भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के लेटर के बाद भी भाजपा अध्यक्ष J.P नड्डा ने 23 मई को हरियाणा के एक चुनावी रैली में मुसलमानों को निशाना बनाते हुए हमेशा की तरह सांप्रदायिक बयानबाज़ी की.

भाजपा द्वारा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के खिलाफ़ कार्रवाई न कर पाने के कारण ECI को गंभीर सार्वजनिक आलोचना का सामना करना पड़ा है. ECI ने BJP के ‘स्टार प्रचारकों’ के खिलाफ़ आरोपों पर कार्रवाई करते हुए 22 मई को J.P नड्डा को एक निर्देश जारी किया. 6 पेज के नोटिस में ECI ने भाजपा नेताओं के कुछ सांप्रदायिक बयानों का हवाला दिया जिन्हें कांग्रेस ने चुनाव पैनल को दिए अपने रिप्रजेंटेशन में चिन्हित किया था. इन बयानों में से एक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 26 अप्रैल को यूपी के संभल में एक सार्वजनिक रैली में दिए गए भाषण से था. नीचे ECI नोटिस का स्क्रीनशॉट देखा जा सकता है. ये रैली ECI द्वारा J.P नड्डा को दिए गए पहले नोटिस के ठीक एक दिन बाद आयोजित की गई थी.

21 अप्रैल को राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के बाद जारी किए गए पिछले नोटिस का ज़िक्र करते हुए ECI ने 22 मई को भाजपा को भेजे गए लेटर में बताया कि पार्टी ने “रेड फ्लैग फ़ॉर फ्यूचर कंडक्ट्स” के रूप में पहले के नोटिस का संज्ञान नहीं लिया था, बल्कि इसके बजाय लगातार “आदर्श संहिता का उल्लंघन करने वाले कथित बयान” दिए.

चुनाव आयोग ने ये भी नोटिस किया कि भाजपा के ‘स्टार प्रचारकों’ के बयानों में सांप्रदायिकता के एक पैटर्न का पालन किया गया है और ऐसी कहानियां बनाई गईं जो “MCC के दौरान नुकसानदेह हो सकती हैं.” इसके अलावा, नोटिस के अंत में आयोग ने पार्टी को MCC के मुताबिक, अलग-अलग “जातियों, समुदायों, धार्मिक या भाषा संबंधी” तनाव पैदा करने वाली किसी भी गतिविधि से दूर रहने का निर्देश दिया और ऐसे बयान से दूर रहने को कहा जो समाज को बांट सकते हैं.

निर्देश जारी होने के एक दिन बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 मई को हरियाणा के भिवानी-महेंद्रगढ़ में एक रैली को संबोधित किया. इस सम्बोधन को सुनने से पता चलता है कि भाजपा अध्यक्ष को मिले नोटिस का कोई प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में एक बार फिर मुसलमानों के खिलाफ बयानबाज़ी की जैसा कि वो अक्सर अपने प्रचार भाषणों में करते रहे हैं. भिवानी में पीएम मोदी ने बार-बार इंडिया ब्लॉक को इंडी ‘जमात’ कहकर संबोधित किया. भाजपा द्वारा लगातार सुझाव के अनुरूप ये एक कटाक्ष है जिसके मुताबिक़ कांग्रेस के चुनावी वादे मुस्लिम तुष्टिकरण के बारे में हैं. प्रधानमंत्री ने ये बात फिर से दोहराकर डर पैदा करने कि कोशिश भी की कि कांग्रेस SC, ST और OBC का कोटा छीनकर मुसलमानों के लिए आरक्षण लागू करेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा के लोगों को हिंदू देवता राम का नाम लेने की अनुमति नहीं देगी और ऐसा करने वालों को गिरफ़्तार किया जाएगा उन्होंने अपने भाषण में ‘घूसपैठिए’ शब्द का भी इस्तेमाल किया.

हरियाणा के भिवानी में पीएम मोदी के भाषण के हिस्सा

20 मिनट पर: “इंडी जमात के इरादे, पहले ही भांप चुकी है. इसलिए, इनका ये हाल हुआ है. पांच चरणों में ही इंडी जमात का ढोल फट गया है. और आपने देखा होगा कि तीसरे चरण के बाद इन्होंने रोना-धोना शुरू कर दिया. इलेक्शन कमीशन आंकड़े क्यों नहीं देता है? आंकड़े देर से क्यों देता है? इलेक्शन कमीशन ऐसा क्यों करता है? इलेक्शन कमीशन वैसा क्यों करता है? उधर EVM बंद हो गया? उधर EVM चलता नहीं है.. यानी, उन्होंने ग्राउंड बनाना शुरू कर दिया है कि पराजय का ठीकरा किस के सर पर फोड़ा जाय.”

22 मिनट 59 सेकेंड पर: “कांग्रेस और इंडी-वालों के लिए देश में भी बड़ा उसका अपना वोट बैंक है. इन लोगों ने वोट बैंक के लिए देश का विभाजन करवाया. एक भारत और दो मुस्लिम राष्ट्र बनाए. अब INDI वाले लोग कह रहे हैं कि बचे हुए भारत पर भी पहला अधिकार मुसलमान का है. इन्होंने SC, ST, OBC इनको जो बाबा साहब अंबेडकर ने आरक्षण दिया है, भारत के संविधान ने जो आरक्षण दिया है इसको छीन करके वे वोट जिहाद करने वाले लोगों को देना चाहते हैं.”

24 मिनट 27 सेकेंड पर: “बंगाल में भी इंडी जमात का SC, ST और OBC के आरक्षण के खिलाफ़ उनका जो षड्यंत्र है, आरक्षण विरोधी उनकी जो मानसिकता है उसका भंडा फूट गया है. बंगाल में इन लोगों ने मुसलमानों को रातों-रात OBC के सर्टिफ़िकेट दे दिया था. जो आरक्षण OBC को मिलना चाहिए वो सारा का सारा मुसलमानों को, और वो भी घुसपैठियों में बांटा जा रहा था. हाईकोर्ट ने बंगाल में पिछले 10-12 साल में मुसलमानों को दिए सारे OBC सर्टिफ़िकेट रद्द कर दिए हैं. अब आप देखिए कोर्ट न होती तो क्या होता? पिछड़े समाज के लोग करते क्या? ये मेरे दलित भाई-बहन क्या करते? ये मेरे आदिवासी भाई-बहन क्या करते? लेकिन साथियों, आप ये इंडी जमात वालों की मानसिकता देखिए. बंगाल की सीएम ने घोषणा कर दी है कि वो हाईकोर्ट का फैसला नहीं मानेगी, वो मुसलमानों को OBC का आरक्षण देकर रहेगी. आप मुझे बताईए, कांग्रेस हो, TMC हो, इंडी गठबंधन के सारे दल तो अपने वोट बैंक के साथ डटकर खड़े हो गए हैं फिर आपके साथ, हरियाणा के साथ कौन खड़ा होगा? कौन खड़ा होगा? इसलिए मैं हरियाणा के हर SC, हर ST, हर OBC को भरोसा देने आया हूं जब तक मोदी ज़िंदा है, कोई माई का लाल दलित का, आदिवासी का पिछड़ों का आरक्षण छीन नहीं सकता है.”

28 मिनट पर: “हरियाणा में हर कोई दिन में 200-400 बार राम राम बोलता है. हर दस कदम पर वो राम-राम बोलेगा ही बोलेगा. राम राम के बिना हरियाणा में कोई काम होता है क्या? लेकिन कांग्रेस का बस चले तो हरियाणा में राम का नाम लेने वालों पर यह लोगों को गिरफ़्तार कर लेंगे. कांग्रेस चाहती है, कांग्रेस जब तक सत्ता में रही उसने राम मंदिर नहीं बनने दिया. कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा तक का बहिष्कार कर दिया. और अब तो शहजादे के सलाहकार ने तो एक और बड़ा खुलासा किया है कांग्रेस अब अगर सत्ता में आई तो राम मंदिर पर ताला लगाने की फ़िराक में है. कांग्रेस चाहती है कि हरियाणा के लोग रामलला के दर्शन तक नहीं कर पाए. वह रामलला को फिर से टेंट में भेजना चाहते हैं. क्या हरियाणा के लोग ऐसा होने देंगे क्या? रामलला को फिर से अपमानित करेंगे क्या? ऐसे लोगों को मेरा हरियाणा जवाब देगा कि नहीं देगा?”

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