राजस्थान के निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की उपस्थिति में कुछ लोगों ने जयपुर के आमागढ़ किला पर लगा भगवा झंडा उतार दिया. इसकी खूब आलोचना हुई. हिंदूवादी संगठनों ने भी रामकेश मीणा के खिलाफ़ विरोध किया. रामकेश मीणा के खिलाफ़ स्थानीय लोगों ने FIR भी दर्ज करवाई. इस आलोचना के बाद रामकेश मीणा ने कहा, “ये किला मीणा समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक स्मारक है. कुछ गैर सामाजिक लोगों ने इसके साथ छेड़छाड़ की कोशिश की. ये बात स्थानीय लोगों को मंज़ूर नहीं थी.” रामकेश मीणा ने चैनल को बयान दिया जिसका वीडियो उन्होंने ट्वीट भी किया. वीडियो में कुछ लोगों को भगवा झंडा उतारते हुए देखा जा सकता है.
इस दौरान, फ़ेसबुक और ट्विटर पर एक वीडियो वायरल है. वीडियो में भीड़ सफ़ेद कपड़े पहने एक व्यक्ति की पिटाई करती हुई दिखती है. इसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि भगवा झंडा उतारने पर विधायक रामकेश मीणा की लोगों ने पिटाई की. फ़ेसबुक पेज ‘श्री बजरंग सेना’ ने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “राजस्थान में हिन्दू धर्म के पवित्र झण्डा #भगवा_ध्वज को फाङवाने वाले रामकेश मीणा विधायक को हिन्दुओ ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा”. आर्टिकल लिखे जाने तक इस वीडियो को 1 लाख 11 हज़ार बार देखा जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
फ़ेसबुक यूज़र देवेश तिवारी ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया. (फ़ेसबुक पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न)
राजस्थान में भगवा ध्वज उतारने वाले रामकेश मीणा विधायक को भगवाप्रेमियों ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा .. 😂 😂 😂 😂
Posted by Devesh Tiwari on Saturday, 24 July 2021
फ़ेसबुक यूज़र सुबोध शर्मा ने भी ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है. (आर्काइव लिंक)
भगवा ध्वज उतारने वाले रामकेश मीणा विधायक को हिन्दुओ ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा…
राजस्थान में भगवा झंडा उतारने वाले कांग्रेसी विधायक और उसके
सहयोगियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया।
हिंदू भाई जाग रहे हैंPosted by Subodh Sharma on Saturday, 24 July 2021
फ़ैक्ट-चेक
यूट्यूब पर की-वर्ड्स सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ को ये वीडियो 10 अप्रैल 2018 को अपलोड किया हुआ मिला. टाइटल के मुताबिक, “पूर्व विधायक रामकेश मीना को गंगापुर सिटी में दौड़ा दौड़ाकर पीटा”.
टाइम फ़िल्टर के साथ की-वर्ड्स सर्च करने पर हमें 7 अप्रैल 2018 की न्यूज़18 की रिपोर्ट मिली. आर्टिकल में बताया गया कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान माधोपुर ज़िले के गंगापुर सिटी कस्बे में उपद्रवियों ने पूर्व विधायक रामकेश मीणा की पिटाई की थी. दरअसल एससी एसटी अधिनियम में हुए बदलाव के विरोध में पूर्व संसदीय सचिव रामकेश मीणा 30 मार्च से उपखण्ड कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठे थे. 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान निकाली गयी रैली का उन्होंने नेतृत्व भी किया था. इस रैली में हालात बिगड़ने पर कई जगह आगजनी और पत्थरबाज़ी की घटनाएं भी हुई थीं. आगे, रिपोर्ट में बताया गया है कि रामकेश मीणा उपद्रवियों को समझाने के लिए पहुंचे थे. लेकिन लोगों ने उनकी नहीं सुनी और गुस्साई भीड़ ने रामकेश मीणा पर ही हमला कर दिया. इस दौरान, उनके कपड़े फाड़े गए और उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा भी गया. इस घटना का वीडियो तब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
2018 में ये वीडियो मतदाताओं द्वारा भाजपा विधायक की पिटाई करने के दावे से शेयर किया गया था. उस वक़्त इंडिया टुडे ने इस दावे का फ़ैक्ट-चेक किया था.
यानी, गुस्साई भीड़ को शांत करवाने पहुंचे रामकेश मीणा पर ही भीड़ द्वारा हमला करने का वीडियो सोशल मीडिया पर हाल का बताते हुए शेयर किया गया. इस वीडियो के साथ झूठा दावा किया गया कि राजस्थान में भगवा झंडा हटाने पर भीड़ ने रामकेश मीणा की पिटाई की.
अखिलेश यादव के नाम का फ़र्ज़ी ट्वीट – नहीं कही राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बनाने की बात :
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