बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जमकर खींच-तान देखने को मिली. इस दौरान कई पुराने और असंबंधित वीडियोज़ और तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर किये गए. बिहार चुनाव के आखिरी चरण के मतदान से पहले बिहार कांग्रेस ने एक वीडियो शेयर करते हुए भाजपा-जदयू की सरकार पर निशाना साधा. इस वीडियो में एक छोटा बच्चा स्ट्रेचर को धक्का देते हुए दिख रहा है जबकि एक महिला आगे से स्ट्रेचर खींच रही है. बिहार कांग्रेस ने ट्विटर और फ़ेसबुक पर ये वीडियो बिहार की स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल बताते हुए शेयर किया. इस वीडियो को क्रमशः 1,200 और 2,200 देखा गया है. (ट्वीट का आर्काइव लिंक) (फ़ेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक)
मानवता को शर्मसार करने वाला ये वीडियो बिहार की सत्ता में बैठी भाजपा-जदयू सरकार की निर्ममता को दर्शाता है। चुनाव में जनता के ही कीमती वोट से जीतकर उसे अस्पतालों में मरने के लिए छोड़ देते हैं।#न_भूले_हैं_न_भूलेंगे pic.twitter.com/L8QcvAnJCA
— INCBihar (@INCBihar) November 6, 2020
ट्विटर हैन्डल ‘@jaijaicongress’ ने ये वीडियो बिहार का बताते हुए ट्वीट किया. (ट्वीट का आर्काइव लिंक)
#न_भूले_हैं_न_भूलेंगे मानवता को शर्मसार करने वाला ये वीडियो बिहार की सत्ता में बैठी भाजपा-जदयू सरकार की निर्ममता को दर्शाता है। pic.twitter.com/zTViYUsN1b
— Rajesh Khanna INC (@jaijaicongress) November 6, 2020
फ़ेसबुक पेज ‘Rajesh Griglani Page’ ने ये वीडियो इसी दावे के साथ पोस्ट किया है. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)
मानवता को शर्मसार करने वाला ये वीडियो बिहार की सत्ता में बैठी भाजपा-जदयू सरकार की निर्ममता को दर्शाता है। चुनाव में जनता के ही कीमती वोट से जीतकर उसे अस्पतालों में मरने के लिए छोड़ देते हैं।
#न_भूले_हैं_न_भूलेंगे
Posted by Rajesh Griglani Page on Thursday, 5 November 2020
ट्विटर और फ़ेसबुक पर ये वीडियो बिहार का बताते हुए वायरल है.
फ़ैक्ट-चेक
की-वर्ड्स सर्च करने पर 21 जुलाई 2020 की जागरण की रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के मुताबिक, ये वीडियो उत्तर-प्रदेश के देवरिया ज़िले के अस्पताल में हुई एक घटना का है. आर्टिकल के मुताबिक, बरहज थाना क्षेत्र के गौरा गांव निवासी छेदी यादव मारपीट में घायल हो गए थे. उन्हें देवरिया ज़िला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती करवाया गया था. छेदी यादव की बेटी बिन्दू ने जागरण को बताया कि उसके पिता की पट्टी वगैरह करवाने के लिए उन्हें ड्रेसिंग रूम में ले जाना पड़ता था जिसके लिए अस्पताल के कर्मचारी हर बार उनसे 30 रुपये की मांग रखते थे. बिंदु देवी ने रुपये देने से मना किया तो मजबूरन उन्हें ही अपने पिता को स्ट्रेचर पर लिटाकर ड्रेसिंग के लिए ले जाना पड़ा. आर्टिकल के मुताबिक, स्ट्रेचर को धक्का दे रहा बच्चा, बिंदु देवी का 6 साल का बेटा शिवम है. वीडियो के वायरल होने के बाद, घटना का संज्ञान लेते हुए ज़िलाधिकारी अमित किशोर ने जांच के लिए एक टीम गठित की थी. इस मामले में ज़िम्मेदार वार्ड बॉय को पुरुष सर्जिकल वॉर्ड से हटा दिया गया था.
आज तक ने 20 जुलाई 2020 को उत्तर-प्रदेश की इस घटना के बारे में एक वीडियो रिपोर्ट पब्लिश की थी. वीडियो रिपोर्ट में स्ट्रेचर खींचने वाली महिला बिंदु यादव का बयान भी शामिल है.
न्यूज़ पोर्टल देवरिया टाइम्स ने 20 जुलाई को देवरिया के ज़िलाधिकारी अमित किशोर का एक बयान ट्वीट किया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में उचित कारवाई की जाएगी. देवरिया टाइम्स के इस ट्वीट को अमित किशोर ने रीट्वीट भी किया.
https://t.co/daKq5GZi6n https://t.co/dserIYGgQM
— DM Deoria (@dmdeoria) July 20, 2020
इस तरह, 3 महीने पहले उत्तर-प्रदेश के देवरिया ज़िले में रिश्वतखोरी के चलते स्ट्रेचर को खींच कर खुद ही ले जाने को मजबूर एक छोटे बच्चे का वीडियो वीडियो बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान शेयर किया गया. यूपी का ये वीडियो शेयर करते हुए बिहार कांग्रेस ने बिहार की स्वास्थ्य सेवा पर निशाना साधा है.
ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें:
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.