2-3 मई की रात जोधपुर में झंडे और लाउडस्पीकर को लेकर हिंसा भड़की थी. हुआ कुछ यूं कि 2 मई रात 12 बजे बड़ी संख्या में बीजेपी के लोगों ने मुसलमानों के ईद के झंडे और लाउडस्पीकर हटा दिए. इसके बाद ईद की सुबह मुसलमानों ने नारेबाज़ी की और पथराव किया. हिंसा में कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. बाद में इलाके में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई और कर्फ़्यू लगा दिया गया था. इस मामले में 97 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. इस दौरान, इंटरनेट यूज़र्स एक पुलिसकर्मी का वीडियो शेयर करने लगे. और दावा किया जाने लगा कि वीडियो में दिख रहे पुलिसकर्मी ने चोटिल होने का नाटक किया. दरअसल वीडियो में पुलिसकर्मी खून के धब्बेवाला रुमाल सिर पर बांध रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो राजस्थान के जोधपुर हिंसा मामले में अख़बार में छपी घायल पुलिसवाले की ख़बर की सच्चाई दिखलाता है.

फ़ेसबुक यूज़र मुफ़्ती मोहम्मद ज़ुबैर क़ासमी ने एक न्यूज़पेपर क्लिप के साथ ये वीडियो पोस्ट करते हुए यही दावा किया. (पोस्ट का आर्काइव लिंक)

जोधपुर हिंसा मामले में अखबार में जिस पुलिसकर्मी का फोटो छपा है,,,
आइये उसकी हक़ीक़त से आपको रु-ब-रु करवाते है,,,,।

देखिये किस तरह से पुलिस और मीडिया नैरेटिव सेट करती है।

Posted by Mufti Mohd Zubair Qasmi on Thursday, 5 May 2022

कई ट्विटर यूज़र्स ने ये वीडियो इसी दावे के साथ ट्वीट किया.

क्राउडटेंगल टूल के इस्तेमाल से ऑल्ट न्यूज़ को मालूम हुआ कि ये वीडियो इसी दावे के साथ कई फ़ेसबुक पेजिज़ और ग्रुप्स में शेयर किया गया है.

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फ़ैक्ट-चेक

वीडियो को फ़्रेम दर फ़्रेम देखने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि पुलिसकर्मी के सिर पर चोट का निशान दिख रहा है. इसके अलावा, उसके हाथ पर भी खून लगा हुआ है.

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जोधपुर पुलिस ने ट्वीट करते हुए सोशल मीडिया के दावे को ग़लत बताया. ट्वीट के मुताबिक, ASI धन्नाराम को जालोरी गेट पर हुई हिंसा के दौरान सिर पर चोट लगी थी. इस मामले में सरदारपुरा थाना में FIR भी दर्ज कराई गई है.

आगे, ऑल्ट न्यूज़ ने सरदारपुरा पुलिस स्टेशन में संपर्क किया. वहां से हमारा संपर्क ASI धन्नाराम कराया गया. ASI ने ऑल्ट न्यूज़ को बताया कि ईद के दिन उनकी ड्यूटी लगी थी. नमाज़ के बाद उपद्रवियों ने पथराव शुरू किया था. इस दौरान, उन्हें चोट लगी थी. चोट के बाद खून साफ करने के लिए उन्होंने रुमाल का इस्तेमाल किया था. और इसी कारण रुमाल में खून के धब्बे लग गए. बाद में उन्होंने यही रुमाल सिर पर बांध दिया. साथ में ASI धन्नाराम ने हमें उनकी चोट की एक तस्वीर भी भेजी. इसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि वो चोटिल होने का नाटक नहीं कर रहे थे.

कुल मिलाकर, जोधपुर हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मी धन्नाराम का वीडियो भ्रामक दावे के साथ शेयर किया गया कि वो चोटिल होने का नाटक कर रहे थे. जबकि वायरल वीडियो में ही साफ तौर पर उनकी चोट और खून दिख रहा है.

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About the Author

Kinjal Parmar holds a Bachelor of Science in Microbiology. However, her keen interest in journalism, drove her to pursue journalism from the Indian Institute of Mass Communication. At Alt News since 2019, she focuses on authentication of information which includes visual verification, media misreports, examining mis/disinformation across social media. She is the lead video producer at Alt News and manages social media accounts for the organization.