“ब्रेकिंग : सूरत में लोगों ने बिना किसी राजनेता या राजनीतिक समर्थन के #EVM के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया और चापलूस मीडिया या फिर कोई भी समाचार चैनल इसे नहीं दिखा रहा है। जनता सड़कों पर है, लगता है यह भारतीय लोकतंत्र को कमजोर करने और #EVMHacking #RTSpread की खिलाफत की शुरूआत है”

उपरोक्त संदेश सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरों के साथ साझा किया गया है, जिनमें लोग इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) के उपयोग के विरोध में पोस्टर्स पकड़े दिख रहे हैं। इस संदेश के अनुसार, सूरत में लोग बिना किसी राजनीतिक दल के समर्थन के, ईवीएम के इस्तेमाल का विरोध कर रहे हैं। इस तरह यह दिखाने का प्रयास किया गया है कि कैसे देश के नागरिक कथित ईवीएम हैकिंग को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और मीडिया द्वारा इस घटना को प्रकाशित नहीं किया जा रहा है।

कुछ अन्य व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं ने फेसबुक पर इन तस्वीरों को इसी संदेश के साथ शेयर किया है।

तथ्य-जांच

जांच में पाया गया कि ईवीएम के उपयोग के खिलाफ हालिया विरोध के रूप में फैल रही तस्वीरें पुरानी हैं और इनका 2019 के लोकसभा चुनावों या उसके बाद के समयकाल से कोई संबंध नहीं है। गूगल और यान्डेक्स पर इन तस्वीरों की रिवर्स इमेज सर्च करने पर ऑल्ट न्यूज़ ने पाया कि ये तस्वीरें लोकसभा चुनाव से काफी पहले की है।

पहली तस्वीर

नीचे दी गई तस्वीर, आउटलुक द्वारा 13 मई, 2017 को एक लेख में प्रकाशित की गई थी। यह तस्वीर, भारत के चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर आम आदमी पार्टी के समर्थकों द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन से संबंधित है। इसमें मांग की गई थी कि भविष्य के सभी चुनावों में वीवीपीएटी लगी हुई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जाना चाहिए।

दूसरी तस्वीर

यह तस्वीर 20 जनवरी, 2018 को एक ब्लॉग में प्रकाशित की गई थी। इस तस्वीर में प्रदर्शनकारियों के पीछे –“महात्मा गांधी नगर गृह”– गुजराती में लिखा हुआ एक बोर्ड देखा जा सकता है। लिखे हुए बोर्ड की गूगल सर्च करने से हमने पाया कि यह विरोध-प्रदर्शन वडोदरा में हुआ था।

इस विरोध-प्रदर्शन से संबंधित एक वीडियो भी हमें 20 दिसंबर 2017 को यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ मिला।

तीसरी तस्वीर

जैसा कि नीचे पोस्ट की गई तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, यह तस्वीर, मार्च, 2016 में यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान इस्तेमाल की गई ईवीएम मशीनों की जांच की मांग को लेकर एक प्रदर्शन की है।

हाल ही संपन्न हुए लोकसभा चुनावों के बाद, ईवीएम मशीनों के इस्तेमाल के खिलाफ देश में विरोध प्रदर्शन हुए, यह दिखाने के प्रयास में, ईवीएम के खिलाफ हुए प्रदर्शनों की पुरानी तस्वीरों को सोशल मीडिया में प्रसारित किया गया।

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About the Author

Jignesh is a writer and researcher at Alt News. He has a knack for visual investigation with a major interest in fact-checking videos and images. He has completed his Masters in Journalism from Gujarat University.