एक बहुत बड़े दिखने वाले पक्षी का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है. चट्टान पर बैठे पंख फड़फड़ाते दिख रहे इस पक्षी के बारे में दावा किया जा रहा है कि ये पक्षी रामायण का चरित्र जटायु है. फ़ेसबुक यूज़र अजीत राठी ने ये वीडियो शेयर करते हुए इसे जटायु जैसा पक्षी बताया है. इस पोस्ट को 33 हज़ार से अधिक शेयर मिले हैं.
ट्विटर पर भी ये वीडियो शेयर किया गया है.
.रामायण में जिसका वर्णन है वही जटायू पक्षी का किसी को एक बार भी दर्शन नहीं होता।
यह जटायू पक्षी केरल के एक जंगल मे दिखाई दिया। कितना सुंदर पक्षी है ऑंखें भरकर देखो। दर्शन करें।
जय श्री राम 🙏
सौजन्य : Whatsapp pic.twitter.com/iczFNI5v4j
— Col Mayank Chaubey🇮🇳 (@a_proud_veteran) June 7, 2021
फ़ेसबुक पर 2019 में ये वीडियो पोस्ट किया गया था जहां जटायु को ‘जदायु’ (Jadayu) लिखा गया था.
रामायण की कथा के अनुसार, रावण द्वारा सीता के अपहरण का गवाह जटायु था जिसने रावण को रोकने की पूरी कोशिश की थी. रावण ने उसके पंख काट दिए थे. पौराणिक कथा के अनुसार, जटायु की मृत्यु दण्डकारण्य में हुई थी. वायरल मैसेज में अब ये दावा किया गया है कि जटायु को उसी स्थान पर देखा गया है जहां वो गिरा था. ये मेसेज मराठी में भी शेयर किया गया है.
यह कोंडोर पक्षी है
वीडियो में दिखाई दे रहा पक्षी कोंडोर है. कोंडोर, गिद्धों की दो प्रजातियों का एक सामान्य नाम है – एक तो एंडियन कोंडोर जो मुख्य रूप से दक्षिणी अमरीका की एंडीज़ पर्वत श्रृंखला में पाया जाता है और दूसरी प्रजाति केलिफ़ोर्निया कोंडोर, केलिफ़ोर्निया और एरिज़ोना और यूटा के कुछ हिस्सों में पायी जाती है. ये दोनों उड़ान भर सकने वाले सबसे बड़े पक्षी हैं, जिनमें एंडियन कोंडोर के 3.2 मीटर तक लम्बे पंख होते हैं.
2014 का वीडियो
सोशल मीडिया पर शेयर किया गया वीडियो पुराना है. ऑल्ट न्यूज़ ने वीडियो के की-फ़्रेम को रिवर्स इमेज सर्च किया और पाया कि ये वीडियो यूट्यूब पर अप्रैल 2014 में अपलोड किया गया था. इस वीडियो को आप नीचे देख सकते हैं.
इस कोंडोर का नाम सयानी है. सयानी को कैटामार्का, अर्जेंटीना में ज़हरीली हालत में पाया गया और उसका बचाव किया गया. बाद में उसे जंगल में छोड़ दिया गया. द डोडो की रिपोर्ट के मुताबिक, “स्थानीय पुलिस और अधिकारियों की मदद से, सयानी को एक साल से अधिक समय तक इलाज के लिए ब्यूनस आयर्स चिड़ियाघर भेजा गया था और अंत में, 16 महीने बाद हमने पता चला कि पक्षी फिर से जंगल में छोड़ने के लिए स्वस्थ हो गया है. 28 मार्च 2014 को, बचाव दल सयानी के साथ कैटामारका में एक पहाड़ी पर इक्कठा हुए और उसे छोड़ दिया गया.” कैटामारका उत्तर-पश्चिमी अर्जेंटीना में एक प्रांत है.
केरल के चदयामंगलम में जटायु का स्मारक
वायरल वीडियो के साथ किये जा रहे दावे के अनुसार ये वीडियो चदयामंगलम का है. असल में, केरल के चदयामंगलम में एक पहाड़ी पर जटायु की एक विशाल मूर्ति स्थापित की गयी है. माना जाता है कि दंडकारण्य में जिस स्थान पर जटायु गिरे थे, वो केरल में यही जगह है.
कुल मिलाकर, वायरल वीडियो में दिख रहा पक्षी जटायु नहीं है. ये वीडियो कोंडोर पक्षी का है जिसे बचाया गया था और बाद में 2014 में जंगल में छोड़ दिया गया था. इसी तरह एक इटालियन कलाकार की बनायी एक विशाल मूर्ति की तस्वीर को महाभारत के किरदार भीम के पुत्र घटोत्कच का कंकाल मिलने की ख़बर बताकर शेयर किया जाता रहा है.
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