समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफ़ी शेयर की जा रही है. यूज़र्स दावा कर रहे हैं कि मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद और अशरफ़ अहमद की कब्र स्थल पर ये दोनों श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं. इन दोनों गैंगस्टर (अतीक अहमद और अशरफ़ अहमद) की उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पुलिस हिरासत में मेडिकल जांच के दौरान 3 शूटरों ने हत्या कर दी थी. कुछ यूज़र्स ने अखिलेश और डिंपल यादव को अतीक अहमद का ‘बेटा’ और ‘बहू’ बताया.

ट्विटर यूज़र मनोज श्रीवास्तव (@ManojSr60583090) ने 3 मार्च को ये तस्वीर शेयर की और लिखा: “*एनकाऊंटर में ढेर हुए अतीक अहमद और अशरफ की कब्र पर* *उनके बेटे बहू अखिलेश ओर डिंपल यादव.*” इस ट्वीट को 1 लाख से ज़्यादा बार देखा गया साथ ही इसे 700 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)

कई अन्य यूज़र्स ने ट्विटर और फ़ेसबुक पर यही दावा करते हुए ये तस्वीर शेयर की. नीचे कुछ उदाहरण देखे जा सकते हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

हमने इस तस्वीर पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमें 2022 की कई ऐसी रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें यही तस्वीर थी.

हमें द मोरुंग एक्सप्रेस नामक एक आउटलेट की एक रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक तस्वीर में दोनों को अखिलेश यादव के पिता और समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रमुख दिवंगत मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देते हुए दिखाया गया है. डिंपल यादव के मैनपुरी विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले इस कपल ने दिवंगत राजनेता के समाधि स्थल का दौरा किया. रिपोर्ट 14 नवंबर, 2022 को पब्लिश हुई थी.

हमें न्यूज़18 की एक और रिपोर्ट मिली जिसमें यही तस्वीर थी. रिपोर्ट की हेडलाइन है: “मैनपुरी उपचुनाव: मुलायम सिंह की समाधि बनी सियासत की धुरी, बहू और शिष्य आमने-सामने.” रिपोर्ट 17 नवंबर, 2022 को पब्लिश हुई थी. रिपोर्ट में ये भी ज़िक्र है कि मैनपुरी उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले, डिंपल यादव अपने पति के साथ अपने दिवंगत ससुर मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि देने गई थीं.

हमें डिंपल यादव द्वारा शेयर की गई ये तस्वीर भी मिली जिसे 14 नवंबर, 2022 को ट्विटर पर शेयर किया गया था. उन्होंने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा था, “नेताजी को सादर नमन के साथ, हम आज का नामांकन उनके सिद्धांतों और मूल्यों को समर्पित कर रहे हैं. नेताजी का आशीर्वाद हम सबके साथ हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा।” दिवंगत मुलायम सिंह यादव को ‘नेताजी‘ के नाम से जाना जाता था.

कुल मिलाकर, ये दावा ग़लत है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और नेता डिंपल यादव अतीक अहमद और अशरफ अहमद को श्रद्धांजलि देने गए थे. तस्वीर 2022 की है जब दंपति मुलायम सिंह यादव के समाधि स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे. अतीक और अशरफ अहमद की हत्या अप्रैल 2023 में कर दी गई थी.

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