लोकसभा चुनाव 2024 के रिज़ल्ट घोषित होने के बाद से ही फैजाबाद (अयोध्या) निर्वाचन क्षेत्र सुर्खियों में है. चूंकि इस क्षेत्र के अंतर्गत ही राम मंदिर आता है जिसके मुद्दे पर भाजपा कई चुनावों में मुखर रही है और इसे अपना चुनावी मुद्दा भी बनाया है. इसी साल 22 जनवरी को राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा किया गया था जिसमें प्रधानमंत्री मोदी अहम भूमिका में थे और इसमें भाजपा के सभी दिग्गज नेता मौजूद थे. 2024 लोकसभा चुनाव में इस सीट पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद ने भाजपा के प्रत्याशी लल्लू सिंह को हरा दिया.
इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर एक दावा वायरल है जिसमें कहा जा रहा है कि अयोध्या के 100 किलोमीटर के रेडियस में आने वाले सभी सीटों पर भाजपा हार गई. टीवी9 भारतवर्ष ने एक ट्वीट में दावा किया कि भाजपा अयोध्या के आसपास 100 किलोमीटर तक नहीं जीत पाई.
राज बहादुर नाम के यूज़र ने ये दावा शेयर करते हुए भाजपा पर तंज कसा और लिखा कि प्रभू श्री राम ने पाखंडियों को पास आने नहीं दिया.
फ़ेसबुक पर भी ये दावा शेयर किया जा रहा है.
![](https://www.altnews.in/hindi/wp-content/uploads/sites/2/2024/06/2024-06-08-17_21_40-1-100-किलोमीटर-अयोध्या-search-results-_-Facebook-Brave-1024x870.png)
फ़ैक्ट-चेक
हमने उत्तर प्रदेश के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का नक्शा देखा तो पाया कि फैजाबाद (अयोध्या) , कुल 7 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से घिरा हुआ है. इनमें गोंडा, कैसरगंज, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर और बस्ती शामिल हैं. इन 7 सीटों में से 5 सीट पर INDIA गठबंधन ने जीत हासिल की है जिसमें 3 समाजवादी पार्टी और 2 कांग्रेस पार्टी ने जीती है. बाकि 2 सीटें गोंडा और कैसरगंज पर भाजपा ने जीत हासिल की है.
हमने गूगल मैप पर अयोध्या से गोंडा की दूरी चेक की तो पाया कि इसके बीच की दूरी 50-60 किलोमीटर तक है. वहीं हमने अयोध्या से कैसरगंज की दूरी भी चेक की. इनके बीच की दूरी लगभग 85-95 किलोमीटर की है. ज्ञात हो कि गूगल मैप द्वारा ये दूरी अक्सर शहर के मुख्यालय से मापी गई होती है. इसलिए असल में दो लोकसभा क्षेत्र की सीमा के करीब ये दूरी गूगल मैप से कम हो सकती है.
कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर भ्रामक दावा किया गया कि अयोध्या के 100 किलोमीटर के रेडियस में भाजपा ने किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं की. कुल 7 सीटों में से 2 पर बीजेपी की जीत हुई है.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.