“जोधपुर जिले में सब -इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी जी को इस दलित ने बेरहमी से पिट पिट कर मौत के घाट उतार दिया! यह था भारत बंद ??इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ।।” इन शब्दों के साथ तीन तस्वीरें पोस्ट की गयी है और दावा किया जा रहा है कि 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दिन जोधपुर जिले में सब-इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी को एक दलित ने पिट-पिट कर मार दिया। इन तस्वीरों को ‘कट्टर हिन्दू भगवा राज’ नामक फेसबुक पेज ने पोस्ट किया है। इस पेज ने अपने 35 लाख से भी अधिक फॉलोअर्स के बीच इन तस्वीरों को शेयर किया है जिसे इस लेख के लिखे जाने समय तक 49 हजार से अधिक बार शेयर किया जा चूका है।
एक अन्य फेसबुक पेज ‘भारत की आवाज’ जिसके 39 लाख से भी अधिक फॉलोअर्स हैं, इस पेज ने भी इन तस्वीरों को पोस्ट किया है।
जोधपुर जिले में सब -इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी जी को इस दलित ने बेरहमी से पिट पिट कर मौत के घाट उतार दिया! यह था भारत बंद ??इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ।।
Posted by भारत की आवाज़. on Tuesday, 3 April 2018
‘एक नाम हिन्दुस्तान’ नामक एक और फेसबुक पेज जिसके 66 लाख से भी अधिक फॉलोअर्स हैं, इसने भी इन्हीं शब्दों के साथ ये तस्वीरें पोस्ट की है।
जोधपुर जिले में सब -इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी जी को इस दलित ने बेरहमी से पिट पिट कर मौत के घाट उतार दिया! यह था भारत बंद ??इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ।।
Posted by एक नाम हिन्दुस्तान. on Tuesday, 3 April 2018
हमने पाया कि ये तस्वीरें हर कुछ मिनट में इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी का बताकर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है। कुछ पर्सनल आईडी से भी इन तस्वीरों को इसी दावे के साथ पोस्ट किया गया है कि भारत बंद के दिन एक दलित ने महेन्द्र चौधरी को पिट-पिट कर मौत के घाट उतार दिया। इस पोस्ट को 7 हजार से अधिक बार शेयर किया जा चूका है।
जोधपुर जिले में सब -इंस्पेक्टर महेन्द्र चौधरी जी को इस दलित ने बेरहमी से पिट पिट कर मौत के घाट उतार दिया! यह था भारत बंद ??
Posted by दिलीप ओझा on Monday, 2 April 2018
ऑल्ट न्यूज़ ने जब इन तस्वीरों की सच्चाई का पता लगाया तो पाया कि ये तस्वीरें जून 2017 की उत्तर प्रदेश की तस्वीरें है नाकि जोधपुर, राजस्थान की। डेली मेल के रिपोर्ट के अनुसार एक नाबालिग स्कूल लड़की के साथ कानपूर, उत्तर प्रदेश के जागृति हॉस्पिटल में इलाज के दौरान बलात्कार हुआ था। इसी के विरोध में गुस्साए लोगों ने वहां तोड़फोड़ की और हॉस्पिटल के बाहर तैनात पुलिस ऑफिसर पर भी हमला कर दिया। नीचे की तस्वीर डेली मेल के आर्टिकल से ली गयी है।
हाल के न्यूज़18 के रिपोर्ट अनुसार सब इन्स्पेक्टर महेंद्र चौधरी भारत बंद के दौरान ड्यूटी पर थे तभी उन्हें हार्ट अटैक आया था उनका इलाज जोधपुर में चल रहा था लेकिन हालात में कोई सुधार ना होने के कारण 3 अप्रैल को उन्हें गुजरात स्थित अहमदाबाद रेफर कर दिया गया था लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। वहीँ नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार भारत बंद के हिंसा में घायल महेंद्र चौधरी की मौत हो गई।
उपर की स्क्रीनशॉट महेंद्र चौधरी पर किए गए गूगल सर्च की है। इससे यह पता चलता है की उनकी मौत हुई है लेकिन जिन तस्वीरों से सोशल मीडिया पर उनके मौत होने का दावा किया जा रहा है यह बिलकुल गलत है। अक्सर ऐसी घटना के बाद पुरानी तस्वीरों को हाल के घटना से जोड़कर फैलाया जाता है।
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