राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एक छोटा सा वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल है. इसमें वो मीडिया से बात करते हुए कह रहे हैं कि अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर. कई भाजपा नेताओं ने ये क्लिप शेयर करते हुए दावा किया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री ने अपने ही कार्यकाल के बारे में बोला कि राजस्थान की जनता परेशान है.
भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने 16 सेकेंड का वीडियो ट्वीट किया. इसमें अशोक गहलोत कहते हैं, “अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर”. 16 सेकेंड के इस वीडियो में ये लाइन 3 बार रिपीट की गई है. ये वीडियो आर्टिकल लिखे जाने तक 29 हज़ार से ज़्यादा बार देखा जा चुका है. (आर्काइव लिंक)
मुख्यमंत्री जी, राजस्थान के अंदर जनता तो त्रस्त है ही।
लेकिन इसकी जिम्मेदार भी तो कांग्रेस ही है न! तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा; आप, सचिन पायलट जी या राहुल गांधी? pic.twitter.com/XaWy9v3mB0
— RajyavardhanRathore (@Ra_THORe) November 2, 2022
भाजपा राजस्थान के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने 26 सेकेंड का वीडियो ट्वीट किया जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री कांग्रेस पार्टी के महामंत्री वेणुगोपाल के हवाले से कांग्रेस के नेताओं के बारे में कह रहे हैं कि सभी अनुसाशन का पालन करें, कोई बयानबाजी ना करें. चूंकि उनके सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर. इसे ट्वीट करते हुए लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने लिखा, “राजस्थान के मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं , राजस्थान की जनता त्रस्त है. किससे?” (आर्काइव लिंक)
राजस्थान के मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं , राजस्थान की जनता त्रस्त है …किससे ? pic.twitter.com/duKyt3mBrU
— Laxmikant bhardwaj (@lkantbhardwaj) November 2, 2022
भाजपा आंध्र प्रदेश के महामंत्री विष्णु वर्धन रेड्डी ने 26 सेकेंड की क्लिप ट्वीट कर अशोक गहलोत के बयान को कोट किया. (आर्काइव लिंक)
कई और यूज़र्स ने भी ये वीडियो बिना किसी संदर्भ के शेयर किया है. (फ़ेसबुक लिंक, ट्विटर लिंक)
क्लिप्पड वीडियो
वायरल वीडियो को देखने से लगता है कि इसके साथ छेड़छाड़ की गई है. क्यूंकि वीडियो के आखिर में अशोक गहलोत कुछ कह रहे हैं, लेकिन उसे काट दिया गया है.
वीडियो की असलियत का पता लगाने के लिए हम अशोक गहलोत के ट्विटर अकाउंट पर गए. हमें वायरल वीडियो का पूरा हिस्सा उनके ऑफ़िशियल हैंडल पर 2 नवंबर को ट्वीट किया हुआ मिला. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि प्रधानमंत्री ने ERCP (Eastern Rajasthan Canal Project) का वादा किया था जिसे जयपुर और अजमेर में वो निभा नहीं रहे हैं. ये वीडियो 7 मिनट 45 सेकेंड का है जिसमें अशोक गहलोत मीडिया से बात कर रहे हैं. पूरा वीडियो देखने पर मालूम हुआ कि वायरल वीडियो को बिना किसी संदर्भ के भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है.
ईआरसीपी के लिए प्रधानमंत्री जी ने वादा किया था जयपुर में, अजमेर में और वो अभी तक वादा निभा नहीं रहे हैं जबकि ईआरसीपी इतना महत्वपूर्ण है, ये कोई राजनीति का खेल नहीं है, वसुंधरा जी के वक्त में बनाई है ये, हम उसको आगे बढ़ा रहे हैं, ये खुशी होनी चाहिए कि हमने बंद नहीं किया उसको। pic.twitter.com/HuCDP4ysJW
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) November 2, 2022
इस वीडियो में वायरल क्लिप वाला हिस्सा 5 मिनट 44 सेकेंड से शुरू होता है. इसमें रिपोर्टर अशोक गहलोत से सवाल करता है कि बीते दिनों सचिन पायलट, इत्यादि कांग्रेस नेताओं ने बयान दिया. इसपर जवाब देते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री कहते हैं, “बयान तो नहीं देना चाहिए वैसे तो, क्योंकि अभी जो है, वेणुगोपाल जी हमारे महामंत्री हैं. उन्होंने कहा कि बयानबाज़ी कोई नहीं करेंगे. तो हम तो डिसिप्लीन की पालन चाहते हैं सब लोग करें. अभी हमारे सामने एक ही मकसद होना चाहिए, जनता त्रस्त है राजस्थान के अंदर, पूरे देश के अंदर. तनाव है, हिंसा हो रही है, महंगाई है, बेरोज़गारी है. उसके लिए एक तरफ राहुल गांधी पसीना बहा रहा है. 25 किलोमीटर किसे कहते हैं हर दिन चलना, लाखों लोग साथ चल रहे हैं. दबाव बढ़ेगा केंद्र सरकार पर इसलिए चल रहे हैं. उसके बाद हमारा ध्येय होना चाहिए कि हम अगली बार सरकार कैसे बनाएं. हमारा ध्येय यही है, हमने इतनी स्कीमें दीं राजस्थान के अंदर, इतिहास में कभी नहीं हुई होगी. पूरा देश लोहा मान रहा है जो स्कीमें हमने दी राजस्थान के अंदर. कोरोना के प्रबंधन का लोहा तो खैर दुनिया मान रही है. सिर्फ यही नहीं मान रहे, दुनिया के मुल्क मान रहे हैं कि राजस्थान का शानदार प्रबंधन ने लोगों को बचा लिया. जबकि गुजरात अहमदाबाद में कितने लोग मारे गए थे. मुंबई में, दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से मारे गए थे. तो शानदार हमने काम किया. तो तमाम जो गुड गवर्नेंस जो हमने दी है उसको लेकर हम तो निकल पड़े हैं. अगली सरकार कैसे रिपीट हो वापस इस बार, और कोई हमारा ध्येय नहीं है.”
यानी, अशोक गहलोत ने सिर्फ राजस्थान नहीं, पूरे देश की बात की थी. लेकिन उस हिस्से को काट दिया गया ताकि ये दिखाया जा सके कि मुख्यमंत्री अपने ही कार्यकाल में जनता के परेशान होने की बात कबूल कर रहे हैं.
रिपोर्टर के जिस सवाल का जवाब अशोक गहलोत दे रहे थे उसका संदर्भ ये है कि 1 नवंबर को CM ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बांसवाड़ा के मानगढ में मंच शेयर किया था. इसके बाद सचिन पायलट ने गहलोत का नाम लिए बगैर कहा कि मोदी जी ने मानगढ में उनकी काफी तारीफ की थी. सचिन पायलट ने एक तरह से अशोक गहलोत पर तंज कसा था क्यूंकि PM मोदी ने इससे पहले गुलाम नबी आज़ाद और अमरेन्द्र सिंह की भी तारीफ की थी. ये दोनों नेता कांग्रेस का साथ छोड़ चुके हैं.
Alwar, Rajasthan | They should not make such remarks. KC Venugopal has asked everybody in the party to not make any such remarks. We want that everybody should follow discipline: Rajasthan CM Ashok Gehlot on Sachin Pilot’s remarks https://t.co/ptGGHUY7M3 pic.twitter.com/ELTQLrNG3K
— ANI (@ANI) November 2, 2022
कुल मिलाकर, भाजपा के कई नेताओं ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान का क्लिप वीडियो उनपर तंज कसते हुए शेयर किया. अशोक गहलोत ने सिर्फ राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश की बात की थी.
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