दो सिंगल बेड वाले एक रूम की तस्वीर सोशल मीडिया में इस दावे से वायरल है कि यह दिल्ली के जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय के छात्रावास का कमरा है। फेसबुक पेज ‘I Support PM’ ने इस तस्वीर को पोस्ट किया है, जिसे अब तक करीब 12,000 बार शेयर और 6,200 बार लाइक किया जा चूका है। तस्वीर में अंकित संदेश के अनुसार, “आज 10Rs.में चाय समोसा नहीं मिलता और JNU के इन मुफ्तखोटों को दिल्ली जैसे शहर में 10Rs.में कमरा मिला हुआ है वो भी हमारे टेक्स के पैसों से !!!”
इस पोस्ट को 14 नवंबर को फेसबुक पेज ‘भारत विकास’ ने बनाया था।
आज 10Rs.में चाय समोसा नही मिलता और…
Posted by Bharat Vikas – भारत विकास on Thursday, 14 November 2019
जेएनयू हॉस्टल नहीं, PG का कमरा
इस तस्वीर को यांडेक्स पर रिवर्स सर्च करने से हमें इस तस्वीर को शामिल करने वाली एक वेबसाइट मिली, जिसमें इसी रूम की दूसरे एंगल से ली गई एक तस्वीर प्रकाशित की गई थी, जिसके विवरण में लिखा है –“स्टूडेंट्स इन हाउसिंग”।
कीवर्ड्स सर्च करने से हमें ‘Students Inn Housing’ नाम का एक फेसबुक पेज मिला, जो दिल्ली और एनसीआर के क्षेत्रों में PG सुविधा उपलब्ध करवाते हैं। इस समान तस्वीर को 16 मई, 2018 को पोस्ट किया गया था।
It’s the personal touch that will help you feel at home immediately
*
#students #studentsinn #delhiuniversity #delhigram #delhi #hospitality #hostel #accomodation #pgPosted by Students Inn on Wednesday, 16 May 2018
ऑल्ट न्यूज़ ने जेएनयू के छात्र से संपर्क कर कॉलेज हॉस्टल के कमरे की तस्वीर साझा करने के लिए उनसे अनुरोध किया। सबूत के तौर पर, वह तस्वीरें वायरल तस्वीर से अलग ही थी।
JNU में हॉस्टल शुल्क, जिससे परिसर में रह रहे छात्रों का वार्षिक फीस लगभग दोगुना हो जाएगा के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच सोशल मीडिया में PG रूम की तस्वीर को जेएनयू हॉस्टल के कमरा बताकर वायरल किया गया।
सत्ता को आईना दिखाने वाली पत्रकारिता का कॉरपोरेट और राजनीति, दोनों के नियंत्रण से मुक्त होना बुनियादी ज़रूरत है. और ये तभी संभव है जब जनता ऐसी पत्रकारिता का हर मोड़ पर साथ दे. फ़ेक न्यूज़ और ग़लत जानकारियों के खिलाफ़ इस लड़ाई में हमारी मदद करें. नीचे दिए गए बटन पर क्लिक कर ऑल्ट न्यूज़ को डोनेट करें.
बैंक ट्रांसफ़र / चेक / DD के माध्यम से डोनेट करने सम्बंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.