सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दो लोगों को एक टायर में भरे कैश के बंडल को निकालते हुए देखा जा सकता है. दावा किया जा रहा है कि कर्नाटक में 10 मई को होने वाले चुनाव में भाजपा चुनाव खर्च को कवर करने के लिए अवैध रूप से पैसों की तस्करी कर रही है.

INC कर्नाटक की प्रवक्ता लावण्या बल्लाल (@LavanyaBallal) जिनके ट्विटर पर 4 लाख से ज़्यादा फ़ॉलोअर्स हैं. उन्होंने ये वीडियो शेयर करते हुए लिखा, “पिछली बार आपने 2000 का नोट कब देखा था? भाजपा इसे चुनावी खर्च के लिए चिकमगलुरु में टायरों में भर रही थी. @CTRavi_BJP क्या अद्भुत विचार है.” बाद में उन्होंने ये ट्वीट डिलीट कर दिया.

एक अन्य यूज़र अनंत रूपनगुडी (@Ananth_IRAS) ने ‘#कर्नाटकअसेंबलीइलेक्शन2023’ के साथ यही वीडियो पोस्ट किया. ट्वीट को 25 हज़ार से ज़्यादा बार देखा गया. (आर्काइव)

ट्विटर ब्लू यूज़र @AMadumool ने कैप्शन के साथ दावे को आगे बढ़ाया “आप सोचेंगें कि 1,000 रुपये के नोटों को डिमोनेटाइज़ क्यों किया गया और 2,000 रुपये के नोट क्यों पेश किए गए? क्यूंकि सभी को 15 लाख बांटने में आसानी हो. यहां CT रवि 2014 के वादे के मुताबिक 15-15 लाख बांट रहे हैं.’ (आर्काइव)

फ़ैक्ट-चेक

सबसे पहले हमने Invid सॉफ्टवेयर की मदद से वीडियो से की-फ्रेम्स लिए और फिर उन्हें गूगल पर रिवर्स-सर्च किया. इससे हमें NDTV की 2019 की रिपोर्ट मिली जिसके टाइटल का हिंदी अनुवाद है, ‘देखिए: कर्नाटक में कार के स्पेयर टायर से जब्त ₹2.3 करोड़ नकद.‘ रिपोर्ट में बताया गया है कि आयकर विभाग ने कर्नाटक में बेंगलुरू से शिवमोग्गा जा रही कार के स्पेयर टायर से ₹2.3 करोड़ के नकद पैसों का भंडाफोड़ किया था. ये घटना 2019 के आम चुनाव के दौरान हुई थी.

टैक्स डिपार्टमेंट ने एक बयान में कहा, “विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर कि नकद पैसों को बेंगलुरु से शिवमोग्गा और भद्रावती ले जाया जा रहा था. एक कैश हैंडलर को रोका गया और उसके गाड़ी की तलाशी ली गई. गाड़ी के पहिए के अंदर 2,000 रुपये के नोट पाए गए.” न्यूज़ रिपोर्ट में IT बस्ट के भाजपा या किसी अन्य राजनीतिक दल का इस मामले से संबंधित होने का ज़िक्र नहीं है.

ANI ने 20 अप्रैल, 2019 को असली वीडियो ट्वीट किया था जिसके कैप्शन का हिंदी अनुवाद है, “#देखिए: आयकर अधिकारियों द्वारा जब्त किए गए कार के स्पेयर टायर के अंदर 2.30 करोड़ रुपये की नकदी भरी हुई मिली. पैसे बेंगलुरु से शिवमोग्गा ले जाई जाया जा रहा था. #कर्नाटक.” (आर्काइव)

अन्य मीडिया आउटलेट्स ने भी 2019 में इस घटना पर रिपोर्ट किया था.

कुल मिलाकर, दो आदमियों को एक स्पेयर टायर में भरे कैश के बंडल निकालते हुए दिखाने वाली ये क्लिप असल में 2019 की है. इसे भाजपा और 2023 के कर्नाटक राज्य चुनावों से ग़लत तरीके से जोड़ा जा रहा है. 2019 में आयकर विभाग ने बेंगलुरु से शिवमोग्गा जा रही एक कार के स्पेयर टायर से ₹2.3 करोड़ के नकद कैश का भंडाफोड़ किया था. हालांकि ये घटना आम चुनाव के दौरान हुई, लेकिन किसी भी मीडिया रिपोर्ट में इसे किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जोड़ा गया था.

अबिरा दास ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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