दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में एक न्यूज़ रिपोर्ट शेयर की है. इस रिपोर्ट का टाइटल है, “ब्रिटेन के आम चुनावों में दिख रही है “केजरीवाल मॉडल” की झलक.” News24india.org नामक एक आउटलेट द्वारा पब्लिश इस रिपोर्ट में UK के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ऋषि सुनक के चुनावी वादे की तुलना केजरीवाल के चुनावी वादों से की गई है. ऋषि सुनक ने UK ऊर्जा संकट से निपटने में लोगों की मदद करने के लिए ज़्यादा पैसे देने का वादा किया है, कुछ इसी तरह मुफ्त बिजली का वादा केजरीवाल ने 2020 के दिल्ली चुनावों में और हाल के दिनों में पंजाब में विधानसभा चुनाव के दौरान किया था.

अरविन्द केजरीवाल ने फ़ेसबुक और ट्विटर पर ये आर्टिकल शेयर किया. (आर्काइव्ड लिंक)

इसे आम आदमी पार्टी दिल्ली के ऑफ़िशियल हैंडल ने भी ट्विटर पर शेयर किया.

प्रो-बीजेपी प्रोपेगैंडा एकाउंट @PoliticalKida ने न्यूज़ 24 इंडिया फ़ेसबुक पेज का एक इन्फ़ोग्राफ़िक शेयर किया. इसमें AAP कार्यकर्ता डिंपल सिंह को इस पेज का क्रिएटर दिखाया गया है. @PoliticalKida ने बताया कि न्यूज़ 24 इंडिया आम आदमी पार्टी की प्रोपेगैंडा वेबसाइट है. इस ट्वीट को करीब दो हज़ार लाइक्स मिले. कई अन्य यूज़र्स ने भी न्यूज़ 24 इंडिया आउटलेट को अप्रामाणिक बताते हुए इस पर आम आदमी पार्टी से लिंक होने का आरोप लगाया. (पहला, दूसरा, तीसरा, चौथा)

आर्टिकल का विश्लेषण

न्यूज़ 24 इंडिया के इस तीन-पंक्ति वाले आर्टिकल में लिखा है कि ऋषि सुनक “केजरीवाल मॉडल” का पालन कर रहे हैं, क्योंकि ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री बनने पर यूनाइटेड किंगडम के लोगों को बिजली के बढ़ते बिलों से निपटने में मदद करने के लिए ज़्यादा पैसा देने का वादा किया. “केजरीवाल मॉडल” में कथित तौर पर केजरीवाल के मुफ्त बिजली के वादे पर जोर दिया गया है जिससे उन्हें हाल ही में पंजाब विधानसभा चुनावों सहित कई चुनाव जीतने में मदद मिली है.

न्यूज़ 24 इंडिया के कई दूसरे आर्टिकल्स की तरह इस आर्टिकल में भी बायलाइन नहीं है. इस तथाकथित ओपिनियन पीस के लेखक ने बिना किसी सबूत के सिर्फ दावे किए हैं. आज तक और ज़ी न्यूज़ सहित कई प्रमुख मीडिया आउटलेट्स ने ऋषि सुनक के इस कदम की तुलना केजरीवाल की चुनाव प्रचार रणनीति से की है. लेकिन जैसा कि पाठक ने देखा होगा, इन रिपोर्ट्स में उचित सबूत के साथ अच्छी तरह से चीजें बताई गई हैं न कि सिर्फ 3 लाइन में दावे किये गए हैं. ऐसा लगता है कि न्यूज़ 24 इंडिया के आर्टिकल का टाइटल ही इस आर्टिकल की तुलना में ज़्यादा स्पष्ट है. इस तरह ये कहा जा सकता है कि न्यूज 24 इंडिया का ये आर्टिकल शायद ही पत्रकारिता कहलाने के योग्य है. ये आश्चर्य की बात है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री इस तरह की अधूरी रिपोर्ट शेयर कर रहे हैं.

इसके अलावा, न्यूज 24 इंडिया की रिपोर्ट ने अपने टाइटल में “आम चुनावों” या “जनरल इलेक्शंस” शब्दों का इस्तेमाल किया है. बिजनेस स्टैंडर्ड के एक आर्टिकल के मुताबिक, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का ये चुनाव “आम चुनाव नहीं बल्कि कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर का चुनाव है.” कंजरवेटिव पार्टी के पास अभी भी संसद में बहुमत है, इसलिए आम चुनाव जरूरी नहीं है. ये नए प्रधानमंत्री की पसंद के आधार पर आयोजित हो भी सकता है और नहीं भी.

आगे ऑल्ट न्यूज़ ने न्यूज़ वेबसाइट की प्रामाणिकता की जांच करने के लिए news24india.org का विश्लेषण किया.

वेबसाइट News24india.org पर एक नज़र

न्यूज 24 इंडिया का ‘अबाउट‘ सेक्शन अधूरा है. इसमें लिखे पैराग्राफ़ में आधी-अधूरी जानकारी है. इसमें संपादकों के नाम, फंडिंग के सोर्स और ईमेल आईडी नहीं दिए गए हैं. इसमें सिर्फ ये कहा गया है कि न्यूज़ 24 इंडिया एक स्वतंत्र न्यूज़ पोर्टल है. ये आपको नवीनतम समाचार, विश्लेषण, और मनोरंजन, राजनीति, खेल, स्वास्थ्य, जीवन शैली, अद्भुत तथ्यों और क्या नहीं पर राय देता है. जाहिर सी बात है कि न्यूज 24 इंडिया और इसके पाठकों के बीच पारदर्शिता की कमी है.

न्यूज़ 24 इंडिया मुख्य रूप से उत्तराखंड के स्थानीय समाचारों को कवर करता है. इसके अलावा, जैसा कि पहले ज़िक्र किया गया है, किसी भी आर्टिकल में संबंधित बायलाइन में कोई नाम नहीं है. सभी रिपोर्ट के क्रेडिट के रूप में “बाय एडमिन” लिखा है. एडमिन की पहचान के संबंध में भी कोई जानकारी नहीं दी गई है. ये भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि न्यूज़ 24 इंडिया के आर्टिकल्स में आमतौर पर तीन से छह पंक्तियां ही होती हैं.

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न्यूज़ 24 इंडिया की वेबसाइट से लिंक ट्विटर और फ़ेसबुक अकाउंट को डीएक्टिवेट कर दिया गया है. हालांकि, ऑल्ट न्यूज़ को वेबैक मशीन पर लिंक किए गए ट्विटर अकाउंट के आर्काइव मिले. इनमें से एक आर्काइव ट्वीट के URL (https://twitter.com/News_24India/status/1547968410805731329) पर जाने पर हमें @AAP_USNagar नामक अकाउंट पर रीडायरेक्ट कर दिया गया. इसी तरह, सभी आर्काइव लिंक्स हमें @AAP_USNagar नामक इसी ट्विटर हैंडल तक ले गए. पेज का नाम “आम आदमी पार्टी उधम सिंह नगर” है और पेज के बायो में लिखा है “ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल ऑफ़ @AAPUttarakhand ज़िला उधम सिंह नगर का आधिकारिक ट्विटर हैंडल.” @AAP_USNagar के सभी ट्वीट न्यूज़ 24 इंडिया की रिपोर्ट के हैं.

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हमने दोनों पेजों की यूनिक ट्विटर आईडी का मिलान करके भी देखा. दोनों अकाउंट्स की एक ही ट्विटर आईडी है. इस तरह ये कहा जा सकता है कि न्यूज़ 24 इंडिया के ट्विटर पेज ने अपने ट्विटर हैंडल को @News_24India से @AAP_USNagar में बदल दिया है.

फ़ेसबुक पर सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ को न्यूज़ 24 इंडिया के नाम और लोगो वाला एक संदिग्ध पेज मिला. ये पेज 12 अगस्त को बनाया गया था और इस पर सिर्फ 7 लाइक्स थे. लोगो की गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें इसी नाम का एक और पेज मिला, जिसे डीएक्टिवेट कर दिया गया था. हालांकि, हमें उस पेज का कैश्ड वर्जन मिला. यहां ‘रिलेटेड पेज’ सेक्शन के तहत राजनेता डिंपल सिंह की प्रोफ़ाइल देखी जा सकती है. डिंपल सिंह के फ़ेसबुक पेज के मुताबिक, वो आप उत्तराखंड की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं.

इसके अलावा, हमें इसी तरह के नाम और लोगो वाले तीन और ट्विटर पेज भी मिले. सभी पेजों में काफी कम इंटरैक्शन और फ़ॉलोअर्स थे (पहला, दूसरा, और तीसरा). सभी पेजों पर news24india.org उनके संबंधित ट्विटर पेज से लिंक्ड है. ये सभी पेज छह महीने की अवधि में मनमाने ढंग से बनाए गए हैं.

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ऑल्ट न्यूज़ ने ये भी देखा कि न्यूज़ 24 इंडिया की अधूरी जानकारी मौजूद होने के बावजूद, आम आदमी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने पहले भी इसकी न्यूज़ रिपोर्ट शेयर की हैं.

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कुल मिलाकर, अरविंद केजरीवाल ने जो रिपोर्ट शेयर की जिसमें ये बताया गया कि ब्रिटेन के ऊर्जा संकट से निपटने में लोगों की मदद करने के लिए ऋषि सुनक ने “केजरीवाल मॉडल” को फॉलो किया है, वो एक संदिग्ध न्यूज़ वेबसाइट द्वारा पब्लिश की गई थी. साथ ही इस वेबसाइट का लिंक आम आदमी पार्टी के सदस्यों और यूनिट के साथ है.

न्यूज़ 24 इंडिया की वेबसाइट पर ‘अबाउट’ सेक्शन अधूरा लिखा है जिसमें संपादकीय टीम या फंडिंग प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी मौजूद नहीं है. इसके किसी भी आर्टिकल में बायलाइन नहीं है. इन फ़ेसबुक और ट्विटर पेज के लिंक AAP के अलग-अलग कार्यकर्ताओं से जुड़े है, जिन्हें अब डीएक्टिवेट कर दिया गया है. इसके अलावा, न्यूज 24 इंडिया के कई अधूरे सोशल मीडिया पेज ऑनलाइन देखे जा सकते हैं. इन पेजों पर काफी कम इंटरेक्शन हुआ है. न्यूज 24 इंडिया की सत्यता का प्रमाण नहीं दिया जा सकता.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.