कुछ मीडिया संगठनों ने हाल ही में बांग्लादेश के ढाका में हुई विमान दुर्घटना पर रिपोर्ट करते वक्त कुछ तस्वीरें शेयर कीं. दरअसल ढाका में एक सैन्य जेट एक स्कूल की इमारत में क्रैश हुआ जिसमें कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई. इस बारे में रिपोर्ट्स पब्लिश करते हुए खेल के मैदान के बीच में फंसे आग की लपटों में घिरे एक विमान की तस्वीरें पब्लिश की गई. कुछ ने आंशिक रूप से टूटे हुए एल-आकार की इमारत के पास एक बड़े विमान के मलबे की तस्वीर भी दिखाई.    

बांग्लादेश वायु सेना का एक F7 जेट 21 जुलाई को प्रशिक्षण अभ्यास के लिए उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ढाका के उत्तरा में माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. मृतकों में कम से कम 17 बच्चे थे. 

पहली तस्वीर

ये तस्वीर, खेल के मैदान के बीच में एक विमान के मलबे को दिखाती है और इसका एक सिरा आग से ढका हुआ है, इसका इस्तेमाल ब्रिटिश मीडिया आउटलेट द मिरर ने ढाका में हुई त्रासदी पर अपनी रिपोर्ट में किया था. कैप्शन में कहा गया है, “एक भीषण विस्फ़ोट में विमान से आग की लपटें और धुआं निकलता हुआ देखा गया.” तस्वीर का क्रेडिट X हैंडल @MdNasir1123365 को दिया गया. तस्वीर में एक एम्बुलेंस, कुछ आपातकालीन कर्मचारी और कुछ लोग भी दिख रहे हैं. बाद में आर्टिकल को अपडेट किया गया और तस्वीर हटा दी गई.

यूनाइटेड किंगडम स्थित मीडिया आउटलेट डेली स्टार ने उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया. यहां, कैप्शन में लिखा है, “सोमवार की आपदा में कई मौतें हुईं”, और तस्वीर का क्रेडिट उसी X यूज़र @MdNasir1123365 को दिया गया.

दूसरी तस्वीर

ये तस्वीर पहले वाली जैसी ही है. इसमें एक मैदान के बीच में एक विमान आग की लपटों में घिरा हुआ है, और आसमान में गहरा काला धुंआ फैला है. बैकग्राउंड में कुछ इमारतें हैं और विमान के पास आपातकालीन कर्मचारी और दर्शक भी मौजूद हैं.  

ऑपइंडिया गुजरात ने अपने X हैंडल से दुर्घटना के बारे में एक न्यूज़ अपडेट शेयर किया जहां उन्होंने इस तस्वीर का इस्तेमाल किया. (आर्काइव)

कई मीडिया आउटलेट्स जैसे सिलहट टाइम्स न्यूज़ (बांग्लादेश-आधारित), लाइफ़ न्यूज़ (चीन-आधारित), और बिज़िडे (रोमानिया-आधारित) ने उसी तस्वीर का इस्तेमाल किया. इस तस्वीर को भी X यूज़र @MdNasir1123365 ने शेयर किया था.

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तीसरी तस्वीर

तीसरी तस्वीर आंशिक रूप से टूटी हुई दो मंजिला एल-आकार की इमारत के सामने एक बड़ा विमान दिखाती है. विमान पर BGI और बांग्लादेश वायु सेना के लोगो जैसे मार्क्स के साथ संख्या 417A अंकित है. ऐसा लगता है कि विमान का अगला हिस्सा सुरक्षित है.

रिपब्लिक, पंजाब केसरी और स्टेट टाइम्स ने इस त्रासदी को कवर करते हुए रिपोर्ट्स में इस तस्वीर का इस्तेमाल किया.

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फ़ैक्ट-चेक

इन तीनों तस्वीरों में ऑल्ट न्यूज़ ने कई गलतियां नोट की जिनसे उनके नकली होने का शक होता है. 

शुरुआत के लिए, हमने देखा कि ऊपर की पहली तस्वीर में दिखाई दे रहे आपातकालीन वाहन पर कुछ अस्पष्ट शब्द लिखे हैं (नीचे देखें) ये AI-जनरेटेड कंटेंट में पाई जाने वाली सामान्य गलतियों में से एक है. तीनों तस्वीरों की असामान्य स्पष्टता भी उनकी असली होने पर सवाल उठाती है. इसके अलावा, प्रभाव के बाद विमान की स्थिति दुर्घटना की गंभीरता के मुताबिक नहीं है.

दरअसल, कोई भी तस्वीर सार्वजनिक डोमेन में मौजूद दुर्घटना के फ़ुटेज से मेल नहीं खाती. न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़ाकू जेट F7 ढाका में माइलस्टोन स्कूल और कॉलेज की दो मंजिला इमारत से टकरा गया जो उस हवाई अड्डे से 10 कि०मी० दूर है जहां से उड़ान भरी थी. हालांकि, ऊपर बताई गई तस्वीरें या तो एक विमान को किसी मैदान के बीच में या किसी इमारत के बगल में फंसा हुआ दिखाती हैं. इसके अलावा, तीनों तस्वीरों में से सभी में एक अलग विमान दिखाया गया है. 

ज़्यादा जानने के लिए, हमने रॉयटर्स और BBC की रिपोर्ट्स देखीं जिसमें विमान के अवशेष और उस इमारत को दिखाया गया था जिसमें ये दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. विमान, जैसा कि रॉयटर्स की तस्वीर में देखा जा सकता है, लगभग पहचान से परे क्षतिग्रस्त हो गया था. ये ऊपर बताए गए मीडिया आउटलेट्स द्वारा शेयर की गई तस्वीरों के बिल्कुल उलट हैं.

इसके बाद, हमने नोट किया कि रॉयटर्स की रिपोर्ट और अन्य स्थानीय रिपोर्ट्स में ज़िक्र किया गया था कि दुर्भाग्यपूर्ण सैन्य विमान एक F7 BGI था जिसका टेल नंबर 701 था. हमने इन चीनी निर्मित जेट की तस्वीरों की जांच की और वायरल तस्वीरों के साथ उनका मिलान किया. नीचे दी गई तुलनाओं से ये साफ है कि कहानी में पहले बताए गए मीडिया हाउस द्वारा ली गई तीन तस्वीरों में से कोई भी F7 BGI नहीं दिखाती है. यानी, ये दुर्घटना की असली तस्वीरें नहीं हैं.

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हमने ढाका, बांग्लादेश के एक फ़ैक्ट-चेकर्स और एक फ़ोटो पत्रकार से संपर्क किया जिसने इस दुर्घटना को कवर किया था. शोहानुर रहमान ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि ये तस्वीरें असली घटना की नहीं हैं. और बाद में एपी फ़ोटो जर्नलिस्ट महमूद हुसैन ओपू ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने ऑल्ट न्यूज़ को बताया, “ये तस्वीरें AI-जनरेटेड लगती हैं, ये बांग्लादेश में हुए असली विमान दुर्घटना की नहीं हैं.”

हमने तस्वीरों की सच्चाई की जांच करने के लिए कुछ AI इमेज डिटेक्शन टूल का भी इस्तेमाल किया जिसमें उन सभी ने तस्वीरों के AI-जनरेटेड होने की उच्च संभावना दिखाई गई.

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कुल मिलाकर, हम ये निष्कर्ष निकाल सकते हैं कि कई मीडिया आउटलेट्स ने AI-जनरेटेड तस्वीरों का इस्तेमाल किया और उन्हें ढाका में 21 जुलाई के विमान दुर्घटना की असली तस्वीरों के रूप में शेयर किया.

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