कोविड-19 महामारी का जिस तरह से सामना किया गया है और सबसे बड़े उत्पादकों में से एक होने के बावजूद देश में जीवन-रक्षक वैक्सीन की कमी होने की वजह से भारत सरकार की आलोचना की जा रही है. सरकार ने 27 मई को एक लिस्ट जारी की जिसमें टीकाकरण प्रोग्राम के इर्द-गिर्द फैल रहे भ्रम बताये गए थे. इस लिस्ट को जारी करने का उद्देश्य लोगों को ये बताना था कि सरकार बाहर से वैक्सीन मंगवाने का, घरेलू उत्पादन बढ़ाने का और राज्यों को वैक्सीन मुहैया कराने और बच्चों के टीकाकरण के लिए अनवरत प्रयास कर रही है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पीआईबी प्रेस रिलीज़ का एक लिंक ट्वीट किया जो ये दावा करता है “अभी तक, दुनिया का कोई भी देश बच्चों को वैक्सीन नहीं दे रहा है. WHO ने बच्चों के टीकाकरण के पक्ष में कुछ नहीं कहा है.”
As of now,no country in the world is giving vaccines to children.
WHO has no recommendation on vaccinating children.
Trials on children in India are going to begin soon.
The decision is to be taken by scientists after data is available based on trials. https://t.co/Ib7iz5XP6t
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 27, 2021
ग़लत दावों की सच्चाई NITI आयोग के सदस्य डॉक्टर विनोद पॉल ने बतायी. रेल मंत्री पियूष गोयल ने भी वो हिस्सा ट्वीट किया जिसमें ये दावा किया जा रहा है कि दुनिया का कोई भी देश बच्चों का टीकाकरण नहीं कर रहा है.
NITI आयोग की रिलीज़ के बारे में न्यूज़ एजेंसी ANI ने रिपोर्ट किया. इसके अलावा ऐसा करने वालों में और भी मीडिया आउटलेट्स शामिल थे. PIB इंडिया और ऑल इंडिया रेडियो न्यूज़ के ट्विटर हैंडल्स ने भी ऐसा ही दावा करने वाला ग्राफ़िक पोस्ट किया.
Several myths on India’s #COVID19 vaccination program are doing the rounds. These myths are arising due to distorted statements, half-truths & blatant lies. Member (Health) in NITI Aayog Dr Vinod Paul addresses these myths and gives out facts on all these issues: NITI Aayog pic.twitter.com/U3YBBYufl1
— ANI (@ANI) May 27, 2021
फ़ैक्ट-चेक
ये दावा कि किसी भी देश ने बच्चों के लिए टीकाकरण की शुरुआत नहीं की है, ग़लत है. ये कई जगहों पर ख़बर में आ चुका है कि यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका, कनाडा और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) ने बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू कर दिया है. 12 से 15 साल के बीच की उम्र के करीब 6 लाख बच्चों को फ़ाइज़र-बायोएनटेक की कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज़ मिल चुकी है. ये आंकड़ा 18 मई तक का था.
द न्यू यॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, मई 2021 में फ़ूड ऐंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने 12 से 17 वर्ष की उम्र के बच्चों को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए फ़ाइज़र-बायोएनटेक वैक्सीन की इजाज़त दी थी. आने वाले महीनों में मॉडर्ना और जॉनसन ऐंड जॉनसन, इन दो टीकों को भी इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाज़त मिलने की संभावना है.
जर्मन न्यूज़ एजेंसी DW की रिपोर्ट के अनुसार 5 मई को कनाडा वो पहला देश बना था जिसने 12 साल से बड़ी उम्र के बच्चों के टीकाकरण को मंज़ूरी दी थी. कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (CBC) ने 27 मई को एक आर्टिकल में बताया, “ओंटेरियो और क्यूबेक, दोनों ही 12 साल की उम्र के बच्चों को टीका दे रहे हैं. अपॉइंटमेंट के दिन तक बच्चों को 12 साल की उम्र का होना ज़रूरी है.”
24 मई को UAE के द नेशनल न्यूज़ ने रिपोर्ट किया, “UAE के प्राइवेट स्कूलों ने अधिकारियों द्वारा 12 से 15 साल के बच्चों के लिए फ़ाइज़र और बायोएनटेक को मंज़ूरी देने के बाद हज़ारों छात्रों को कोविड-19 के ख़िलाफ़ इम्यून कर दिया है.”
डीपीएस दुबई ने भी हाल ही में ट्वीट करते हुए 12 साल के ऊपर के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान के बारे में बताया था.
Upholding the safety of our pupils, their families and the wider community, DPS Dubai launched a COVID-19 vaccination drive at Grand Hyatt, Dubai for administering the first dose of Pfizer vaccine exclusively for children above 12 years from 21 May to 27 May. @KHDA pic.twitter.com/ymaQwUdXct
— DpsDubai (@DpsDubai2) May 23, 2021
क़तर ने भी बच्चों के टीकाकरण के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की शुरुआत कर दी है.
News | MOPH Opens Online Registration for Children Aged 12 to 15 in COVID-19 Vaccine
Read more: https://t.co/9VbWzBPVNH@MOPHQatar #Qatar pic.twitter.com/zMXJxz2Qvx
— حكومي – قطر (@HukoomiQatar) May 19, 2021
ऐसी रिपोर्ट्स भी हैं जिसमें ये बताया गया रहा है कि बहरीन ने 12 साल के ऊपर के बच्चों के लिए फ़ाइज़र-बायोएनटेक की वैक्सीन को मंज़ूरी दे दी है.
#Bahrain has approved Pfizer/BioNtech vaccine for children aged from 12 to 17 years https://t.co/kITmIO7oEi
— Saudi Gazette (@Saudi_Gazette) May 19, 2021
WHO बच्चों को टीका देने की वक़ालत नहीं करता है?
एक तरफ़ जहां सरकार का ये दावा कि दुनिया के किसी भी देश ने बच्चों के टीकाकरण की शुरुआत नहीं की है, ग़लत पाया गया, वहीं ये सच है कि WHO ने बच्चों के टीकाकरण की वक़ालत नहीं की है. जिस वक़्त ये आर्टिकल लिखा जा रहा है, उस वक़्त तक WHO की वेबसाइट का ये कहना है – “अभी तक इतने ठोस सबूत नहीं मिले हैं जो कोविड के ख़िलाफ़ बच्चों के टीकाकरण के हक़ में बात करें. बच्चों और किशोरों में वयस्कों से कम बीमारियां होती हैं. लेकिन बच्चों को ज़रूरी वैक्सीन ज़रूर लगायी जानी चाहिए.”
लेकिन Center for Disease Control and Prevention का कहना है, “12 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोविड का टीका लगवाना चाहिए जिससे कोविड-19 से बचाव किया जा सके.” CDC ने कहा है कि 12 साल के ऊपर के बच्चे फ़ाइज़र-बायोएनटेक वैक्सीन ले सकते हैं.
सरकार ने वापस लिया बयान, दी सफ़ाई
जब ये कहा जाने लगा कि कई देशों में बच्चों को टीका दिया जा रहा है, उसके 7 घंटों बाद NITI आयोग के डॉक्टर वीके पॉल ने ANI को एक बयान दिया. उन्होंने कहा, “1-2 देश अब ये करना शुरू करेंगे. WHO ने बच्चों की जनसंख्या को कवर करने के बारे में अभी तक कुछ नहीं कहा है क्यूंकि बच्चों में बीमारी बेहद कम पायी जा रही है.”
When any drug/vaccine is discovered, typically it is first sorted out in the adult population because you do not want to risk children….It has been found out now that Pfizer can be administered to the younger population: Dr VK Paul to ANI, Niti Aayog on vaccines for children pic.twitter.com/Gt8hxQTtOX
— ANI (@ANI) May 27, 2021
वित्त मंत्री ने इस सफ़ाई को कोट-ट्वीट किया.
. My tweets (11) were drawing out essential elements of Dr. V K Paul of @NITIAayog answers to FAQs. Subsequently, particularly on children he has given clarification through @ANI. (See below) Have tweeted that too. May kindly see. Thanks for drawing attention. https://t.co/4SjXl7rZGR
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) May 27, 2021
प्रेस रिलीज़ को बाद में अपडेट कर दिया गया जिसमें लिखा था, “रिलीज़ में बताया गया है कि ‘दुनिया में कोई भी देश बच्चों को टीका नहीं लगा रहा है.’ ये ऐसा होना चाहिए- ‘दुनिया में कोई भी देश 12 साल से कम उम्र के बच्चों को टीका नहीं दे रहा है'”. इसके साथ ही उन्होंने इसे ‘लिखने में हुई गलती’ बताया.
पीआईबी ने बाद में अपना पुराना ट्वीट डिलीट कर दिया और दूसरा ट्वीट पोस्ट करते हुए लिखा ’12 साल के कम उम्र के बच्चे (children under 12 years)’
Myths & Facts on India’s Vaccination Process
Myth: Centre is not doing enough to buy vaccines from abroad
Fact: Government has remained engaged continuously with all the major international vaccine manufacturers right from mid-2020
Read details: https://t.co/UXv3ysT5j2
(1/7) pic.twitter.com/RD6Wx4kzRO
— PIB India (@PIB_India) May 27, 2021
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