इंडिया TV के कथित ग्राफ़िक का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. तस्वीर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो बयान कोट किये गए हैं.

पहले कोट में लिखा है, “मैं जाटों के घर से लस्सी मांग कर लाता था.” स्क्रीनशॉट में नीचे की ओर दूसरा बयान दिख रहा है जिसके मुताबिक, “मैं 20 वर्ष जाटलैंड में रहा हूं.”

ये स्क्रीनशॉट ट्विटर पर अलग-अलग कैप्शन के साथ वायरल है. इसे भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव शेष नारायण ओझा ने शेयर किया है.

कॉमेडियन राजीव निगम और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी विजय शंकर सिंह ने भी ये तस्वीर ट्वीट की.

कथित स्क्रीनशॉट का ज़िक्र राजद नेता जयंत चौधरी ने अपने एक भाषण में भी किया था.

10 फ़रवरी से होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव से पहले ये स्क्रीनशॉट शेयर किया जा रहा है. पहला चरण इस चुनाव का सबसे महत्वपूर्ण चरण है क्योंकि उस दिन 58 सीटों पर मतदान होगा जो कि ‘जाट बेल्ट’ के रूप में जाना जाता है.

फ़ैक्ट-चेक

इस स्क्रीनशॉट को गौर से देखने पर पीएम मोदी की तस्वीर के ठीक ऊपर हमें एक टेक्स्ट दिखा. इसमें लिखा है “दिल्ली कैंट से Live”. इसे ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर की-वर्ड्स सर्च किया जिससे हमें द हिंदू की एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. इसमें पीएम मोदी ने वही कपड़े पहने हैं जो वायरल स्क्रीनशॉट में दिख रहा है.

रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी शुक्रवार, 28 जनवरी को दिल्ली छावनी में वार्षिक पीएम की राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की रैली को संबोधित कर रहे थे.

हमें यूट्यूब पर इस कार्यक्रम का एक वीडियो मिला. इसे प्रधानमंत्री की ऑफ़िशियल चैनल पर लाइव-स्ट्रीम किया गया था. पीएम ने इस लाइव वीडियो में 1 घंटे 1 मिनट 36 सेकेंड पर कार्यक्रम को संबोधित किया. और उनका भाषण लगभग 26 मिनट तक चला. हमने पूरा भाषण देखा. हमने पाया कि पीएम मोदी ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जो कि वायरल तस्वीर में कोट किया गया है.

हमने इंडिया TV न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर मौजूद इस भाषण का वीडियो भी देखा. क्रोनोलॉजी के हिसाब से, नीचे का कोट (“मैं 20 वर्ष जाटलैंड में रहा हूं”) पहले स्क्रीन पर दिखाई देना चाहिए और उसके बाद पीले रंग के बैकग्राउंड में लिखा कोट (“मैं जाटों के घर से लस्सी मांग कर लाता था”). लेकिन इनमें से कोई भी कोट इंडिया टीवी के प्रसारण के दौरान किसी भी समय नहीं दिखता. जब हमने वायरल तस्वीर की तुलना प्रसारण के दौरान दिखाई जाने वाले असली ग्राफ़िक से की तो हमने देखा कि ग्राफ़िक के फ़ॉन्ट मेल नहीं खा रहे हैं. वायरल तस्वीर का फ़ॉन्ट, असली ग्राफ़िक के फ़ॉन्ट से बिल्कुल अलग है. (टाइमस्टैम्प: 2 मिनट 45 सेकेंड)

इस तरह, सोशल मीडिया पर इंडिया TV के ग्राफ़िक का एडिट किया गया स्क्रीनशॉट शेयर किया गया जिसमें पीएम मोदी के झूठे बयान को कोट किया गया है.

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