फेक न्यूज (नकली समाचार) राउंड-अप के अक्टूबर 2017 अंक मे आपका स्वागत है। इस महीने भी हमने उन्ही लोगों को फेक न्यूज़ (नकली समाचार) फैलाते हुये देखा, जो ये बात की पुष्टि करता है कि ज्यादातर फेक न्यूज़ (नकली समाचार) फैलाने वाले कुछ ज्ञात लोग ही है। जो लोग अनजाने में फर्जी समाचार सांझा करते हैं, वे पता चलते ही अपनी पोस्ट हटा देते हैं और माफी भी मांग लेते हैं। पर ये बात सीरियल फेकर्स पर लागू नहीं होती है। वे ना केवल इस बात को अस्वीकार करते है, बल्कि नये झूठ बनाने में लगे रहते है।
आईये देखे इस महीने की कुछ फेक समाचार, फोटोशॉप की हुई तस्वीरे और नकली विडिओ, जो सोशल मीडिया पर पूरी तरह हावी थे :
1. महीने की शुरुआत एक बहुत ही शर्मनाक घटना के साथ हुई, जहा एक भले व्यक्ति को, जो मुंबई में भगदड़ के शिकार पीड़ित की मदद कर रहा था, उसे मोलेस्टर के रूप में पेश किया गया, वो भी हिन्दू अखबार में। ये खबर जंगल में आग की तरह फ़ैल गयी, यहाँ तक की अंतर्राष्ट्रीय प्रेस में भी आ गयी। समाचार रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने छेड़छाड़ के दावे की जांच की, और उस आदमी से बात की, जो वीडियो में छेड़छाड़ के आरोपी के पीछे खड़ा था। उसने पुष्टि की, “उस आदमी ने अपने स्टेटमेंट में ये कहा की उस औरत का शरीर FOB रेलिंग से बाहर निकल रहा था और वीडियो में दिखाया जाने वाला आदमी उसकी जांघो द्वारा उसे पकड़ कर उसे बाहर खींच रहा था, न की छेड़छाड़ कर रहा था। हमने वीडियो का लम्बा संस्करण भी देखा हैं, जो गवाह के बयान से मेल खाता है।”
हिन्दू अखबार ने माफ़ी मांगते हुए ये कहानी वापस ले ली. उस दुर्भाग्यपूर्ण 8 सेकंड का वीडियो देखने और इसके बारे में पढ़ने लिए यहाँ क्लिक करें।
2. जब फेक न्यूज़ (नकली समाचार) लिए प्रख्यात शंख नाद ने भदोई में मुसलमानो द्वारा स्वामी विवेकनन्द की प्रतिमा को नष्ट करने की झूटी खबर फैलाई तो पुलिस ने एक बार फिर तथ्यों के साथ तुरंत कदम उठाये। भदोई, उत्तर प्रदेश में स्वामी #Vivekananadah को मुसलमानो ने कथित तौर पर नष्ट किया। क्या भारत सऊदी अरब है? मीडिया चुप है।
BREAKING: Statue of Swami #Vivekananda “beheaded” / destroyed allegedly by #Muslims in Bhadohi, UP.
Is India Saudi Arabia ? Media silent. pic.twitter.com/ZnRC8X7q0O— ShankhNaad (@ShankhNaad) October 28, 2017
@Uppolice sir please take action, this is very cruel inhuman act . https://t.co/xe4FIcmD1Z
— Doc pramod (@pramod_k_shetty) October 29, 2017
भदोई पुलिस द्वारा एक नीरज गौतम के गिरफ़्तारी की खबर की पुष्टि के बाद भी शंख नाद ने अपना पोस्ट हटाया नहीं है। अगर आप उनके ट्विटर टाइमलाइन को देखे तो पता चलेगा की उनके अधिकांश पोस्ट में उन्होंने साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण को बढ़ावा देने की कोशिश की जाती है।
3.स्विस जोड़े के साथ हुई शर्मनाक हरकत को भी फेक न्यूज (नकली समाचार) विक्रेताओं ने सांप्रदायिक रंग देने का शर्मनाक काम किया।
इस बार भी प्रशांत पटेल ही थे जो कह रहे थे की वे अपराधी एक विशेष कौम के लोग है। पटेल, जो सीरियल ऑनलाइन फेकर्स समुदाय का है, उसने इस बात की ओर “नापाक” इशारा किया की वे हमलावर अपना “पाक” काम कर रहे थे।
जब लोकल मीडिया ने अभियुक्त का नाम और फोटो छापा तो इस नकली समाचार का पर्दाफाश हुआ। आप पूरी खबर यहाँ ऑल्ट न्यूज के लेख में पढ़ सकते हैं।
4. रोहिंग्या शरणार्थियों की बात तब वापस उछली जब ANI ने नागालैंड पर हमले की एक योजना की गलत खबर प्रकाशित कीऔर बाद में ANI द्वारा वह खबर हटा दी गयी। ये नकली कहानी व्हाट्सप्प पर संचारित एक नकली खबर पर आधारित थी। इस पर ऑल्ट न्यूज़ की खबर आने के बाद, टाइम्स नाउ और इंडिया टुडे ने भी अपनी कहानी हटा दी।
लेकिन गलत खबर फ़ैलाने वाले तारक फ़तेह और तपन घोष जैसे ट्विटर हैंडल्स को ऐसा नहीं लगा कि उनके अफवाह फैलाने वाले ट्वीट्स जिसको बाद में गलत साबित कर दिया गया, हटा दिया जाना चाहिए।
At Least 2,000 #Rohingya Muslims join #ISIS with plans to to atack #Nagaland in India's northeast. https://t.co/lFvd8cYBqW
— ਤਾਰੇਕ ਫਤਹ (@TarekFatah) October 13, 2017
At Least 2,000 Rohingya Muslims Joins ISIS To Attack Nagaland: Reports – https://t.co/JE3E2oGm3m https://t.co/nDQch7zwEQ
— Tapan Ghosh (@hstapanghosh) October 14, 2017
5. हम सब उन एकाउंट्स से भी परिचित है जो बार बार फेक न्यूज़ (नकली समाचार) के धोके में आ जाते है। किरण बेदी भी उनमे से एक है। यहाँ किसी को दुःख पहुंचने का इरादा नहीं है, पर लुभावन की उत्सुकता ने अक्कल पर परदे दाल दिए है।
Spirit of Deepavali at tender age of 97. She's mother of @narendramodi (Hiraben Modi -1920) celebrating Diwali at her own home👇🏼@SadhguruJV pic.twitter.com/HBXAzNXomC
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) October 20, 2017
बेशक, यह तुरंत ही पता चल गया की यह वीडियो PM मोदी जी की माताजी का नहीं है। ना ही ये दिवाली के दौरान का है, क्यूंकि ये वीडियो इंटरनेट पर दिवाली से पहले ही मौजूद था। गरबा के गानों पर नाचने वाली ये वृद्ध औरत का वीडियो नवरात्री के तुरंत बाद का है।
6.दिवाली सम्बंधित फेक न्यूज़ (नकली समाचार) के सिलसिला बरक़रार है। इस साल नासा की हमेशा वाली तस्वीर की जगह गोल्डन टेम्पल की ये फोटोशॉप की हुई तस्वीर ने ली है। इस बार भी, मधु किश्वर से लेकर अमिताभ बच्चन तक, वही संदिग्ध लोग इसके शिकार हुए ।
Can't one guess the name of this place celebrating Diwali? pic.twitter.com/tewu9pPf3Z
— MadhuPurnima Kishwar (@madhukishwar) October 21, 2017
this is simply DIVINE … !! https://t.co/R5DiAsMzOp
— Amitabh Bachchan (@SrBachchan) October 20, 2017
7. इस बार अंतरिक्ष द्वारा ली गई भारत की एक वास्तविक तस्वीर दिवाली पर धूम मचा गयी। अंतरिक्ष मिशन पर गए एक अंतरिक्ष यात्री पाओलो नेस्पोली ने भारत की इस तस्वीर से दिवाली की शुभकामनाओं को ट्वीट किया।
Diwali, the Hindu Festival of Lights, starts today. #HappyDiwali to everyone! #VITAmission pic.twitter.com/Uygnc8tTWx
— Paolo Nespoli (@astro_paolo) October 19, 2017
हालांकि नेस्पोली ने सितम्बर में ली गयी इस तस्वीर को शेयर किया, पर दिवाली की रात को अंतरिक्ष से देखने की अभिलाषा इतनी तीव्र थी की कईओं, यहाँ तक कि मुख्य मीडिया भी, ने यह मान लिया की ये दिवाली की रात की तस्वीर है।
ट्विटर प्रयोक्ताओं ने बताया की यह तस्वीर नेस्पोली की फ्लिकर पेज पर पहले से ही उपलब्ध थी, जहा से पता चलता है की यह तस्वीर दिवाली की 20 दिन पहले ली गयी थी। यूरोपियन स्पेस एजेंसी की प्रवक्ता ने NDTV को ईमेल पर इस बात की पुष्टि की है ।
8. किसी भी NASA की कहानी के बिना कोई भी फेक न्यूज़ (नकली समाचार) पूरी कैसे हो सकती है? पिछले महीने केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बदल ने कहा की, “जसलीन कौर जोसन मार्स पर जाने के लिए NASA द्वारा चयनित पहली सिख महिला है ।”
जसलीन कौर ने फेसबुक पर खुलासा किया की वो सिर्फ ‘आकांक्षी अंतरिक्ष यात्री’ है, और आधिकारिक तौर पर अंतरिक्ष यात्री कहलायी जा सकती है। इस खुलासे के बावजूद यह फेक न्यूज़ ट्विटर पर चलता रहा। सबको बताने के बाद भी दोषियों ने अपने पोस्ट नहीं हटाए।
Well done Jasleen Josan! She is the first Sikh woman to be a part of the two-way Mars mission by NASA which is set to happen in 2030. pic.twitter.com/SZ2XjPAn5k
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) October 6, 2017
Jasleen Kaur Josan from Haryana has been chosen by NASA to go to the first man mission to Mars in 2030. #ProudIndian pic.twitter.com/GGH82SuDiL
— Harsh Goenka (@hvgoenka) October 8, 2017
9. फेक न्यूज़ तंत्र में एक और बड़ा नाम है ऋषि बागरी का। उन्होंने एक वीडियो संचारित किया जिसमे उन्होंने बताया की यह वीडियो गुजरात में कांग्रेस का है।
This is the state of Gujarat Congress 😂😂😂 pic.twitter.com/FjtSBoea7Y
— Rishi Bagree 🇮🇳 (@rishibagree) October 25, 2017
लेकिन बूम फैक्ट चेक ने बताया की यह वीडियो मणिपुर में मार्च महीने का है, और इसके ऑडियो को बदला गया है। कोई मुर्ख ही होगा जो सोचेगा की बागरी ने ये पोस्ट हटा दी होगी।
10. दिल्ली एनसीआर में इस दिवाली पर पटाखों के बिक्री पर रोक लगी थी । फेक न्यूज़ (नकली समाचार) तंत्र ने किसी तरह जोड़- तोड़ कर इसका इलज़ाम कांग्रेस पर डाल दिया। संजीव गोयल ने एक सवाल में कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट जज के बीच के रिश्तों की ओर संकेत किया।
Justice Sikri, head of the SC bench who imposed #firecrackersban in Delhi👇
Is this true @pbhushan1?😁 pic.twitter.com/6GZW5zDgft— #Intolerant भारतीय (@goyalsanjeev) October 18, 2017
उनका ये दांव उल्टा पड़ा जब इस बात की पुष्टि हुई की यह तस्वीर जस्टिस सिकरी की नहीं, बल्कि एक कोंग्रेसी की है।
This photo is from 2012, earlier it was used to defame Journalist Vinod Dua, now being used for SC Judge.
He is KP Singh Deo, Congress https://t.co/v13hHieLZX— SM Hoax Slayer (@SMHoaxSlayer) October 18, 2017
11. केरल के विद्युत् मंत्री ऍम ऍम मणि ने दक्षिण कोरिया के सौर सयंत्र की तस्वीर को केरल के प्लांट की बताकर संचारित किया।
ये तस्वीर लॉजिकल इंडियन के एक लेख में छपी थी। हालाँकि ये नहीं पता चल पाया है की लॉजिकल इंडियन ने शुरुआत में इस तस्वीर को प्रदर्शक बताया है या नहीं, लेकिन वर्त्तमान संस्करण में स्पष्ट रूप से लिखा गया है की यह एक प्रदर्शक (नमूने के तौर पर) तस्वीर है। मंत्रीजी शायद बारीक़ अक्षर नहीं पढ़ पाए होंगे। अपने सौर संयंत्र को नहीं पहचानने के लिए जब उनका ट्रोल हुआ तो उन्होंने अपना ट्वीट बाद में हटा दिया।
12. और अब हम कुछ हंसाने वाली फेक न्यूज (नकली समाचार) आपको दिखाते हैं। योगी देवनाथ ने जेम्स बांड की फिल्म डॉ नो में उर्सुला अनड्रेस्स और शॉन कोन्नेरी की तस्वीर प्रसार किया। और उन्होंने उर्सुला अनड्रेस्स को सोनिआ गाँधी बताया।
पप्पू दो दिन पहले RSS मे महिला के आधी ड्रैस के बारे मे बात कर रहा था
शहजादे
RSS को छोड
ये बता कि इस फोटो में तेरी इटली बाई कैसी दिख रही है pic.twitter.com/NItFncw1rn— yogi Devnath (@TheYogiDevnath) October 11, 2017
मज़ाक तो एक तरफ है, लेकिन ‘इटली बाई’ जैसे शब्द का उपयोग कर योगी देवनाथ अपनी संकुचित मानसिकता का परिणाम देते है। वे राहुल गाँधी के RSS में महिलाएं ना होने की बात पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
ऑल्ट न्यूज़ ट्विटर पर काफी लोग फेक न्यूज़ (नकली समाचार) का भंडाफोड़ करने आगे आ रहे है। ये बहुत ही सराहनीय और उत्साहवर्धक बात है। हम आशा करते है की ये प्रवृत्ति एक आंदोलन का रूप ले सके, ताकि फेक न्यूज़ (नकली समाचार) फ़ैलाने वाले साचेत हो जाये।
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