सोशल मीडिया में प्रसारित एक वीडियो में कुछ लोगों को JCB ट्रक द्वारा एक प्रतिमा को गिराते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के साथ साझा किए गए सन्देश में दावा किया गया है कि भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को भाजपा विधायक ‘करनी सिंह’ ने गिराया है। ट्विटर उपयोगकर्ता अज़मत सुल्तान ने वीडियो को साझा करते हुए लिखा है, “विनाश काले विपरीत बुद्धि बाबा साहब अमबेंडकर की प्रतिमा गिराते Bjp नेता Bjp विधायक करणी सिंह की इस हरकत पर क्या कहेगे मोदी जी# मोदी तो गया काम से इन Videoको इतना वायरल करो की ये पूरा भारत देख सके जय भीम।”
विनाश काले विपरीत बुद्धि
बाबा साहब अमबेंडकर
की प्रतिमा गिराते Bjp नेता
Bjp विधायक करणी सिंह की इस हरकत पर क्या कहेगे मोदी जी# मोदी तो गया काम से
इन Videoको इतना वायरल करो की ये पूरा भारत देख सके जय भीम✊🏻🇮🇳 pic.twitter.com/0jjxkp8ksi— 🇮🇳❤️ Azmath Sultan 🇮🇳❤️ INC❤️🇮🇳 (@Azmath955886122) January 24, 2020
फेसबूक पेज AMU Citizens ने 24 जनवरी, 2020 को यह वीडियो समान दावे से पोस्ट किया है, जिसे 2,100 बार शेयर किया गया है।
यह वीडियो फेसबुक और ट्विटर पर व्यापक रूप से वायरल है।
तथ्य जांच
गूगल पर की-वर्ड्स सर्च करने से ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि यह वीडियो त्रिपुरा की एक घटना दर्शाता है, जहां राज्य में 25 साल बाद भाजपा शासन वापस आने की ख़ुशी में उनके कार्यकर्ता और समर्थकों द्वारा रूसी क्रांतिकारी व्लादिमीर लेनिन की प्रतिमा को गिराया गया था।
In South Tripura’s Belonia, a statue of Lenin razed amid chants of ‘Bharat Mata Ki Jai’. This, less than 48 hours after the BJP stormed to power ending a 25-year-long Left rule.
More here: https://t.co/Q7a4EsiuSh pic.twitter.com/335YDvXTb7
— The Indian Express (@IndianExpress) March 5, 2018
वामपंथी पार्टी के आदर्श की मूर्ति त्रिपुरा के बेलोनिया शहर के कॉलेज स्क्वायर के केंद्र में स्थित थी। 5 मार्च, 2018 को प्रकाशित इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, “CPI(M) के दत्ता के मुताबिक, एक स्थानीय कलाकार कृष्ण देबनाथ ने 3 लाख रुपये की लागत से इस 11.5 फुट की फाइबर ग्लास की मूर्ति को बनाया था। इसे पार्टी द्वारा 2013 में चुनाव जितने के बाद शासन के 21 वर्ष होने की ख़ुशी में स्थापित किया गया था।” (अनुवाद)
निष्कर्ष के रूप में, भाजपा कार्यकर्ता और समर्थकों द्वारा लेनिन की प्रतिमा को गिराने का एक वीडियो इस झूठे दावे से साझा किया गया कि भाजपा विधायक करनी सिंह ने अंबेडकर की प्रतिमा को गिरा दिया। मायनेता के डाटा के आधार पर, ऐसा कोई भी विधायक भाजपा या किसी अन्य पार्टी से जुड़ा हुआ नहीं है।
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