“आप के व्हाट्सअप पे जितने भी नंबर एवं ग्रुप हैं एक भी छूटने नही चाहिए, ये वीडियो सबको भेजिए ये वलसाड के RM VM SCHOOL का टीचर है इसको इतना शेयर करो की ये टीचर और स्कूल दोनों बंद हो जाए।”-इस संदेश के साथ वडगाम, गुजरात के निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिसमे एक बच्चे को बड़ी बेहरहमी के साथ मारा जा रहा हैं। इस वीडियो के साथ संदेश में उन्होंने लिखा हैं कि यह वीडियो उनको व्हाट्सअप पर मिला हैं। अपने इस ट्वीट में जिग्नेश मेवानी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करके पूछा है, “हमें बताईये यह क्या हैं?”

इस वीडियो की सवेंदनशीलता को देखते हुए हम इस वीडियो को हाइपरलिंक करने के बजाय, इस ट्वीट का स्क्रीनशॉट पोस्ट कर रहे हैं।

जिग्नेश मेवानी के इस ट्वीट पर कुछ लोगों द्वारा दावा किया गया कि यह वीडियो मिस्र का है, नाकि भारत का। इसके बाद मेवानी ने अपने दूसरे ट्वीट में पूछा कि कृपया मुझे बताइए कि यह वीडियो मिस्र का हैंया फिर वलसाड, गुजरात का?

हमें पता चला कि इस वीडियो को व्हाट्सअप और फेसबुक पर भी इसी संदेश से साझा किया जा रहा है।

 

हालांकि, जब जिग्नेश मेवानी को यह मालूम हुआ कि यह वीडियो भारत से संबधित नहीं है, तो उन्होंने अपना यह ट्वीट डिलीट कर दिया।

सच क्या हैं?

वीडियो को ध्यान से देखने पर ही मालूम हो जाता है कि इस वीडियो में बच्चा जिस भाषा का प्रयोग कर रहा है, वह गुजराती या फ़िर भारतीय भाषा नहीं है। इससे यह साबित होता है कि यह वीडियो भारत का नहीं बल्कि किसी अन्य जगह का है।

इसके अलावा जब ऑल्ट न्यूज़ ने इसकी पुष्टि करने के लिए वीडियो के की-फ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च इंजन यान्डेक्स पर सर्च किया तब इस वीडियो से जुड़े हुए कई रिपोर्ट हमें मिले। एक मध्य-पूर्वीय ऑनलाइन मीडिया संगठन अल-मसदार द्वारा इस घटना क्रम के बारे में फ़रवरी 2018 में एक लेख प्रकाशित किया गया था। उस लेख के मुताबिक, “फ्री सीरिया आर्मी (FSA) के कुछ लड़ाकू साथियों द्वारा 9 वर्षीय एक बच्चे को अगवा कर लिया, जब वह पूर्वीय इलाके में स्थित अपने स्कूल जा रहा था। (जनवरी,2018), 9 साल के बच्चे को अगाव करने के बाद से ही फ्री सीरिया आर्मी के लोग बच्चे के परिवार से उसकी रिहाई के लिए 10 लाख डॉलर की मांग कर रहे हैं।”-(अनुवाद )

अल-मसदार के मुताबिक यह वीडियो फ्री सीरिया आर्मी (FSA) द्वारा बच्चे के परिवार वालों को भेजा गया है।

उसके बाद हमें सीरिया के एक पत्रकार नेडल अल-अमारी द्वारा किया हुआ एक ट्वीट मिला जिसमें उन्होंने इसी वीडियो को यह कहते हुए साझा किया था कि, यह वीडियो अगवा करने वालों ने बच्चे के परिवार को भेजा है।

इससे यह साबित होता है कि यह वीडियो भारत का नहीं है। मिस्र के इसी तरह के वीडियो को गुजरात का RM VM स्कूल का बताकर, पिछले साल भी साझा किया गया था कि स्कूल में बच्चे को शिक्षक द्वारा बेहरहमी के साथ पीटा गया।

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