सोशल मीडिया पर एक व्यक्ति को कोड़े मारे जाने का वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें देखा जा सकता है कि उस व्यक्ति को कई लोग पीट रहे हैं और वहां मौजूद भीड़ ये सब देख रही है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस फ़ुटेज को सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया है. दावा है कि व्यक्ति पर ये हमला हिंदू धर्म से ईसाई धर्म अपनाने की वजह से किया गया था.

X (पूर्व में ट्विटर) पर The Saviour नामक एक यूज़र ने ये वीडियो शेयर किया और लिखा, “हिंदुओं ने ईसाई धर्म अपनाने पर एक व्यक्ति पर हमला किया.” इस ट्वीट को करीब 6 लाख बार देखा गया और 4,200 बार रिट्वीट किया गया. (आर्काइव)

लोकप्रिय यूट्यूबर ध्रुव राठी के पैरोडी अकाउंट (@dhruvrahtee) ने इस वीडियो को एक्स पर शेयर करते हुए लिखा, “क्या इस देश में हिंदू धर्म छोड़कर दूसरे धर्म में धर्मांतरण करना अपराध है? इस व्यक्ति को भीड़ ने सिर्फ़ इसलिए बेरहमी से पीटा क्योंकि उसने हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था.” इस वीडियो को 499,100 से ज़्यादा बार देखा गया, साथ ही इसे 8,500 लाइक्स मिले और 4,600 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया गया. (आर्काइव)

वायरल वीडियो को यूट्यूब पर भी शेयर किया गया है. जहां बंगाली में किये गए दावे का हिंदी अनुवाद है, “ईसाई धर्म अपनाने पर हिंदुओं ने एक व्यक्ति पर हमला किया.”

फ़ैक्ट चेक

हमने इनविड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके वायरल वीडियो से कीफ्रेम्स लिए और फिर गूगल पर इनका रिवर्स सर्च किया. इससे हमें X यूज़र @SurajKrBauddh का 2022 का एक ट्वीट मिला. इस यूज़र ने ये क्लिप उस समय शेयर की थी. इस यूज़र के मुताबिक, “एक SC लड़के बेगारी नरेश को उसके घर से घसीटा गया और तेलंगाना के संगारेड्डी में बेरहमी से लाठियों से पीटा गया. ये एक बहुत ही निर्दयी काम है. हम गुंडों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हैं. जातिवाद बंद करो.” इससे पता चलता है कि वायरल वीडियो में दिखाई गई घटना करीब 2 साल पुरानी है.

मूकनायक ने जुलाई 2022 में इस घटना पर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी. रिपोर्ट का टाइटल था, “तेलंगाना: दलित युवक की पिटाई का वीडियो वायरल, मामला दर्ज”. इस रिपोर्ट में वायरल क्लिप का स्क्रीनशॉट भी शामिल है. रिपोर्ट के अनुसार, तेलंगाना के संगारेड्डी ज़िले का एक दलित युवक बी नरेश का संबंध दूसरे समुदाय की एक महिला के साथ था. नरेश पर महिला के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों ने कथित तौर पर हमला किया था.

रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पीड़ित को गंभीर चोटें आई और उसे जहीराबाद के अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस ने महिला के परिवार के सदस्यों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया था.

हमें इस घटना पर तेलंगाना टुडे की 2022 की एक रिपोर्ट भी मिली. इसमें कहा गया है कि पीड़ित का कथित तौर पर एक विवाहित महिला के साथ संबंध था. रिपोर्ट में कहा गया है, “सोशल मीडिया पर काफ़ी ज़्यादा शेयर किए गए एक वीडियो में, महिला के परिवार के सदस्यों ने उसे कथित तौर पर उस वक्त पकड़ा गया जब वो उक्त व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थिति में थी. उन्होंने उस व्यक्ति को पकड़ लिया और घर से बाहर खींच लिया. पूरा गांव असहाय होकर देख रहा था, महिला के परिवार के सदस्य उसे लाठी से बेरहमी से पीटते हुए दिखाई दिए. पुलिस ने 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.”

कुल मिलाकर, सोशल मीडिया यूज़र्स ने इस वायरल वीडियो को सांप्रदायिक ऐंगल देने की कोशिश की है. यूज़र्स ने दावा किया है कि एक हिंदू भीड़ ने ईसाई धर्म अपनाने की वजह से उस व्यक्ति पर हमला किया. हालांकि, हमारी फ़ैक्ट-चेक से पता चला है कि वायरल वीडियो 2022 का है जहां एक दलित व्यक्ति को कथित तौर पर एक विवाहित महिला के साथ संबंध रखने के लिए पीटा गया था. इस घटना का कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं है.

अबीरा दास ऑल्ट न्यूज़ में इंटर्न हैं.

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