“98111XXXXX पर प्रशांत भूषण को, 98115XXXXX पर रविश को, और 82830XXXXX पर सिद्धू को भारत विरोध के लिये बधाई दें” -यह संदेश फेसबुक यूजर कौशल मिश्रा द्वारा पोस्ट किया गया है, जिन्होंने अधिवक्ता प्रशांत भूषण, पत्रकार रवीश कुमार और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के फोन नंबर सार्वजनिक कर दिए। पुलवामा आतंकी हमले के बाद से, जिसमें 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान मारे गए, ये तीन लोकप्रिय हस्तियों को सोशल मीडिया द्वारा लगातार निशाना बनाए गए हैं।
कौशल मिश्रा कोई सामान्य सोशल मीडिया यूजर नहीं हैं। वे बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में राजनीति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष हैं। लेकिन, मिश्रा की यह अकादमिक स्थिति, उन्हें भूषण, कुमार और सिद्धू के फोन नंबर को सार्वजनिक करने से और “भारत के विरोध के लिए बधाई दी जाए”, ऐसा सुझाव देकर तीनों को ट्रोल करने, दुर्व्यवहार करने और धमकी देने के लिए प्रोत्साहित करने से, नहीं रोक पाई है।
मिश्रा विवादों से अनजान नहीं हैं। उन्हें 2014 में भाजपा कार्यकर्ताओं को आप नेता सोमनाथ भारती पर हमला करने के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। बाद में शीघ्र वे छोड़ दिए गए थे।
मिश्रा दुबारा 2017 में समाचारों में आए थे जब एमए राजनीति विज्ञान के छात्रों से परीक्षा में पूछा गया, “कौटिल्य की किताब अर्थशास्त्र में “जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) की प्रकृति” और “वैश्वीकरण के पहले भारतीय चिंतक” के रूप में मनु की भूमिका पर लेख लिखें“।
ऑल्ट न्यूज़ ने प्रोफेसर मिश्रा के फेसबुक प्रोफाइल की गहरी छानबीन की तो सार्वजनिक चेहरों के फोन नंबर सार्वजनिक करने के अलावा उनके कई भ्रामक पोस्ट थे।
मिश्रा के फेसबुक अकाउंट की भ्रामक सूचनाएं
पुलवामा हमले पर कांग्रेस नेता के नाम से गलत उद्धरण
पुलवामा आतंकी हमले के बाद, कांग्रेस पार्टी की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के नाम से एक उद्धरण सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया है। इस उद्धरण के अनुसार, चतुर्वेदी ने कहा है, “फौजी मरते है तो मरने दो उनको पैसे भी तो मिलते हैं हमारी कांग्रेस फौजियों से ज़्यादा मेहनत करती है हमारी तारीफ़ जनता क्यों नहीं करती”। कौशल मिश्रा उन लोगों में से हैं जिन्होंने इस उद्धरण को शेयर किया।
कौशल मिश्रा और अन्य द्वारा प्रियंका चतुर्वेदी के नाम से दिया और सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया यह उद्धरण गलत है। कौशल मिश्रा ने बाद में अपना पोस्ट डिलीट कर लिया। ऑल्ट न्यूज़ से एक बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा, “यह (उद्धरण) गलत है। मैं इन गलत फेसबुक पोस्टों से तंग आ गई हूँ – (अनुवादित)।”
डुबकी लगाते पीएम मोदी की तस्वीर भ्रामक दावे के साथ शेयर
जनवरी 2019 में मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें इस दावे के साथ पोस्ट कीं कि ये हरिद्वार में ली गई थीं जहां मोदी ने गंगा में डुबकी लगाई।
हरिद्वार में मोदी जी का गंगा स्नान।
Posted by Koushal Mishra on Friday, January 18, 2019
ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये तस्वीरें 2004 में ली गईं, जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन सिंहस्थ के दौरान उज्जैन में शिप्रा नदी में डुबकी लगाई थी।
दूसरे अवसर पर, मिश्रा ने प्रशांत पटेल उमराव के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने उटपटांग दावा किया था कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ लिखने के लिए 60 सार्वजनिक चेहरों को 2-5 लाख रुपये हर महीने दिए जाते हैं। कौशल मिश्रा का एक फेसबुक पेज भी है जिसपर वे नियमित रूप से पोस्ट करते हैं। इसकी सामग्री अक्सर गलत और भड़काउ होती है।
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