2024 नेशनल एलिजिबिल्टी-कम-एंट्रेंस टेस्ट-अंडरग्रेजुएट (NEET-UG) में भ्रष्टाचार के आरोप कई हफ्तों से सुर्खियों में हैं. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने जून में कथित अनियमितताओं की जांच अपने हाथ में ली और तब से कई गिरफ़्तारियां हुई हैं.

इस संदर्भ में एक्स यूज़र और राईटविंग ट्रोल, रौशन सिन्हा (@MrSinha_) ने 29 जून को एक ट्वीट शेयर किया जिसमें सिर्फ मुसलमान आरोपियों के नाम थे. इन्होंने लिखा, “NEET UG पेपर लीक मामले में अब तक CBI द्वारा गिरफ्तारियां की गई हैं: -मोहम्मद जमालुद्दीन जो प्रभात खबर के लिए काम करते थे
-डॉ एहसानुल हक, प्रिंसिपल ओएसिस स्कूल
-इम्तियाज आलम, वाइस प्रिंसिपल ओएसिस स्कूल
ऐसी कुछ और गिरफ़्तारियां और देखें कि विपक्ष इस मुद्दे पर कैसे बात करना बंद कर देता है…!!” (आर्काइव)

इस यूज़र ने आरोप लगाया कि गिरफ़्तार किए गए लोग मुस्लिम समुदाय से थे, इसलिए विपक्ष अब इस मुद्दे पर ध्यान नहीं देगा.

रौशन सिन्हा नियमित तौर पर सोशल मीडिया पर भाजपा समर्थक प्रॉपगेंडा और खासकर मुसलमानों को निशाना बनाते हुए ग़लत सूचनाएं  शेयर करते हैं.

एक्स पर कई अन्य यूज़र्स ने भी यही ट्वीट किया. नीचे कुछ उदाहरण हैं.

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फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने 21 जून को एक रिपोर्ट में बताया था कि बिहार और गुजरात पुलिस ने अपने-अपने राज्यों में पेपर लीक मामलों के सिलसिले में कई लोगों को गिरफ़्तार किया है. उस वक्त गिरफ़्तार किए गए व्यक्तियों की सूची में मुस्लिम समुदाय से कोई भी शामिल नहीं था.

CBI द्वारा पहली गिरफ़्तारी 27 जून को की गई थी. तब से CBI ने कई छात्रों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 30 से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया है. 1 जुलाई की इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में उन लोगों के नाम सूचीबद्ध हैं जिन्हें अब तक गिरफ़्तार किया गया है. हालांकि, इस सूची में @MrSinha_ के दावों वाले नाम शामिल हैं. लेकिन कम से कम 15 आरोपी गैर-मुस्लिम भी हैं, उदाहरण के लिए, पटना से मनीष प्रकाश और आशुतोष कुमार, गोधरा से पुरूषोत्तम शर्मा और तुषार भट्ट, बिहार शरीफ से बलदेव कुमार, वडोदरा से परशुराम रॉय और अन्य. रिपोर्ट में ये बात भी बताई गई है कि बिहार में पेपर लीक मामले के पीछे संजीव मुखिया नामक व्यक्ति को मास्टरमाइंड माना जाता है.

नीचे ऐसे गैर-मुस्लिम नाम दिए गए हैं जिनका इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में ज़िक्र किया गया है.

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टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने भी NEET धोखाधड़ी मामले में गिरफ़्तार लोगों की लिस्ट पब्लिश की. इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्हें CBI ने गिरफ़्तार किया था.

संबंधित ट्वीट में बताए गए आरोपियों (डॉ. एहसानुल हक, इम्तियाज आलम और मोहम्मद जमालुद्दीन) को 28 और 29 जून को गिरफ़्तार किया गया था. 21 जून तक, बिहार पुलिस पहले ही 13 व्यक्तियों को गिरफ़्तार कर चुकी थी. गुजरात पुलिस ने इस संबंध में पांच को गिरफ़्तार किया था. अपने-अपने राज्यों से सभी को बाद में CBI हिरासत में ट्रांसफ़र कर दिया गया.

कुल मिलाकर, कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा NEET पेपर लीक मामले में गिरफ़्तारियों के संबंध में चुनिंदा तीन मुस्लिम नामों का ज़िक्र किया. जबकि इस मामले में अब तक 30 से ज़्यादा लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. उनमें से ज़्यादातर गैर-मुस्लिम हैं.

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