सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कुछ लोग पानी के पाइप के कुछ हिस्सों को हटाकर उसके अंदर छिपाए गए नोटों की गड्डियों को निकाल रहे हैं. सोशल मीडिया यूज़र्स ने दावा किया कि ये छापेमारी दिल्ली में एक PWD इंजीनियर के घर पर सरकारी अधिकारियों ने की थी और यहां उन्हें 19 करोड़ रुपये नकद मिले थे.

ट्विटर ब्लू यूज़र विनीत गुप्ता ने 2 अगस्त को ये वीडियो ट्वीट करते हुए दावा किया कि ये पैसा दिल्ली में केंद्र सरकार के कर्मचारी ने रखा था. (आर्काइव)

कई और यूज़र्स ने भी इसी दावे के साथ ट्वीट किया है. इस लिस्ट में ‘@priyarana3101‘, ‘@liveankitknp‘, ‘@syedsaim_rauf‘, और ‘@ManojYaSp‘ शामिल हैं.

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ये वीडियो फ़ेसबुक पर भी इसी दावे के साथ वायरल है.

ऑल्ट न्यूज़ के व्हाट्सऐप हेल्पलाइन नंबर पर इस वीडियो के फ़ैक्ट-चेक के लिए रिक्वेस्ट आयी हैं.

फ़ैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने ट्विटर पर की-वर्ड्स सर्च किया जिससे हमें मीडिया आउटलेट CNN न्यूज़18 का एक ट्वीट मिला. 24 नवंबर, 2021 के इस ट्वीट के मुताबिक, एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) के एजेंट्स ने कर्नाटक के कलबुर्गी में एक PWD जूनियर इंजीनियर (JE) के घर पर छापा मारा था.

इस घटना को द क्विंट, द हिंदू, द न्यूज़ मिनट और स्क्रॉल जैसे न्यूज़ आउटलेट्स ने भी कवर किया था.

द हिंदू की रिपोर्ट में जूनियर इंजीनियर की पहचान शांतागौड़ा बिरादर के रूप में की गई है. वो PWD के जेवार्गी सब-डिवीज़न से जुड़े थे. उनका घर कलबुर्गी के गुब्बी कॉलोनी में था.

25 नवंबर 2021 को हिंदुस्तान टाइम्स ने भी एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें ACB द्वारा बरामद किए गए नकदी बंडल दिखते हैं.

इन रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक के ACB ने सरकारी कर्मचारियों की बेहिसाब संपत्ति के संबंध में ये कार्रवाई की थी. वीडियो में PWD के एक जूनियर इंजीनियर के घर पर छापेमारी होती दिख रही है. सिर्फ घर के पाइप से 13 लाख की नकदी बरामद की गई और कुल मिलाकर लगभग 54 लाख रुपये ज़ब्त किए गए.

कुल मिलाकर, कर्नाटक के कलबुर्गी ज़िले का 2021 का वीडियो दिल्ली की हालिया घटना के रूप में शेयर किया गया. साथ ही ये दावा भी ग़लत है कि बरामद रकम 13 करोड़ थी. एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा हाउस पाइप से ज़ब्त की गई रकम 13 लाख थी.

प्रांतिक अली ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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