कांग्रेस उम्मीदवार सोफ़िया फिरदौस ने ओडिशा की पहली मुस्लिम महिला विधायक बनकर इतिहास रच दिया. इसके बाद एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है. बत्तीस साल की सोफिया ने बाराबती-कटक विधानसभा सीट 8001 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की हैं.

वीडियो में कुछ बच्चों को लोगों के साथ एक बैनर पकड़े और नारे लगाते हुए देखा जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि रैली में शामिल लोगों को ‘पाकिस्तान ज़िंदाबादद’ के नारे लगाते और यहां तक ​​कि बच्चों को भी ऐसा कहते हुए देखा जा सकता है.

सूर्यकांत दाश (मोदी का परिवार) (@SuryakantDash13) नामक एक X यूज़र अपने बायो में खुद को एक भाजपा पदाधिकारी बताते हैं. उन्होंने 9 जून को ये क्लिप ओडिया में एक कैप्शन के साथ शेयर की जिसका अनुवाद है: “खैर, सुनिए ये छोटे-छोटे बच्चे क्या कह रहे हैं. हमने जीत दर्ज की है. बाराबती कटक विधायक श्रीमती सोफिया फिरदौस ज़िंदाबाद, पाकिस्तान ज़िंदाबाद* (हमने कुछ ऐसा कहा तो कटक की तथाकथित “बिरादरी” खतरे में पड़ जाएगी)* वार्ड नंबर 13 मेहंदीपुर कालीगली #कटक” (आर्काइव लिंक)

X पेज कलिंगा राइट्स फ़ोरम (@KalingaForum) ने 9 जून को ये वीडियो पोस्ट किया और लिखा: “ओडिशा में वार्ड नंबर 13 मेहंदीपुर कालीगली, कटक के पास @INCIndia कटक विधायक @sofiafirdous1 की रैली के आयोजकों के खिलाफ़ @NCPCR_, @KanoongoPriank शिकायत दर्ज की गई. जहां नाबालिग बच्चों को कट्टरपंथी बनाया जाता है और उन्हें ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगाने के लिए मजबूर किया जाता है.”

असली ट्वीट पर कमेंट करते हुए पेज ने आगे बताया कि “कटक के हिंदुओं” ने कथित घटना के खिलाफ़ एक प्राथमिकी दर्ज की.

कई अन्य यूजर्स ने भी यही वीडियो X पर शेयर करते हुए दावा किया कि रैली में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे लगाए गए.

This slideshow requires JavaScript.

ऑल्ट न्यूज़ को इस दावे की सच्चाई जानने के लिए व्हाट्सऐप पर भी कई रिक्वेस्ट मिलीं.

This slideshow requires JavaScript.

फ़ैक्ट-चेक

हमने देखा कि कई यूज़र्स ने @KalingaForum के ट्वीट के पर कमेंट किया है कि रैली में कोई ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे नहीं लगाए गए थे. इसके बजाय, ‘मुकीम भाई ज़िंदाबाद’ और ‘सोफिया दीदी ज़िंदाबाद’ नारे लगाए गए थे.

This slideshow requires JavaScript.

कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक मोहम्मद मोकिम सोफिया फिरदौस के पिता हैं.

बेहतर समझने के लिए हमने वायरल क्लिप के ऑडियो को धीमा किया. धीमे वर्जन में ‘सोफिया दीदी ज़िंदाबाद’ का नारा साफ़ तौर पर सुना जा सकता है. दूसरा नारा पूरी तरह से साफ़ नहीं है, लेकिन ‘-क्विम भाई ज़िंदाबाद’ सुना जा सकता है जिससे पता चलता है कि भीड़ ‘मोकिम भाई ज़िंदाबाद’ के नारे लगा रही थी. वीडियो में बच्चों द्वारा उठाए गए बैनर को भी देखा जा सकता है जिसमें सोफिया फिरदौस और उसके पिता मोहम्मद मोकिम की तस्वीरें हैं.

हमने सोफिया फिरदौस से भी संपर्क किया जिन्होंने दावों को ग़लत बताते हुए कहा, “ये एक हिंदू बहुल क्षेत्र है. यहां 90% आबादी हिंदू है. मेरे पिता का नाम मोकिम है और उन्होंने ‘मोकिम भाई’ का ग़लत मतलब ‘पाकिस्तान’ समझ लिया है. ऐसे कुछ और वीडियोज हैं जिन्हें जानबूझकर ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ शब्द जोड़ने के लिए एडिट किया गया है.’

कांग्रेस विधायक ने दावों को संबोधित करते हुए अपने ऑफ़िशियल X पेज पर एक वीडियो भी पोस्ट किया. उन्होंने कैप्शन में ज़िक्र किया: “6 जून को कटक में विजय उत्सव रैली के दौरान, आस पड़ोस के लोग बड़ी संख्या में स्वेच्छा से इसमें शामिल हुए और मुझे आशीर्वाद दिया.”

वार्ड नंबर 13 से भी जनता द्वारा रैली निकाली गयी. दुर्भाग्य से, इस रैली का असली वीडियो, (जिसमें “मुकीम भाई ज़िंदाबाद, सोफिया दीदी ज़िंदाबाद” जैसे नारे लगाए गए थे) विवाद पैदा करने के लिए कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा ग़लत तरीके से एडिट करके पेश किया गया है. मुझे और कटक शहर को बदनाम करने के लिए ये एडिटेड वीडियो वायरल किया गया है.

कटक भाईचारे का शहर है और हम इस सौहार्द को नष्ट करने के किसी भी कुत्सित कोशिश को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. मैं इस काम की कड़ी निंदा करता हूं और प्रशासन से मामले की तुरंत जांच करने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के साथ उन्हें न्याय के कटघरे में लाने का आग्रह करता हूं.”

सोफिया ने हमारे साथ रैली के आयोजकों का एक वीडियो बयान भी शेयर किया जिसके मुताबिक वहां ‘मोकिम भाई ज़िंदाबाद’ और ‘सोफिया दीदी ज़िंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे.

[वीडियो बयान का अनुवाद: “मैं वार्ड नंबर 13 का निवासी हूं. मेरा नाम बी डेविड है. अब एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसने हमें काफी आहत किया है. हमने सोफिया की जीत का जश्न मनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया, वहां बच्चे मोकीम भाई ज़िंदाबाद, सोफिया दीदी ज़िंदाबाद और कांग्रेस ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे थे. समाज में कुछ नफरत फैलाने वाले लोग इसे ग़लत रूप दे रहे हैं. उनमें कोई सच्चाई नहीं है. इस पर विश्वास मत करिए. धन्यवाद.

मेरा नाम रमज़ान अली है. 4 तारीख को हमने विजय शो के साथ जश्न मनाया. कार्यक्रम में हमारे कुछ दोस्त ढोल-नगाड़ों के साथ जमा हुए. ढोल की आवाज़ सुनकर बच्चे भी हमारे साथ शामिल हो गए. उन्होंने मोकीम भाई ज़िंदाबाद और सोफिया दीदी ज़िंदाबाद के नारे लगाए. कुछ असहिष्णु लोग इसे ग़लत दिशा में ले जाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसी कोई बात नहीं हुई है. कटक शहर के हिंदू, मुस्लिम और सभी लोग एक साथ आए. ऐसा कोई नारा नहीं लगाया गया जिससे कटक के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे. अगर आप स्टेप बाय स्टेप 1,2,3 वीडियो को ध्यान से सुनेंगे तो आपको सुनाई देगा छोटे मोकीम भाई ज़िंदाबाद, सोफिया दीदी ज़िंदाबाद, हाट चीन्हा (हाथ का निशान) ज़िंदाबाद. कोई और नारा नहीं लगाया गया है जिससे कटकवासियों को ठेस पहुंचे. कुछ लोग इसे ग़लत दिशा में ले जा रहे हैं. ये नफरत की राजनीति है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.

नमस्कार. मैं वार्ड (अस्पष्ट) से संजीब दास हूं. हम सोफिया फिरदौस की जीत का जश्न मना रहे थे. इसे लेकर कुछ वीडियो भी वायरल हुए हैं. लेकिन ऐसी कोई घटना नहीं हुई है.

मैं शीला साहा हूं. मैं वहां मौजूद थी. बच्चे जश्न में शामिल हुए. उनके नारे थे मुकीम भाई ज़िंदाबाद, सोफिया दीदी ज़िंदाबाद और हाट चिन्ह (हाथ का निशान) ज़िंदाबाद. अन्य कोई नारे नहीं लगाये गये. कुछ असामाजिक तत्व ग़लत मैसेज फैला रहे हैं. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.”]

ऑल्ट न्यूज़ ने कटक के डिप्टी कमिश्नर प्रकाश राज से संपर्क किया. उन्होंने हमें बताया कि पुलिस वीडियो की प्रामाणिकता की जांच कर रही है और इसे फोरेंसिक लैब में भेजा गया है.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.

Tagged: