“यह वीडियो सीमा पर शहीद हुए मेजर प्रफुल्ल अंबादास की बताई जा रही है। घायल मेजर अपनी जान की परवाह किए बिना साथियों को सुरक्षित रहने का आदेश दे रहे हैं।“। उपर्युक्त संदेश वाला एक वीडियो इस वक्त सोशल मीडिया पर वायरल है। यह दावा किया जा रहा है कि जम्मू और कश्मीर के केरी क्षेत्र में शनिवार को युद्ध विराम के उल्लंघन में मारे जाने वाले मेजर प्रफुल्ल अंबादास मोहरकर, आखिरी सांस तक अपनी यूनिट को निर्देश दे रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, केरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीजफायर उल्लंघन के दौरान मेजर मोहरकर, सिपाही परगट सिंह, लांस नाइक गुरमेल सिंह और लांस नाइक कुलदीप सिंह शहीद हो गए थे।
यह वीडियो सीमा पर शहीद हुए मेजर प्रफुल्ल अंबादास की बताई जा रही है।
घायल मेजर अपनी जान की परवाह किए बिना साथियों को सुरक्षित रहने का आदेश दे रहे हैं। वहीं खून बहने के कारण साथी उन्हें चुप रहने को बोल रहे हैं।
ऐसे सपूत के लिए तो सारे सम्मान छोटे हैं। 🙏💐 pic.twitter.com/LMfmctaaPW
— PANKAJ PARASHAR (@PANKAJPARASHAR_) December 26, 2017
इस वीडियो को जनरल वी के सिंह के सत्यापित फेसबुक पेज द्वारा साझा किया गया था, जबकि उन्होंने अधिकारी के नाम का उल्लेख किए बिना कहा,” भारतीय सेना की जाँबाज़ी की अग्रिम पंक्ति हैं हमारे युवा अधिकारी. #JaiHind” । बहुत से लोग इस वीडियो को मेजर प्रफुल्ल अधिकारी समझते हुए साझा कर रहे है। इस वीडियो को आप की विधायक अलका लांबा ने भी अपने ट्विटर टाइमलाइन पर पोस्ट किया था। जबकि इसे तेलंगाना टुडे और सियासत डेली वेबसाइटों द्वारा भी साझा किया गया था।
वीडियो अभी भी फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर पर वायरल है।
यह वीडियो सीमा पर शहीद हुए मेजर प्रफुल्ल अंबादास की बताई जा रही है।
घायल मेजर अपनी जान की परवाह किए बिना साथियों को सुरक्षित रहने का आदेश दे रहे हैं। वहीं खून बहने के कारण साथी उन्हें चुप रहने को बोल रहे हैं।
ऐसे सपूत के लिए तो सारे सम्मान छोटे हैं। 🙏💐 @PMOIndia @MajorPoonia pic.twitter.com/grR0pf202A— Kishan Jha (@kishanjha3) December 26, 2017
क्या वीडियो वास्तव में मेजर प्रफुल्ल की है? नहीं, क्योंकि इस वीडियो को यूट्यूब पे मौजूद हुए 7 साल से भी अधिक समय हो गया है। जनवरी 2017 में सीआरपीएफ द्वारा इस वीडियो को अपने सत्यापित ट्विटर अकाउंट से शेयर किया था और सैनिक के रूप में सहायक कमांडेंट सतवंत सिंह की पहचान दी गयी थी।
Exemplary leadership in adversity, leading & guiding fellow troops in the heart of Bastar by Asst Comdt Satwant Singh, 85Bn CRPF on 8Jun2009 pic.twitter.com/XdccphMlx6
— CRPF (@crpfindia) January 17, 2017
यह एक दुखद घटना है और इसके लिए लोगों की इससे सहानुभूति जताते हुए एक फर्जी विडियो को सच मान कर शेयर किये जाने की बात समझ में आती है लेकिन इस खबर को मुख्यधारा की मीडिया द्वारा भी इसी फर्जी विडियो लेकर गलत सन्देश के साथ फैलाया जा रहा। ये News18 India की फेसबुक पेज की हैडलाइन है “गोली लगने के बाद भी फर्ज निभाते शहीद मेजर प्रफुल्ल”. News18 के वेबसाइट पर इस शीर्षक के साथ एक लेख भी लिखा गया, “शहीद मेजर प्रफुल्ल के आखिरी समय का ‘वीडियो’ वायरल”।
गोली लगने के बाद भी फर्ज निभाते शहीद मेजर प्रफुल्ल, VIDEO वायरल
गोली लगने के बाद भी फर्ज निभाते शहीद मेजर प्रफुल्ल, VIDEO वायरल
https://goo.gl/4gBy9HPosted by News18 India on Wednesday, 27 December 2017
Dainik Jagran के फेसबुक पेज से ये कहा गया- “जांबाज सैनिक: आखिरी समय में भी अपनी ड्यूटी कर रहे थे मेजर प्रफुल्ल, सुनिए अंतिम शब्द”
जांबाज सैनिक: आखिरी समय में भी अपनी ड्यूटी कर रहे थे मेजर प्रफुल्ल, सुनिए अंतिम शब्द
जांबाज सैनिक: आखिरी समय में भी अपनी ड्यूटी कर रहे थे मेजर प्रफुल्ल, सुनिए अंतिम शब्द
Posted by Dainik Jagran on Wednesday, 27 December 2017
थोड़े समय पहले जब 2 भारतीय सैनिकों का पाकिस्तान ने सिर काटके अलग कर दिया था, ब्राज़ील के बैंक लूटने वालों का एक पुराना विडियो इस ही तरह से वायरल किया जा रहा था। ऐसी दुखद घटनाओं के बाद अक्सर ऐसे विडियो वायरल किये जाते हैं। कृपया कोई भी ऐसी विडियो आगे भेजने से पहले सोचें। हमें अपने वीर सेनानियों पे गर्व करने के लिए ऐसे फर्जी विडियो की ज़रूरत नहीं हैं।
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