महाराष्ट्र की राजनीति की ताज़ा खबरें ब्रेक करते हुए, ट्विटर परकट्टा न्यूज़ ने सोशल मीडिया में महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है। इसका ट्विटर हैंडल @katta_news, 18 नवंबर को बनाया गया है। दो दिन बाद, इस हैंडल ने अजीत पवार द्वारा एनसीपी छोड़ने और सरकार बनाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाने की खबर ब्रेक की थी।

तीन दिन बाद, देवेन्द्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के सीएम के और अजीत पवार उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। ट्विटर पर कई प्रमुख हस्तियों और पत्रकारों ने इस पोर्टल की महाराष्ट्र राजनीति पर रिपोर्टिंग की सराहना की थी।

24 नवंबर को, कट्टा न्यूज़ ने एक और स्टोरी ब्रेक की- “भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो ने अजीत पवार को, जो कथित रूप से 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले में शामिल थे, क्लीन चिट दे दी।” (अनुवाद ) पल भर में ही, मीडिया ने इस खबर पर चुटकी ली। ANI ने ट्वीट किया कि मामले सशर्त बंद कर दिए गए है और उन्हें फिर से भी खोला जा सकता था।

कौन चला रहा है कट्टा न्यूज़?

इस नवगठित प्लेटफॉर्म के पीछे के व्यक्ति मुंबई के पत्रकार सुधीर सूर्यवंशी हैं। वे अक्टूबर की शुरुआत तक DNA में, वित्तीय अवरोधों के कारण इसके प्रिंट संस्करण के बंद होने के पहले वहाँ पर काम कर रहे थे। ऑल्ट न्यूज़ से बातचीत में सूर्यवंशी ने कहा, “डीएनए बंद होने के बाद मेरे दिमाग में यह विचार आया था। प्रिंट का कोई भविष्य नहीं है। यह क्षेत्र धीरे-धीरे मर रहा है इसलिए मैंने फैसला किया कि मीडिया के रूप में प्रिंट जारी रखने के बजाय, हम अपना पोर्टल या वेबसाइट क्यों नहीं शुरू कर सकते?”(अनुवाद)

मराठी शब्द ‘कट्टा’ का अर्थ है शाम में या अवकाश के समय आम लोगों का इकट्ठा होना, जब वे पूरी दुनिया, अपने देश और गांव के खबरों की चर्चा करते हैं। कृषि, आवास और रीयल एस्टेट की रिपोर्टिंग के 15 वर्षों के अनुभवी कैरियर वाले पत्रकार सूर्यवंशी ने बताया, “मूल रूप से इसका मतलब एक जगह से जानकारी के निकलने से है। इसलिए मैंने सोचा कि पोर्टल के लिए सबसे अच्छा नाम ‘कट्टा’ होगा”(अनुवाद)। हालांकि, उनका डोमेन राजनीतिक है।

सूर्यवंशी ने महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा के अलगाव पर हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स में एक वैचारिक लेख लिखा था। उन्होंने डीएनए के मूल संगठन ज़ी न्यूज़ और मुंबई मिरर के लिए भी लिखा है। मुंबई मिरर में काम के दौरान उनके द्वारा ब्रेक की गई सबसे प्रमुख खबरों में से एक थी – 70 लाख रुपये – के भारी बिजली बिल की जो मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित आवास एंटीलिया में जाने के बाद पहले महीने में आया था।

सूर्यवंशी ने कहा, “ब्रेकिंग स्टोरी की कोई समस्या नहीं थी। समस्या थी मंच के कमी की। मैंने सबसे पहले Katta News को एक ब्लॉग के रूप में शुरू किया और अच्छी प्रतिक्रिया मिली। हालांकि, मुझे कई लोगों ने सलाह दी कि मुझे अपनी वेबसाइट शुरू करनी चाहिए। चूंकि एक वेबसाइट की स्थापना में समय लगता है, इसलिए जो जानकारी मैं अपने स्रोतों और संपर्कों के माध्यम से प्राप्त करने में सक्षम था, मैंने उन्हें ट्वीट करने का निर्णय लिया।” (अनुवाद) उन्होंने बताया, “कट्टा न्यूज़ ने सबसे पहले 20 नवंबर को बताया था कि अजीत पवार के एनसीपी से अलग होने की संभावना है। उस समय किसी को भी इस खबर पर विश्वास नहीं हुआ। कई एनसीपी नेताओं ने भी मुझे फोन किया और बताया कि यह गलत था, लेकिन मैं अपनी रिपोर्टिंग पर अड़ा रहा और यह सच निकला। मुझे अपने स्रोतों पर विश्वास है।” (अनुवाद)

कट्टा न्यूज़ वर्तमान में वन-मैन शो है, लेकिन सूर्यवंशी को उम्मीद है कि वह इस संगठन का महाराष्ट्र में विस्तार कर पाएंगे। उन्होंने कहा, “मकसद प्रमाणिक और विश्वसनीय जानकारी देना है क्योंकि आजकल मुख्यधारा मीडिया पर से लोगों का भरोसा उठ रहा है। ऐसे उदाहरण हैं जिसमें मुख्यधारा के मीडिया ने झूठी खबरों या अटकलों और अफवाहों को आगे बढ़ाया है”। (अनुवाद)

यह मानते हुए कि डिजिटल मीडिया ही भविष्य है, सुधीर सूर्यवंशी का इरादा महाराष्ट्र से संबंधित राजनीति, कृषि, रियल एस्टेट, आवास और सामाजिर-आर्थिक मुद्दों पर अपनी वेबसाइट को विकसित करना है।

[यह लेख कट्टा समाचार का संक्षिप्त विवरण है और इस पोर्टल या इसके संस्थापक का समर्थन नहीं है। यह लेख ऑल्ट न्यूज़ की ‘स्रोत सत्यापन’ श्रृंखला का हिस्सा है जिसमें हम कुछ ट्विटर हैंडलों, फेसबुक पेजों और समाचार वेबसाइटों के पीछे का चेहरा खोजने में अपने पाठकों की मदद करेंगे।]

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About the Author

Pooja Chaudhuri is a researcher and trainer at Bellingcat with a focus on human rights and conflict. She has a Master's in Data Journalism from Columbia University and previously worked at Alt News.