सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (ICJ) के मुख्य न्यायाधीश के रूप में चुना गया है. यूज़र्स पोस्ट में PM मोदी की तारीफ़ करते हुए लिख रहे हैं कि ये उनके द्वारा दुनिया भर में संबंध विकसित करने का परिणाम है. ‘भूरसिंह सी लंगेरा‘ नाम के फ़ेसबुक पेज के इस पोस्ट को 4 हज़ार लाइक्स मिले हैं.
मोदी भक्ति में केवल भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व डूबा हुआ हैं पढ़िए ये खबर … अंतरराष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य…
Posted by भूरसिंह सी लंगेरा on Friday, 28 January 2022
फ़ेसबुक पर कई लोगों ने ऐसा दावा किया है.
BJP बिहार के जनरल सेक्रेटरी नागेन्द्र नाथ ने सितम्बर 2021 में एक ट्वीट करते हुए ऐसा ही दावा किया था. उन्होंने भी इसे ‘PM मोदी की चाणक्य कूटनीति’ बताया. (आर्काइव लिंक)
अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश भारतीय चुना गया भारत की शानदार जीत !!! PMमोदी की चाणक्य कूटनीति।
विश्व पटल पर ब्रिटेन की हार।
कैसे पीएम मोदीजी ने दुनिया भर में संबंध विकसित किए हैं।न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी को अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश केरूप मेंचुना pic.twitter.com/9XLkucdVqS— Nagendra Nath (@BJPNagendraji) September 15, 2021
नागेन्द्र नाथ ने ये दावा फ़ेसबुक पेज से भी किया किया जिसे BJP बिहार के पेज से शेयर किया गया.
इसके अलावा BJP समर्थक कुछ फ़ेसबुक पेजों से ये दावा किया गया है. ‘मोदी में है दम‘, ‘एक आवाज़ नमो‘ इसके कुछ उदाहरण हैं.
फ़ैक्ट-चेक
इस दावे की सच्चाई जानने के लिए जब हमने की-वर्ड्स सर्च किया तो हमें ऐसी एक भी हालिया रिपोर्ट नहीं मिली. 2017 की कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दलवीर भंडारी दोबारा अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के जज चुने गए. इन रिपोर्ट्स में कहीं भी ये ज़िक्र नहीं है कि दलवीर भंडारी को चीफ़ जस्टिस चुना गया. द क्विंट में 22 नवम्बर 2017 को छपी रिपोर्ट में ऐसा बताया गया है, ब्रिटेन के उम्मीदवार क्रिस्टोफर ग्रीनवुड के पीछे हटने के बाद भंडारी को जीत मिली. दरअसल, जनरल असेंबली भंडारी के साथ थी, जिसे ब्रिटेन चुनौती नहीं दे पाया.”
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में चीफ़ जस्टिस नाम का कोई पद नहीं
अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की वेबसाइट पर दी गयी जानकारी के अनुसार, यहां मुख्य न्यायाधीश जैसा कोई पद नहीं है. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में 15 सदस्य जज होते हैं और तीन साल के लिए एक प्रेसिडेंट और एक वाइस प्रेसिडेंट होता है.
ICJ की वेबसाइट पर दी गयी जानकारी के अनुसार, 8 फरवरी 2021 को अमेरिका के जॉन ई.डोनोग्यू और रूस के किरिल गेवोर्जियन को राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था.
ICJ में दलवीर भंडारी का पद
27 अप्रैल 2012 को दलवीर भंडारी को ICJ के 15 सदस्य जजों में से एक के रूप में चुना गया था. 8 फरवरी, 2018 को उन्हें दोबारा 9 साल के लिए ICJ का सदस्य चुना गया था.
यहां एक बात और साफ़ हो जाती है कि जिस बात को लेकर PM मोदी की तारीफ़ की जा रही है वो उनके शासनकाल में हुआ भी नहीं था. दलवीर भंडारी ICJ के सदस्य अप्रैल 2012 से हैं जब यूपीए की सरकार मौजूद थी.
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