एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एक शख़्स का सिर मुंडवा दिया और उसके साथ मारपीट की. कुछ दिन पहले ही शिवसेना कार्यकर्ताओं ने एक पूर्व नौसैनिक के साथ मारपीट की थी. उस घटना के बाद अब ये वीडियो वायरल हो रहा है.

वीडियो को जिस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है वो कुछ यूं है – ” क्या अब लगता हे आपको की महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार गुंडों की सरकार बन गयी है ? क़ानून का मज़ाक़ बना कर रख दिया.”

ट्विटर यूज़र @abbas_nighat ने इसी कैप्शन के साथ 14 सितम्बर को ये वीडियो शेयर किया. इसे 17,000 से ज़्यादा बार रीट्वीट और 8 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है. (आर्काइव लिंक)

इसी तरह फ़ेसबुक पेज ‘अच्छे दिन’ ने भी 14 सितम्बर को ये वीडियो शेयर किया जिसे 20 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. (आर्काइव लिंक)

ये वीडियो फ़ेसबुक और ट्विटर पर काफ़ी वायरल है.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने यूट्यूब पर एक कीवर्ड सर्च किया और पाया कि ये घटना सच है लेकिन पिछले साल की है. इस वीडियो को NDTV, HW न्यूज़ इंग्लिश, मुंबई लाइव और रिपब्लिक टीवी जैसे कई मीडिया आउटलेट्स ने चलाया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये घटना दिसम्बर 2019 की है और जिस व्यक्ति के साथ मारपीट हुई उनका नाम हीरामणि तिवारी है.

द हिन्दू के अनुसार शिवसेना नेता समाधान जुगदार और 2 अन्य लोगों के खिलाफ़ वडाला टीटी पुलिस थाने में इंडियन पीनल कोड के तहत गैर-कानूनी ढंग से इकठ्ठा होने, दंगा, मारपीट, जानबूझ कर शांति भंग करने के इरादे से बेइज्ज़ती करने और धमकी देने के लिए मामला दर्ज किया गया था.

रिपब्लिक टीवी को इंटरव्यू देते हुए हीरामणि तिवारी ने बताया कि उन्होंने उद्धव ठाकरे की आलोचना करते समय उन्हें टकला बोल दिया था. क्यूंकि जामिया कैंपस में पुलिस की कार्रवाई की तुलना ठाकरे ने जलियांवाला बाग़ हत्याकांड से की थी. उनके इस पोस्ट के बाद कुछ शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उनसे पोस्ट डिलीट करने को कहा. ये कार्यकर्ता हीरामणि के दोस्त थे. हीरामणि के पोस्ट डिलीट किये जाने के बावजूद अगले दिन शिवसेना के लगभग 25 सदस्यों ने उनपर हमला किया. हीरामणि तिवारी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस आई और दोषियों को गिरफ़्तार कर लिया. लेकिन इसके बाद हीरामणि से दूसरे पक्ष के साथ समझौता करने के लिए कहा गया.

महाराष्ट्र मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे ने 24 दिसम्बर, 2019 को ट्वीट किया था – “कानून और व्यवस्था पुलिस का मामला है और इसे किसी को भी अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.”

वीडियो में हम देख सकते हैं कि शिवसेना सदस्य एक शख़्स के साथ मारपीट कर रहे हैं. मारपीट की वजह उसका सोशल मीडिया पोस्ट है. ये घटना 22 दिसम्बर 2019 की है. और इसे ऐसे शेयर किया जा रहा है जैसे ये हाल में ही घटी हो.

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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.