सोशल मीडिया पर एक क्लिप वायरल है जिसमें आग की लपटों में घिरी कुछ दुकानों से धुआं निकलते हुए देखा जा सकता है. वीडियो में कुछ लोग सामान बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें आग की पहुंच से बाहर निकालने के लिए दौड़ रहे हैं. सोशल मीडिया यूज़र्स का दावा है कि ये क्लिप बांग्लादेश के लक्ष्मीपुर की है और इसमें राजन चंद्रा नामक एक हिंदू की दुकान को ‘इस्लामिस्ट’ द्वारा आग लगाते हुए दिखाया गया है.
एक महीने के राष्ट्रव्यापी छात्र विरोध के बाद 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के देश छोड़ देने से बांग्लादेश एक भयंकर संकट से जूझ रहा है. देश के कई हिस्सों से अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले की घटनाएं सामने आई हैं. नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने 8 अगस्त को शपथ ली है.
प्रॉपगेंडा आउटलेट सुदर्शन न्यूज़ ने 7 अगस्त को ये वीडियो इस कैप्शन के साथ पोस्ट किया: “बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले…लक्ष्मीपुर में हिंदू दुकानदार राजन चंद्रा की दुकान को जलाकर राख कर दिया गया है…राजन चंद्रा और उनका परिवार तड़प रहा है, बिलख रहा है और उनकी रोटी का एकमात्र साधन उनकी दुकान धू-धूकर जल रही है….” ट्वीट को 50 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया है और 1,200 से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है. (आर्काइव) ध्यान दें कि सुदर्शन न्यूज़ अक्सर ग़लत सूचनाएं शेयर और प्रचारित करने का काम करता है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले…
लक्ष्मीपुर में हिंदू दुकानदार राजन चंद्रा की दुकान को जलाकर राख कर दिया गया है…
राजन चंद्रा और उनका परिवार तड़प रहा है, बिलख रहा है और उनकी रोटी का एकमात्र साधन उनकी दुकान धू-धूकर जल रही है…#bangladeshnews #dhaka #BangladeshCrisis… pic.twitter.com/qNwN1nTC0O
— Sudarshan News (@SudarshanNewsTV) August 7, 2024
TV9 नेटवर्क के कार्यकारी संपादक आदित्य राज कौल अक्सर राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीतिक मामलों पर रिपोर्ट करते हैं. इन्होंने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, “क्या इसे इस्लामिस्ट्स बांग्लादेश में डेमोक्रेटिक अधिग्रहण कहेंगे?” (आर्काइव)
Is this what Islamists call Democratic takeover in Bangladesh? pic.twitter.com/iNii2Bufb3
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) August 7, 2024
वॉयस ऑफ़ बांग्लादेशी हिंदूज़ (@Voiceofhindu71) नामक एक अन्य X पेज ने भी ये वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया कि जिस दुकान में आग लगी है वो राजन चंद्रा नाम के एक बांग्लादेशी हिंदू की है. ट्वीट को 1.63 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है और 4,600 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया है. (आर्काइव)
Shop of a Hindu owner (Rajan Chandra) in Lakshmipur.#SaveBangladeshiHindus #AllEyesOnBangladeshiHindus #HinduAreNotSafeInBangladesh #HinduGenocideInBangladesh pic.twitter.com/UeLOVVnbjM
— Voice of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@VoiceofHindu71) August 7, 2024
@SaffronSunanda, @visegrad24, @ManishKasyapsob, @RealBababanaras जैसे कई अन्य यूज़र्स ने वायरल वीडियो को उसी दावे के साथ शेयर करते हुए इसे आगे बढ़ाया.
न्यूज़ आउटलेट ETV भारत ने भी अपनी रिपोर्ट में वायरल वीडियो वाला एक ट्वीट रखा है.
फ़ैक्ट-चेक
इस वीडियो की सच्चाई का पता करने के लिए हमने बंगाली में एक सबंधित कीवर्ड सर्च किया. हमें जुलाई की कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें लक्ष्मीपुर में लगी आग को कवर किया गया था, इस आग में लगभग 15 दुकानें जलकर खाक हो गईं थीं. हमें 11 जुलाई, 2024 की बांग्लादेश बुलेटिन की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिसका टाइटल था: “लक्ष्मीपुर के मजुचौधरी बाज़ार में आग से 15 दुकानें जल गईं”. इस रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल से मेल खाती एक तस्वीर थी. लक्ष्मीपुर बांग्लादेश के चटगांव डिविजन में एक ज़िला है.
नीचे इनमें तुलना दी गई है:
यहां ये साबित होता है कि ये घटना 16 जुलाई को बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के हिंसक होने से पहले हुई थी.
न्यूज़ रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोगों ने फज्र की नमाज़ (सुबह में पढ़ी जाने वाली इस्लामी नमाज़) ख़त्म होने के बाद मोजू चौधरी टोपी में आग देखी. रिपोर्ट में लक्ष्मीपुर अग्निशमन सेवा के सहायक उप निदेशक अब्दुल मन्नान के हवाले से कहा गया है कि उन्हें सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर आग लगने की सूचना मिली थी. चूंकि, इलाके में कपड़े की कई दुकानें थीं इसलिए आग की लपटें तेज़ी से फैल गईं. रिपोर्ट में आग लगने के कारण के बारे में कुछ भी नहीं बताया गया है.
शोमोय सांबाद की एक अन्य न्यूज़ रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्निशमन विभाग ने पहले माना कि आग का कारण बिजली का शॉर्ट-सर्किट था. रिपोर्ट में आग से क्षतिग्रस्त दुकानों के नाम और प्रकृति का भी उल्लेख किया गया है – अब्दुल मन्नान मोटर पार्ट्स, रकीब टायर्स, सौरव स्टोर, गैस सिलेंडर, इलेक्ट्रॉनिक्स, आदि.
इसके अलावा, हमने ये जांचने के लिए कि क्या किसी ‘राजन चंद्र’ नाम से व्यक्ति की दुकान जलाए जाने के बारे में कोई न्यूज़ रिपोर्ट ढूँढने के लिए एक सबंधित कीवर्ड सर्च (अंग्रेजी और बांग्ला दोनों में) की, लेकिन हमें ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
कुल मिलाकर, ये साफ है कि वायरल वीडियो बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शन से संबंधित नहीं है न ही इसमें किसी हिंदू विशेष की दुकान को आग लगाते हुए दिखाया गया है.
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