हाल ही में संसद द्वारा पारित किए गए नए कृषि बिलों से नाखुश किसान देशभर में सरकार के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी के चलते जारी हुए लॉकडाउन के कारण पहले से ही किसानों की हालत गंभीर बनी हुई थी. इस सब के बीच सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें और वीडियोज़ किसान प्रदर्शन के बताकर शेयर हुए. फ़ेसबुक पर इंडियन यूथ कांग्रेस, राजस्थान से जुड़े सियाराम गुर्जर ने 23 सितंबर को एक वीडियो शेयर किया. इस वीडियो में कई सारे लोग सड़क पर चलते हुए दिख रहे हैं. पोस्ट के मुताबिक – “पानीपत में उमड़ा किसानों का ये सैलाब बता रहा है, भाजपा के अंतिम विसर्जन का समय आ चुका है.. कुछ ही समय मे हम दिल्ली की ओर कूच करेंगे, जितना जोर है सरकार लगा ले, हम रुकेंगे नही..” बता दें कि पानीपत में किसानों ने रैली निकालकर दिल्ली की ओर कूच करना शुरू कर दिया था. आर्टिकल लिखे जाने तक ये वीडियो 1 लाख 85 हज़ार बार देखा जा चुका है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
Posted by SiyaRam Gurjar on Wednesday, 23 September 2020
ट्विटर पर भी ये वीडियो पानीपत, हरियाणा का बताकर शेयर किया गया. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
हरियाणा के पानीपत में उमड़ा किसानों का ये सैलाब बता रहा है, कि भाजपा के अंतिम विसर्जन का समय आ चुका है !!#भाजपा_हटाओ_किसान_बचाओ #IStandWithIndianFarmers pic.twitter.com/w8DiWHlnm9
— Ashish Narula (@Aapka_Ashish) September 25, 2020
दिल्ली में नए किसान बिल के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों का बताकर एक और वीडियो शेयर किया गया. फ़ेसबुक पेज ‘Tetsip’ ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया (पोस्ट का आर्काइव लिंक). ये वीडियो एक और फ़ेसबुक पेज ने भी शेयर किया है.
Farmers marching in #delhi #barakhamba road yesterday In Protest Against New Farm Bills
Posted by Tetsip on Thursday, 24 September 2020
हरियाणा के पानीपत में हो रहे किसान प्रदर्शन की बताकर कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की गई हैं. दिल्ली के राजपथ में किसानों के इकठ्ठा होने के दावे से एक और तस्वीर शेयर की गई है. इसके अलावा, ब्रिज से गुज़रते जुलुस की एक और तस्वीर ‘#standwithfarmerschallenge’ हैशटैग के साथ शेयर हो रही है.
फ़ैक्ट-चेक
किसान प्रदर्शन की आड़ में कुछ पुराने वीडियोज़ और तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर किये जा रहे हैं. इस आर्टिकल में हम ऐसे 2 वीडियो और 4 तस्वीरों की असलियत एक-एक कर के बतायेंगे.
वीडियो 1
वीडियो के फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने पर 21 फ़रवरी 2019 की CPI (M) के ट्वीट में ये वीडियो शेयर किया हुआ मिला. ट्वीट के मुताबिक, किसानों ने नासिक से मुंबई तक की पैदलयात्रा निकाली थी. ज़ी न्यूज़ के एक आर्टिकल में भी किसानों की इस पदयात्रा की खबर शेयर की गई थी.
#KisanLongMarch is on its way leaving Nashik towards Mumbai despite refusal of permission by police. #KisanMarchesAgain #BJPBetraysKisans pic.twitter.com/cFUH6lLh9V
— CPI (M) (@cpimspeak) February 21, 2019
वीडियो 2
वीडियो फ़्रेम्स को रिवर्स इमेज सर्च करने से 30 नवंबर 2018 का ANI का एक ट्वीट मिला. ANI ने ये वीडियो नवंबर 2018 में दिल्ली में हुए किसानों के विरोध प्रदर्शन का बताकर ट्वीट किया था. ट्वीट के मुताबिक, पूरे देशभर के किसान राजधानी दिल्ली में क़र्ज़माफ़ी, बेहतर MSP और अन्य कुछ मांगों के साथ प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे. ये वीडियो दिल्ली की बाराखंभा रोड का बताया गया है. फ़ेसबुक पर Left नाम के एक पेज ने भी ये वीडियो 30 नवंबर 2018 को दिल्ली का बताते हुए पोस्ट किया था.
Delhi: Farmers from all across the nation hold protest for the second day over their demands of debt relief, better MSP for crops, among others; latest #visuals from near Barakhamba Road. pic.twitter.com/Po5aGAhuSk
— ANI (@ANI) November 30, 2018
तस्वीर 1
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ये तस्वीर 5 सितंबर 2017 के एक फ़ेसबुक पोस्ट में मिली. CPI (M) ने भी 5 सितंबर 2017 को ये तस्वीर राजस्थान की बताते हुए ट्वीट की थी. इसके अलावा, 11 सितंबर 2017 के सबरंग इंडिया के एक आर्टिकल में ये तस्वीर शेयर करते हुए बताया गया कि राजस्थान के किसानों ने क़र्ज़माफ़ी और पेंशन योजना की मांग करते हुए ये रैली निकाली थी.
तस्वीर 2
रिवर्स इमेज सर्च करने पर 12 सितंबर 2018 का इंडियन एक्स्प्रेस का एक आर्टिकल मिला. इस आर्टिकल में मार्च 2018 में किसानों की पदयात्रा की कुछ तस्वीरें शेयर की गई थी. आर्टिकल के मुताबिक, 40 हज़ार के करीब किसानों ने नासिक से मुंबई के आज़ाद मैदान तक एक पैदल रैली निकाली थी. ये रैली अखिल भारतीय किसान सभा ने आयोजित की थी. इस यात्रा के दौरान किसान 6 दिन का सफ़र तय कर मुंबई पहुंचे थे. आर्टिकल में शामिल तस्वीर और वायरल तस्वीर एक ही घटना की है, ये बात नीचे दिखाए गए कम्पेरिज़न से साफ़ हो जाती है.
तस्वीर 3
रिवर्स इमेज सर्च करने पर ये तस्वीर 29 नवंबर 2018 के द न्यूज़ बांग्ला के एक आर्टिकल में मिली. आर्टिकल के मुताबिक, पश्चिम बंगाल में किसानों ने ये जुलूस निकाला था. ये जुलूस सिंगूर से निकाला गया था. 52 किलोमीटर का सफ़र तय कर ये जुलूस कोलकाता के राजभवन मजाकर खतम हुआ था. एक ट्विटर यूज़र ने 30 नवंबर 2018 को इस जुलूस की और भी कुछ तस्वीरें शेयर की थीं.
तस्वीर 4
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें मालूम चला कि हाल ही में दिल्ली के राजपथ पर किसानों के इकट्ठा होने के दावे से शेयर हुई ये तस्वीर दरअसल दिसम्बर 2018 की है. 30 नवंबर 2018 के न्यूज़ क्लिक के आर्टिकल में ये तस्वीर दिल्ली की बताकर शेयर की गई थी. इसके अलावा, 1 दिसम्बर 2018 के सबरंग इंडिया के आर्टिकल के मुताबिक, ये तस्वीर किसान और आदिवासियों द्वारा रामलीला मैदान से संसद तक निलाली गई रैली की है. इन लोगों ने आनेवाले लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ़ ये 29-30 नवंबर को रैली निकाली थी.
कुल मिलाकर, किसान प्रदर्शन की पुरानी तस्वीरें और वीडियोज़ हाल के किसान प्रदर्शन से जोड़कर शेयर किये जा रहे हैं. पहले भी सोशल मीडिया पर पुरानी तस्वीरें और वीडियोज़ हाल के किसान प्रदर्शन के बताकर शेयर किये गए थे.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.