इज़रायल और फ़िलिस्तीन के बीच हालिया तनाव में दर्जनों लोग मारे जा चुके हैं. दोनों देशों को लेकर दुनियाभर में लोग दो धड़ों में बंट चुके हैं. एक खेमा इज़रायल के रॉकेट हमले को जायज़ ठहरा रहा है तो दूसरा फ़िलिस्तीनियों पर हो रहे हमलों की आलोचना कर रहा है. 11 दिनों से हो रहे लगातार हमलों के बाद शुक्रवार को दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर समझौता हुआ. लेकिन इसके चंद घंटे बाद ही इज़रायली सेना ने अल-अक्सा मस्जिद में आंसू गैस और रबर बुलेट्स चलाई और मामला एक बार फिर गरमाया हुआ है.

कई दिनों से चल रहे इस तनाव के बीच भारतीय सोशल मीडिया में इससे जुड़े कई विज़ुअल शेयर किये जाते रहे हैं. अब ट्विटर और फ़ेसबुक पर एक प्रदर्शन का वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें लोग फ़िलिस्तीन का समर्थन करते हुए दिख रहे हैं. वीडियो शेयर करते हुए लोगों ने दावा किया कि ये प्रदर्शन केरल के वायनाड में किया जा रहा है. यहां बता दें कि वायनाड राहुल गांधी का सांसदीय क्षेत्र है.

एक ट्विटर यूज़र@ByRakeshSimha ने लिखा, “ये गाज़ा या बगदाद या तेहरान नहीं है. ये हमास समर्थक जिहादी केरल के वायनाड के हैं जो राहुल गांधी का विधानसभा क्षेत्र है. ये वर्चुअल तौर से भारत में हामस की शाखा ही है.” (आर्काइव लिंक)

अन्य ट्विटर यूज़र्स भी यही दावा कर रहे हैं.

फ़ेसबुक पर भी लोग इसे केरल का बता रहे हैं.

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सोचिए यूनाइटेड नेशन और दुनिया के 160 से ज्यादा देशों ने हमास को आतंकवादी संगठन घोषित किया हुआ है

Posted by Rajat Gupta on Wednesday, May 19, 2021

ये वीडियो फ़ेसबुक पर काफ़ी वायरल है. एक यूज़र जयदीप कोटियन ने लिखा, “भारत में हामस का ब्रांच.” कुछ यही फ़ेसबुक पेज ‘We support BJP & RSS‘ ने भी लिखा.

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ऑल्ट न्यूज़ को कई यूज़र्स ने वायरल वीडियो को वेरिफ़ाई करने के लिए रिक्वेस्ट भी भेजी.

फ़ैक्ट-चेक: कतर का वीडियो

हमने पाया कि वीडियो में मलयालम भाषा में नारे लगाये जा रहे हैं. ये भाषा मुख्य रूप से केरल और पुदुचेरी में बोली जाती है. हमने इससे हिंट लेते हुए फ़ेसबुक पर कीवर्ड सर्च किया और एक यूज़र अनीस मंजेरी का पोस्ट मिला. अनीस ने 16 मई को यही वीडियो शेयर किया जिसकी क्वालिटी वायरल वीडियो से बेहतर है और ये 1 मिनट 43 सेकंड लम्बा है. इसके कैप्शन में बताया गया है कि कतर में फ़िलिस्तीन के समर्थन में हुए प्रदर्शन में वहां रहने वाले मलयाली लोगों ने भी एकजुटता दिखाई. पाठकों को मालूम हो कि कतर और आस-पास के गल्फ़ देशों में बड़ी संख्या में दक्षिण भारत के लोग रहते हैं, ख़ासकर कतर में मलयालम भाषी लोग.

वायरल वीडियो में लोगों के हाथ में फ़िलिस्तीन का झंडा भी देख सकते हैं.

इसके बाद हमने इस घटना पर रिपोर्ट्स सर्च कीं और कई रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें बताया गया है कि 15 मई, 2021 को गाज़ा पर शासन करने वाले मिलिट्री ग्रुप हमास के चीफ़ इस्माइल हानिया ने कतर के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख़ मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की. कतर के आउटलेट द पेनिन्स्युला के मुताबिक, इस्माइल हानिया ने शनिवार को कतर की राजधानी में स्थित इमाम मुहम्मद बिन अब्दुलवह्हाब मस्जिद के पास हुए प्रदर्शन को संबोधित किया था. इस प्रदर्शन में हज़ारों लोग शामिल हुए थे.

हमने वायरल वीडियो में पीछे दिख रहे निर्माण और गूगल मैप पर दिए गये इमाम मुहम्मद बिन अब्दुलवह्हाब मस्जिद की तस्वीर की तुलना की जिससे साफ़ है कि वायरल वीडियो 15 मई को कतर में हुए प्रदर्शन का ही है.

कतर के मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Qatar Living ने भी इस मौके का वीडियो ट्वीट किया था.

इसके अलावा भी मौके के कई विज़ुअल पोस्ट किये गये जिसमें मस्जिद साफ़-साफ़ नज़र आ रही है.

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कुल मिलाकर, 15 मई को कतर के दोहा में फ़िलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया गया था जिसमें भारतीय मूल के नागरिक भी शामिल थे और मलयालम भाषा में नारे लगा रह थे. लोगों ने इस मौके का एक वीडियो शेयर करते हुए वीडियो केरल के वायनाड का बता दिया.


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