रिया चक्रवर्ती के बाद मीडिया का सारा ध्यान अब दीपिका पादुकोण पर है. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मुद्दा अब ड्रग्स का बन चुका है. इसी मामले में दीपिका का एक व्हाट्सऐप चैट भी मीडिया में लीक हुआ और कहा गया कि इसमें ड्रग्स मंगवाने की बात चल रही है. नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने दीपिका को समन भेजा और शनिवार को उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया. इसके बाद ही रिपब्लिक भारत ने ‘एक्सक्लूज़िव रिपोर्ट‘ पब्लिश करते हुए दावा किया कि दीपिका के पति रणवीर सिंह ने NCB से इजाज़त मांगी है कि उन्हें भी पूछताछ के वक़्त दीपिका के साथ रहने दिया जाये. रिपोर्ट के मुताबिक़ ऐसा उन्होंने दीपिका की एंग्ज़ायटी की दिक्कतों की वजह से कहा.
रिपब्लिक ने अपनी रिपोर्ट में कहा, “सूत्रों ने बताया है, रणवीर ने NCB को एप्लीकेशन लिखते हुए कहा है कि दीपिका को एंग्ज़ायटी की शिकायत है और उन्हें अक्सर पैनिक अटैक्स आते हैं. इसलिए उन्हें दीपिका के साथ रहने की अनुमति दी जाये. सूत्रों ने पुष्टि की है, रणवीर ने कहा कि वे कानून का पालन करने वाले नागरिक हैं और उन्हें पता है कि वो दीपिका पादुकोण के साथ पूछताछ के समय उपस्थित नहीं रह सकते लेकिन अनुरोध किया है कि उन्हें NCB के ऑफ़िस के अंदर रहने दिया जाये.” इसी न्यूज़ पर किया गया ट्वीट इस आउटलेट ने बाद में डिलीट कर दिया.
इस चैनल से जुड़े अन्य मीडिया आउटलेट्स ने भी दावा किया कि रणवीर ने NCB से अपनी पत्नी की ऐंग्जायटी प्रॉब्लम के कारण उनके साथ रहने की इजाज़त मांगी है. इसके अलावा ABP न्यूज़, हिंदुस्तान टाइम्स और DNA ने भी ये दावा किया.
बॉलीवुड रिपोर्टिंग वेबसाइट पिंकविला और राइट-विंग प्रोपगेंडा वेबसाइट ऑपइंडिया ने भी इसपर स्टोरी पब्लिश की.
इस न्यूज़ के बाद ही कई लोग मिसोजिनिस्टिक टिप्पणियां (औरतों के प्रति ग़लत और नफ़रत भरी बातें) करने लगे और एक ‘स्वतंत्र महिला’ को अपने पति की ज़रूरत पड़ने को लेकर मज़ाक उड़ने लगे.
मीडिया ने दी ग़लत जानकारी
रिपब्लिक की रिपोर्ट में NCB का कोई बयान नहीं था और सारी बातों का आधार उन्होंने अपने सूत्रों को बताया. इसके पब्लिश होने के बाद ही नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रणवीर या दीपिका की तरफ़ से ऐसा कोई भी अनुरोध किये जाने से इनकार किया.
NCB अधिकारियों ने इंडिया टुडे को बताया, “सवाल उठ रहे हैं कि रणवीर सिंह दीपिका पादुकोण के साथ जांच में शामिल हो रहे हैं या नहीं. हम इस बात कि पुष्टि करते हैं कि हमें समन भेजे गये किसी भी व्यक्ति से ऐसी कोई रिक्वेस्ट नहीं मिली है. समन भेजे गये व्यक्ति से आखिरी ई-मेल हमें केवल इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के लिए आया था.”
हिंदुस्तान टाइम्स ने बाद में NCB की सफ़ाई जोड़कर रिपोर्ट अपडेट कर दी और ऑपइंडिया ने भी अपनी स्टोरी में अपडेट जोड़ दिया. इस रिपोर्ट के लिखे जाने तक किसी अन्य आउटलेट ने अपनी रिपोर्ट में कोई बदलाव नहीं किया.
एक तरफ़ जहां इंडिया टुडे इस ग़लत दावे की सच्चाई बता रहा था वहीं इसी ग्रुप के डिजिटल विंग की इकाई द लल्लनटॉप ने अपनी वीडियो रिपोर्ट में बताया कि रणवीर सिंह ने दीपिका के साथ पूछताछ के दौरान मौजूद रहने के लिए अनुमति मांगी है. द लल्लनटॉप ने ये ख़बर रिपोर्ट्स के हवाले से आई हुई बतायी. हालांकि उनके इस वीडियो रिपोर्ट को पब्लिश किये जाने से कई घंटे पहले ही इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में इस दावे का सच बता दिया था.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही मीडिया का सर्कस चालू हो गया है और आगे निकलने की होड़ में अक्सर बिना वेरीफ़ाई किये जानकारी दी जा रही है. इसमें एक्सक्लूज़िव न्यूज़ रिपोर्ट देने की होड़ में दिवंगत अभिनेता के परिवार के फ़ेक अकाउंट पर न्यूज़ देने भी शामिल है. दर्शकों को एक्सक्लूज़िव रिपोर्ट दिखाने की होड़ में मीडिया ने अपनी विश्वसनीयता खोने वाले काम किये हैं.
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