इज़राइल और हमास में चल रहे युद्ध के बीच अस्पताल के बिस्तर पर पड़े एक व्यक्ति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. कई यूज़र्स ने ये दावा किया कि ये व्यक्ति एक फ़िलिस्तीनी पीड़ित की भूमिका निभाने वाला ऐक्टर है. इज़राइल के ऑफिशियल X (ट्विटर) हैंडल ने ये वीडियो 26 अक्टूबर को एक थ्रेड में शेयर किया था. थ्रेड के पहले ट्वीट में एक व्यक्ति को गाज़ा की सड़कों पर चलते हुए, गाते हुए और इज़राइल पर हमास के हमले का जश्न मनाते हुए दिखाया गया है. शेयर किये गए कैप्शन का हिंदी अनुवाद है:
“🧵फ़ेक न्यूज़ अलर्ट
एक शैतान कड़ी मेहनत करता है लेकिन गाज़ा की फ़िल्म इंडस्ट्री उससे भी ज़्यादा मेहनत करती है. आतंकवाद समर्थक, गायक और “ऐक्टर” सालेह से मिलें. आपने हाल ही में सालेह को काफी बार देखा होगा क्योंकि ये चमत्कारिक रूप से हर जगह मौजूद रहे हैं. सालेह इज़राइल में हमास के रॉकेट लॉन्च का जश्न मना रहे हैं.”
थ्रेड के अगले ट्वीट में ‘मरीज’ का वायरल वीडियो था. इसके कैप्शन का हिंदी अनुवाद है:
“ये एक और वीडियो जो कथित हवाई हमले के कुछ दिनों बाद इस स्टार की मरणासन्न अवस्था दिखाता है. क्या आपने उसके पीछे की मशीनों में कुछ अजीब देखा? ज़्यादातर मशीनें बंद हैं और जो हैं उनमें फ़र्ज़ी आंकड़े दिए गए हैं. (आर्काइव 1, 2)
बाद में थ्रेड हटा दिया गया.
X ब्लू यूज़र ओली लंदन ने 25 अक्टूबर को यही वीडियो शेयर करते हुए अस्पताल के बिस्तर पर लेटे व्यक्ति को इज़रायली हवाई हमले के पीड़ित का नाटक करने वाला ऐक्टर बताया. इनके ट्वीट को 4.3 मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया और इसे 13 हज़ार से ज़्यादा बार रिट्वीट किया गया है. (आर्काइव)
Hamas Crisis Actor pretends to be a victim of an Israeli air strike- appearing in a hospital bed while pretending to be in a critical condition as two supporting actors hold his hand.
In reality, the man is a Hamas musician and actor who has been appearing in various videos for… pic.twitter.com/PQmPipAC3R
— Oli London (@OliLondonTV) October 25, 2023
एक और X ब्लू यूज़र, @EndWokeness ने वायरल वीडियो को तीन अन्य वीडियो के कंपाइलेशन के साथ पोस्ट किया. यहाँ एक व्यक्ति को अपनी बांह पर फ़िलिस्तीनी झंडे के निशान के साथ मिलिट्री के कपड़े पहने देखा जा सकता है. वो इज़राइल पर हमास के हमले का जश्न मनाते और गाज़ा पर इज़राइल के हवाई हमले पर रोते हुए दिख रहा है. इस वीडियो के साथ शेयर किये गए कैप्शन का हिंदी अनुवाद है: “हमास संकट का ऐक्टर फिर से वापस आ गया है.” ट्वीट को 18 मिलियन से ज़्यादा बार देखा गया और 13 हज़ार से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)
कई अन्य भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय X यूज़र्स ने भी ये वीडियो ऐसे ही दावे के साथ शेयर किया. इनमें @MeghUpdates, @MrSinha_, @benaym, @DrEliDavid, @noam1906, @gaursatyam01, @karimGahin1, @SrLiberal, @TheDeadDistrict, @RadioGenoa, @jtimes24farsiऔर इज़राइली मीडिया आउटलेट IISRAELLYCOOL शामिल हैं.
फ़ैक्ट-चेक
हमने देखा कि जिस आदमी की तुलना उस ‘मरीज’ से की जा रही है उसके वीडियो फ्रेम में एक टेक्स्ट था. ऐसा मालूम हुआ ये उस आदमी का नाम है. टेक्स्ट में लिखा था, ‘सालेह अलजफ़रवी.’ हमने इस टेक्स्ट का गूगल सर्च किया. हमें इसी नाम का एक इंस्टाग्राम अकाउंट मिला. इस इंस्टाग्राम पेज पर सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा शेयर किए गए कई वीडियोज़ मिले (इंस्टैस 1, 2, 3). सालेह अपने इंस्टाग्राम पेज पर गाज़ा के विजुअल्स शेयर करते रहे हैं. उनके इंस्टाग्राम बायो में भी गाज़ा का ज़िक्र है. उनका एक यूट्यूब चैनल भी है जहां वो अपने म्यूजिक वीडियोज शेयर करते हैं. ‘अबाउट’ सेक्शन में उन्होंने ज़िक्र किया है कि वो गाज़ा में रहने वाले 25 साल के फ़िलिस्तीनी व्यक्ति हैं.
वायरल वीडियो से कई की-फ्रेम लेने के बाद हमने उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च किया. हमने देखा कि टिकटॉक यूज़र @hamodahmdan1 ने 19 अगस्त, 2023 को अभी वायरल हो रहा वीडियो शेयर किया था. यानी, ये साफ है कि ये वीडियो हाल का नहीं है. टिकटॉक वीडियो के नीचे अरबी में लिखे हैशटैग में से एक में लिखा है, “नूर शम्स कैंप.” नूर शम्स वेस्ट बैंक के उत्तरी हिस्से में फ़िलिस्तीनियों के लिए एक शरणार्थी शिविर है. वेस्ट बैंक और गाज़ा पट्टी इज़रायली जमीन से अलग हुआ फ़िलिस्तीनी क्षेत्र हैं. फ़िलहाल, इज़राइल उस क्षेत्र से हमास द्वारा किए गए हमलों का जवाब देने के लिए गाज़ा पट्टी को निशाना बनाने का दावा करता है.
इसे ध्यान में रखते हुए हमने एक सबंधित की-वर्डस सर्च किया. हमें 25 अगस्त 2023 की अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता आंदोलन की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इस रिपोर्ट में ये वीडियो में मौजूद व्यक्ति की तस्वीर थी और बताया गया था कि 24 जुलाई को नूर शम्स शरणार्थी शिविर पर इजरायली बलों के हमले के दौरान 16 साल के मोहम्मद ज़ेंडिक ने अपना पैर खो दिया था. ज़ेंडिक को तब एक इजरायली अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 21 अगस्त को रिलीज़ किया गया.
डेट फ़िल्टर के साथ एक की-वर्डस सर्च करने से हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें बताया गया था कि इस छापे में नूर शम्स शरणार्थी शिविर में कई फ़िलिस्तीनी घायल हो गए थे.
हमने इंटरनेशनल सॉलिडैरिटी मूवमेंट द्वारा ली गई तस्वीर और वायरल वीडियो के बीच कई समानताएं देखीं जैसे कि अस्पताल के कमरे में मौजूद इक्विपमेंट और बिस्तर की चादर का पैटर्न. इन्हें नीचे हाइलाइट किया गया है:
हमने पत्रकार यूनिस तिरावी से संपर्क किया. उन्होंने इज़राइल-हमास युद्ध पर ग्राउंड रिपोर्ट की थी. यूनिस तिरावी ने हमें बताया कि ज़िंदा बचे व्यक्ति का नाम सईद ज़ेंडिक था. अगस्त में वेस्ट बैंक में हुई घटना में वो घायल हो गया था. उन्होंने हमारे साथ पीड़ित के भाई की टिकटॉक प्रोफ़ाइल भी शेयर की जिसका यूज़रनेम ‘@esam_zandek’ है. इस प्रोफ़ाइल पर, हमें अस्पताल में सईद के और भी वीडियोज़ मिले. ये सभी अगस्त के वीडियोज़ थे इनमें से एक में उसे व्हीलचेयर पर देखा जा सकता था क्योंकि उसने अपना एक पैर खो दिया था.
हमें सईद की एक तस्वीर भी मिली जिसमें एसाम सईद अस्पताल से बाहर निकलता दिख रहा है. एसाम को वायरल वीडियो की तरह ही टी-शर्ट पहने देखा जा सकता है.
नीचे 16 साल के सर्वाइवर, सईद ज़ेंडिक और इंस्टाग्राम व्लॉगर, सालेह अलजाफ़रवी के चेहरों की एक साथ तुलना दी गई है. साफ तौर पर ये दोनों एक व्यक्ति नहीं हैं:
कुल मिलाकर, इज़राइल के ऑफ़िशियल X हैंडल और कई अन्य सोशल मीडिया यूज़र्स द्वारा शेयर किया गया दावा बिल्कुल झूठा कि वायरल वीडियो में अस्पताल के बिस्तर पर दिखने वाला व्यक्ति ऐक्टर है और नाटक कर रहा है. वीडियो जुलाई-अगस्त 2023 का है और इसमें सईद ज़ेंडिक है जो नूर शम्स शरणार्थी शिविर पर इज़रायली हमले के दौरान घायल हो गया था.
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.