एक सड़क दुर्घटना के बाद का वीडियो, जिसमें कई बसें शामिल हैं, सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है। सड़क पर कई लोगों के शव पड़े दिखते हैं जबकि एक व्यक्ति आसपास का वीडियो शूट कर रहा है। फेसबुक उपयोगकर्ता नक्की मोगी ने यह दावा करते हुए इस वीडियो को पोस्ट किया कि यह दुर्घटना अजमेर हाईवे पर हुई थी।
अजमेर रोड , हाईवे पर खतरनाक एक्सीडेंट जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई है और करीब 10 घायल हो गए हैं तो इसलिए आपसे विनम्र निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें की जिनका परिवार इंतजार कर रहे हैं उन्हें पता चल जाएँ धन्यवाद जी
Posted by Nakki Mogi on Sunday, 28 July 2019
वीडियो के साथ पोस्ट किए गए संदेश में लिखा है, “अजमेर रोड, हाईवे पर खतरनाक एक्सीडेंट जिसमें 22 लोगों की मौत हो गई है और करीब 10 घायल हो गए हैं तो इसलिए आपसे विनम्र निवेदन है कि इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें की जिनका परिवार इंतजार कर रहे हैं उन्हें पता चल जाएँ धन्यवाद जी”।
ट्विटर उपयोगकर्ता राजीव पांडे ने यह वीडियो इसी संदेश के साथ पोस्ट किया।
यह वीडियो व्हाट्सएप पर भी प्रसारित किया जा रहा है।
ज़िम्बाब्वे की पुरानी दुर्घटना
इस वीडियो को फ्रेम-दर-फ्रेम देखते हुए, ऑल्ट न्यूज़ को एक फ्रेम में, एक प्लेट मिली, जिससे सुझाव मिला कि यह हरारे, ज़िम्बाब्वे का हो सकता है।
गूगल पर एक कीवर्ड खोज से, हमने पाया कि नवंबर 2018 में जिम्बाब्वे में दो बसों की टक्कर में लगभग 50 लोगों की जान चली गई थी। न्यूज़ 24 द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी हरारे से लगभग 170 किमी पूर्व में स्थित रुसापी के पास विपरीत दिशाओं में जा रही दो बसें टकरा गईं थीं।
इसके अलावा, हमें अफ्रीकान्यूज़ द्वारा 9 नवंबर, 2018 को प्रकाशित एक वीडियो समाचार रिपोर्ट भी मिली। नीचे हमने डेली मेल में 2018 में प्रकाशित उक्त घटना की रिपोर्ट में दी गई तस्वीर को दुर्घटनाग्रस्त बस के वायरल वीडियो के एक स्क्रीनशॉट के साथ रखकर दोनों की तुलना की है। इस तुलना से पता चलता है कि यह वीडियो जिम्बाब्वे का है और उसी दुर्घटना का है जैसा कि कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों द्वारा रिपोर्ट की गई है।
निष्कर्ष में, जिम्बाब्वे की सड़क दुर्घटना के बाद का पुराना वीडियो, सोशल मीडिया में इस संदेश के साथ गलत तरीके से साझा कर दिया गया कि यह दुर्घटना राजस्थान के अजमेर हाईवे पर हुई थी।
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