ट्विटर यूज़र @captjasdeep ने बर्फ़ीली जगह में सैनिकों की एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा, “मैं आशा करता हूं हमारे देश को पता हो कि कनाडा की आर्मी चीनी PLA सैनिकों को विंटर वॉरफ़ेयर की ट्रेनिंग दे रही है. ” (आर्काइव लिंक) अपने बायो के मुताबिक ये यूज़र इंडियन आर्म्ड फ़ोर्स का हिस्सा है. इस आर्टिकल के लिखे जाने तक ट्वीट को 1,600 लोग शेयर कर चुके हैं और 5,000 लाइक्स भी मिल चुके हैं.

फ़ेसबुक पेज Defence360 ने ये तस्वीर अन्य 3 तस्वीरों के साथ शेयर किया जिनमें चीनी सैनिक दिख रहे हैं.

#Important

Canadian Army giving winter warfare training to Chinese PLA to deal with Indian Army in Peaks & Mountains…

Posted by DEFENCE360 on Tuesday, January 12, 2021

2014 की तस्वीर ग़लत दावे के साथ वायरल

तस्वीर 1: बर्फ़ीले इलाके में सैनिक

ऑल्ट न्यूज़ ने यांडेक्स पर इसका रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि ये तस्वीर दिसम्बर 2014 में अपलोड की गयी थी. NATO में कनाडा के जॉइंट डेलीगेशन ने ये तस्वीर शेयर करते हुए लिखा था, “कैनेडियन सैनिक कनाडा के आर्कटिक में ट्रेनिंग करते हुए, फ़रवरी 2014.” इस ट्वीट में कैनेडियन आर्म्ड फ़ोर्सेज़ और कैनेडियन आर्मी को टैग किया गया है.

तस्वीर 2, 3, और 4:

फ़ेसबुक पेज Defence360 द्वारा शेयर की गयी तस्वीरें कैनेडियन आर्मी ने 2018 में ट्वीट की थी. इस ट्वीट के मुताबिक, “आर्मी ने कैनेडियन आर्मी एडवांस्ड वॉरफ़ेयर सेंटर से 4 सैनिकों की टीम को चीन में ऑब्ज़र्वर के तौर पर चुना है. चीन के PLA ने कैनेडियन आर्मी का रेसिप्रोकल इनविटेशन (इनविटेशन के बदले में इनविटेशन देना) स्वीकारते हुए पेटावावा में विंटर सर्वाइवल ट्रेनिंग देखने की अनुमति दी.” आसान शब्दों में कहें तो ट्रेनिंग देखने की अनुमति मिली थी.

2018 के बाद से न ही कैनेडियन आर्म्ड फ़ोर्सेज़ और न ही कैनेडियन आर्मी ने चीन के साथ ट्रेनिंग की कोई तस्वीर पोस्ट की है. कनाडा ने 2020 में चीन के साथ एक मिलिट्री ड्रिल को रद्द कर दिया था. द वीक की रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा के डिपार्टमेंट ऑफ़ ग्लोबल अफेयर्स ने इसपर कहा था, “बढ़ी हुई चौकसी को देखते हुए, संबंधों में कमी/कटौती करने के लिए कनाडा को सावधानीपूर्वक सोचना चाहिए ताकि कोई अनपेक्षित या नुकसानदेह संदेश न पहुंचे.”

यानी, ट्विटर यूज़र @captjasdeep ने 2014 की तस्वीर इस ग़लत दावे के साथ शेयर की कि कैनेडियन आर्मी चीन के PLA सैनिकों को विंटर वॉरफ़ेयर ट्रेनिंग दे रही है. इसी तरह फ़ेसबुक पेज Defence360 ने भी कुछ अन्य तस्वीरें शेयर करते हुए यही दावा किया. ये अन्य 3 तस्वीरें कैनेडियन आर्मी ने 2018 में ट्वीट की थी.

हाल ही में पूर्व नेवी ऑफ़िसर हरिंदर एस सिक्का ने मस्जिद में प्रार्थना करते हुए एक सिख की कम से कम 5 साल पुरानी तस्वीर शेयर करते हुए ग़लत दावा किया था कि वो किसान आन्दोलन से वापस आकर पगड़ी निकालना भूल गया है.


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🙏 Blessed to have worked as a fact-checking journalist from November 2019 to February 2023.