पिछले कुछ दिनों से कई सोशल मीडिया यूज़र्स वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो शेयर कर रहे हैं जिसमें वो एक बुजुर्ग व्यक्ति से मुलाकात कर रही हैं. दावा किया जा रहा है कि ये व्यक्ति निर्मला सीतारमण के पिता हैं जो कि एक साधारण जीवन जीते हैं. इनमें से कई ने इस बात के लिए निर्मला सीतारमण की तारीफ की कि वो अपने पिता के सामने परंपराओं के प्रति सम्मान करती हैं.

@rvaidya2000 नाम के एक ट्विटर यूज़र ने दावा किया कि वीडियो सीतारमण के घर पर लिया गया था. वीडियो के कैप्शन में ये भी लिखा है, “एक पिता ने अपनी बेटी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जिसे उसने विनम्रता से दरकिनार करते हुए अपने सहयोगियों को अपने पिता से मिलवाया”. ये वीडियो 8 जनवरी, 2023 को ट्वीट किया गया था. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक इसे 2 लाख से ज़्यादा बार देखा गया है.

यही वीडियो @rashtrawadi_aks नामक यूज़र ने भी इसी तरह के दावे के साथ ट्वीट किया. ये ट्वीट 5 जनवरी, 2023 को पब्लिश किया गया था और इसे 400 से ज़्यादा बार देखा गया है.

ट्विटर हैन्डल ‘@ArunM1964‘ ने भी ऐसे ही दावे के साथ ये वीडियो ट्वीट किया है.

फैक्ट-चेक

ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो वेरिफ़िकेशन टूल InVid की मदद से वायरल वीडियो को फ़्रेम्स में ब्रेक किया. और इन फ़्रेम्स को गूगल लेंस की मदद से रिवर्स इमेज सर्च किया. इससे हमें निर्मला सीतारमण का एक इंस्टाग्राम पोस्ट मिला जिसमें यही वीडियो था. कैप्शन में लिखा है, “कल वाराणसी में शिवा मैडम का दौरा किया और महाकवि भारथियार के परिवार के सदस्यों के साथ बातचीत की जिसमें उनके 96 साल के महान भतीजे श्री के.वी. कृष्णन भी शामिल थे. #KashiTamilSangamam.”

आगे, ऑल्ट न्यूज़ ने की-वर्ड्स सर्च किया जिससे 2 दिसंबर, 2022 को PIB चेन्नई की एक प्रेस रीलीज़ मिली. इसमें 3 दिसंबर 2022 को वित्त मंत्री की वाराणसी में शिवा मैडम की यात्रा के बारे में बताया गया था.

हमें मंत्री के ऑफ़िशियल ट्विटर हैंडल पर इस कार्यक्रम की कुछ तस्वीरें भी मिलीं. वहां भी यही कहा गया है कि वो महाकवि भारथियार के परिवार के सदस्यों से मिलीं थी जहां उनके 96 साल के महान भतीजे श्री के.वी. कृष्णन भी शामिल थे. 

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि वो अपने पिता से मिली. लेकिन असल में वो वाराणसी में प्रसिद्ध तमिल कवि भरथियार के भतीजे के. वी. कृष्णन से मिलीं थी.

वंश शाह ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

डोनेट करें!
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.

बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.