13 सितंबर को, कई मीडिया संगठनों ने एक खबर प्रकाशित की, जिसका शीर्षक था –“यह एक संकेत है कि आप असली डाटा को छिपा रहे है: रघुराम राजन गोयल के गलत शब्दों पर”-अनुवाद। यह खबर RBI के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन की रेल मंत्री पीयूष गोयल द्वारा की गई एक गलती की कथित प्रतिक्रिया पर थी, जहां उन्होंने आइजैक न्यूटन के बजाय अल्बर्ट आइंस्टीन को गुरुत्वाकर्षण का खोजकर्ता बताया था।
IANS ने पहले मूल खबर को प्रकाशित किया था और इसके बाद ABP न्यूज़, द क्विंट, द इकोनॉमिक टाइम्स, आउटलुक और कारवां दैनिक ने इस खबर को प्रकाशित किया था। द इकोनॉमिक टाइम्स, द क्विंट और ABP न्यूज़ ने अब इस खबर को हटा लिया है।
लेख के मुताबिक, राजन ने ट्वीट किया कि,”जब आप आर्थिक मंदी की #GRAVITY को नहीं समझते हैं तो शब्दों में गलती करना और तर्क करना दोनों बेकार है। अगर कोई सोचता है कि गणित गुरुत्वाकर्षण और अर्थशास्त्र को नहीं समझ सकता, तो यह संकेत है कि आप असली आंकड़ों को छिपा रहे हैं। न्यूटन इस वक़्त मुस्कुरा रहे होंगे।“-अनुवाद।
मीडिया ने पैरोडी अकाउंट का हवाला दिया
राजन के नाम से किया गया ट्वीट एक पैरोडी अकाउंट ने किया था, जो रघुराम राजन के नाम से बनाया गया है। हैंडल के ट्विटर परिचय में भी इस बात को बताया गया है।
रघुराम राजन ट्विटर पर नहीं है।
यह कोई पहला मामला नहीं है, जिसमें IANS और अन्य मीडिया संगठन ने पैरोडी अकाउंट से किए गए बयानों को असली मानकर उस पर खबर प्रकाशित की है। IANS द्वारा प्रकाशित, अन्य कई मीडिया संगठन ने पिछले साल त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब के एक पैरोडी अकाउंट के ट्वीट के आधार पर लेख प्रकाशित किया था। इसके अलावा, द इकॉनॉमिक टाइम्स ने इससे पहले भी वॉरेन बफे के पैरोडी अकाउंट से किये गए ट्वीट को प्रकाशित किया था, जबकि अमेरिकन व्यापारी वॉरेन बफे का अपना अधिकृत ट्विटर अकाउंट मौजूद है।
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