एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें वर्दी में दिख रहे कुछ जवान एक बच्चे को पकड़कर ले जा रहे हैं. वीडियो में एक व्यक्ति इसका विरोध करता है तो सिक्योरिटी फोर्स उसके साथ धक्का-मुक्की करते हैं और उसे भी पकड़कर ले जाने लगते है.
Ragged Trousered Philanderer नाम के एक यूज़र ने ये वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “कल्पना कीजिए कि एक फ़िलीस्तीनी पिता होने के नाते आप कितना असहाय और अपमानित महसूस करेंगे जब दुश्मन इज़रायली सैनिक आपके बच्चों का अपहरण करते और भगवान जाने उस बच्चे को कहां पीटा जाएगा, प्रताड़ित किया जाएगा, यौन उत्पीड़न किया जाएगा और महीनों या वर्षों तक हिरासत में रखा जाएगा” (आर्काइव लिंक)
Imagine just how helpless and humiliated you’d feel to be a Palestinian father watching armed enemy Israeli soldiers abduct your children and take them off to god knows where to be beaten, tortured, sexually assaulted and detained for months or years?pic.twitter.com/sF0iKTAPzc
— Ragged Trousered Philanderer (@RaggedTP) November 1, 2023
आरजे सायमा ने इस ट्वीट को कोट करते हुए लिखा कि ये हृदय विदारक है, ये अकल्पनीय परिमाण की क्रूरता है. गाज़ा में रक्तपात बंद करें. (आर्काइव लिंक)
अल-मुसावी अहमद नाम के एक यूज़र ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए अरबी भाषा में ऐसा ही दावा किया. (आर्काइव लिंक)
ये वीडियो सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने शेयर किया है.
पुराना वीडियो
ऑल्ट न्यूज़ ने वायरल वीडियो के एक फ़्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें इस वीडियो से जुड़ा 18 नवंबर 2015 का RT (पूर्व में रशिया टुडे) का आर्टिकल मिला. इसमें वायरल वीडियो भी मौजूद है. इस रिपोर्ट में एक लोकल ऐक्टिविस्ट ग्रुप पॉपुलर स्ट्रगल को-ऑर्डिनेशन कमेटी के हवाले से बताया गया है कि इज़रायली फ़ोर्स ने कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में ऐडा फ़िलिस्तीनी रिफ़्यूजी कैंप में एक 6 वर्षीय लड़के और एक एक्टिविस्ट को हिरासत में ले लिया. इस रिपोर्ट में 6 वर्षीय लड़के की पहचान अब्दुल्ला लुत्फी यूसुफ के रूप में की गई है.
पॉपुलर स्ट्रगल कोऑर्डिनेशन कमेटी ने फ़ेसबुक पर 17 नवंबर 2015 को ये वीडियो पोस्ट किया था. वीडियो में इज़राइली फोर्स जिस शख्स के साथ धक्का-मुक्की करते हैं और बाद में उन्हें पकड़ लेते हैं, वो पॉपुलर स्ट्रगल कोऑर्डिनेशन कमेटी के ऐक्टिविस्ट मुंथर अमीरा हैं.
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि कथित तौर पर रिफ़्यूजी कैंप के लोगों ने छह वर्षीय अब्दुल्ला लुत्फी यूसुफ को रिहा कराने का प्रयास किया, लेकिन इज़रायली सेना ने कहा कि इस लड़के ने एक इज़राइली सैनिक पर हमला करने की कोशिश की थी. बाद में इज़रायली फोर्स ने अब्दुल्ला लुत्फी यूसुफ को कई घंटे हिरासत में रखने के बाद छोड़ दिया था. हालांकि, ऐक्टिविस्ट मुंथर अमीरा को अज्ञात स्थान पर हिरासत में रखा गया था.
कुल मिलाकर, कई यूज़र्स ने इज़राइली फ़ोर्स द्वारा फिलिस्तीनी रिफ़्यूजी कैंप से 6 वर्षीय लड़के को हिरासत में लेने का 8 साल पुराना वीडियो हाल में इज़राइल और फ़िलिस्तीन के बीच चल रहे संघर्ष के बीच बिना किसी संदर्भ के शेयर किया.
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