एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि भाजपा नेता और हज समिति के पूर्व अध्यक्ष इनायत हुसैन को इंदौर में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) और नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) का समर्थन करने पर स्याही डाली पोतकर उन्हें चप्पलों से पीटा गया।
शेयर किये गए संदेश के अनुसार – “ब्रेकिंग न्यूज़- CAA NRC NPR का खुला समर्थन करने की वजह से इंदौर में भाजपा नेता तथा हज कमेटी के पूर्व चेयरमैन इनायत हुसैन के चेहरे पर पोती गई स्याही, चप्पलों से हुई पिटाईऐ ऐसेगय्यूर मुसलमानों को बहुत बधाई बहुत हार्ड”।
ब्रेकिंग न्यूज़-
CAA NRC NPR का खुला समर्थन करने की वजह से इंदौर में भाजपा नेता तथा हज कमेटी के पूर्व चेयरमैन इनायत हुसैन के चेहरे पर पोती गई स्याही, चप्पलों से हुई पिटाई
ऐसे गय्यूर मुसलमानों को बहुत बधाई
बहुत हार्ड👍@007AliSohrab @ProfNoorul pic.twitter.com/PfB6lCAITZ— Tabish Khan 🇮🇳 (@tabishkhanss) January 24, 2020
यह दावा ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप पर वायरल है।
यह वीडियो एक अंग्रेजी कैप्शन के साथ भी साझा किया गया है- “इंदौर में भाजपा नेता इनायत हुसैन का स्वागत किया गया।” (अनुवाद) ऑल्ट न्यूज़ को अपने आधिकारिक मोबाइल एप्लिकेशन पर इस वीडियो की जांच करने के लिए कई अनुरोध मिले हैं।
क्या है सच्चाई?
ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो को कई की-फ्रेमों में तोड़ा और उनमें से एक की-फ्रेम को यांडेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे हमें News18 उर्दू की 13 मार्च, 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। ट्विटर पर टाइम फ़िल्टर के साथ एक और कीवर्ड खोज से हमें News18 राजस्थान का एक ट्वीट मिला। 12 मार्च, 2018 के इस ट्वीट में यही वीडियो पोस्ट की गई है।
#अजमेर दरगाह के #खादिम के मुंह पर कालिख पोती, #चप्पल से पिटाई, देखिये पूरा वीडियो- https://t.co/InGagDc81V pic.twitter.com/lU9lyZWNp7
— News18 Rajasthan (@News18Rajasthan) March 12, 2018
रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना अजमेर दरगाह की है। “शेख बंटी नामक एक खादिम ने संस्था के सचिव अब्दुल मजीद चिश्ती पर स्याही फेंकी और उन्हें सैंडल से मारा। शेख बंटी जो संस्था के पूर्व सचिव शेख हबीबुर रहमान का भतीजा है, उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। कहा जाता है कि यह घटना गबन से संबंधित थी। मामले की जांच चल रही है।”
संक्षेप में, अजमेर दरगाह पर हुए एक विवाद का पुराना, असंबंधित वीडियो, NRC और CAA का समर्थन करने पर भाजपा नेता इनायत हुसैन पर किये गए हमले के रूप में वायरल किया गया है। जिस शख्स पर हमला किया गया, वह अजमेर दरगाह के सचिव अब्दुल मजीद चिश्ती हैं।
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