध मुस्लिम प्रदर्शनकर्ता की दाढ़ी खींच ली क्योंकि वह प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस को कार्यवाही करने में मदद कर रहा था, पुलिस के इस आक्रामक रवैये से रिपोर्टर और पत्रकारों के बीच घबराहट का माहौल है”-(अनुवाद)। इस लेख को बांग्लादेश के कई अख़बार – न्याया दिगंता, अमर देश और डेली स्टार का हवाला देते हुए इस घटना को रिपोर्ट किया था। दैनिक न्याया दिगंता ने अपने फेसबुक पेज पर भी इस घटना के बारे में लिखा है।
বৃদ্ধের দাড়ি ধরে টানা সেই ছাত্রলীগ ক্যাডারও লগি-বৈঠার খুনি
মোফাচ্ছেরে কোরআন ও আলেমদের ডাকা কর্মসূচিতে সশস্ত্র…
Posted by Daily Naya Diganta on Monday, 25 February 2013
14 फरवरी, 2013 को बंगाली वेबसाइट somewhereinblog.net में प्रकाशित हुआ एक लेख, जिसमें इस घटना के बारे में जानकारी दी गई है। इस लेख में कहा गया है कि प्रदर्शन के दौरान, बांग्लादेश छात्र लीग के समर्थकों ने बांग्लादेश के ढाका के मोतीझील क्षेत्र में पुलिस के सामने एक बुज़ुर्ग मुस्लिम व्यक्ति को प्रताड़ित किया। इस लेख में यह भी बताया है कि यह तस्वीर कई बंगलादेशी समाचारपत्रों ने प्रकशित किया था।
इस तस्वीर की इंडिया टुडे ने भी तथ्य-जांच की है।
निष्कर्ष के तौर पर, 2013 के बांगलादेश की एक तस्वीर को सोशल मीडिया में, भारत में बीजेपी सदस्य द्वारा एक मुस्लिम वृद्ध को प्रताड़ित करने के दावे से साझा किया गया।
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