सोशल मीडिया में एक संदेश वायरल है जिसमें दावा किया गया है कि शरद पवार की बेटी बाल ठाकरे की बहन की बहू है। व्हाट्सएप्प पर प्रसारित संदेश के अनुसार, “बालासाहब ठाकरे की बहन सुधा बालचंद्र सुले सदानन्द सुले की माँ है, जो सुप्रिया सुले के पति है और सुप्रिया सुले शरद पवार की बेटी हैं, अब आप राजनीती को समझ पाएंगे।” (अनुवाद) सुप्रिया सुले, महाराष्ट्र के बारामती से नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी की सांसद है।

महाराष्ट्र में हाल ही में चल रही राजनितिक उथल-पुथल के बीच एनसीपी के पार्टी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया भी केंद्र में बनी रही थी। 28 नवंबर को शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के महा विकास अघाडी के महामंत्री के रूप में चुने जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है।

ट्विटर हैंडल @ugtunga ने भी समान दावा साझा किया है, “तो सुप्रिया सुले, शरद पवार की बेटी सदानन्द भालचंद्र सुले की पत्नी है, जो सुधा भालचंद्र सुले का बेटा है। सुधा भालचंद्र सुले बाल ठाकरे की बहन है। उफ़!!! ओह ये रिश्ते, मैं इसे कभी समझ नहीं पाऊँगा।” (अनुवाद) इस ट्वीट को करीब 1000 बार रिट्वीट किया जा चूका है।

मीडिया रिपोर्ट में भी समान दावा

एक अन्य ट्वीट में, इस हैंडल ने 30 जून, 2016 को प्रकाशित दैनिक भास्कर के एक लेख को पोस्ट किया था। लेख में बताया गया है कि सुप्रिया सुले के पति सदानंद सुले हैं और वह दिवंगत बाल ठाकरे के भतीजे हैं।

हाल ही में कुछ मीडिया संगठन, न्यूज़ 18, द लल्लनटॉप, एशियानेट न्यूज़ हिंदी – ने रिपोर्ट प्रकाशित कर दावा किया कि सदानन्द सुले सुप्रिया सुले के पति हैं और बाल ठाकरे के भतीजे भी हैं।

तथ्य जांच

सुप्रिया सुले की सास कौन है?

गूगल सर्च करने से, हमें यह पता चाला कि सुप्रिया सुले के पति सदानन्द सुले महिंद्रा और महिंद्रा के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर भालचंद्र आर. सुले के बेटे है। महिंद्रा की आधिकारिक वेबसाइट पर भालचंद्र के बारे में लिखे गए एक शोक संदेश में उनकी पत्नी का नाम ऐनी सुले बताया गया है।

जबकि, बाल ठकरे की बहन का नाम सुधा सुले है, लेकिन सुप्रिया सुले की सास का नाम ऐनी सुले है। इकनोमिक टाइम्स के कंपनी के परिचय पर से, श्रीमती ऐनी भालचंद सुले KLM Engineering Co Ltd की हालिया बोर्ड मेंबर और निर्देशक है।

हालांकि, भालचंद्र की पहली पत्नी शशि भट्ट है, जिनकी मृत्यु तब हो गयी थी जब सदानन्द दो साल के थे। भट्ट के नाम का ज़िक्र किताब ( Contemporary Political Leadership in India: Sharad Pawar) में किया है, जो एस.आर बक्शी, सीता राम शरण, एस गजरानी की मराठा को दी हुई एक विरासत है। “सदानन्द की माता उस वक़्त की सिंगल और डबल की उमदा बैडमिंटन प्लेयर थी। उनके पिता एम. डी. भट्ट, I.C.S. जैसे ही संयुक्त बॉम्बे राज्य के मुख्य सचिव बने, शशि की मृत्यु 1964 में ही कैंसर के कारण हो गयी थी।” (अनुवाद)

नवंबर 2012 में, सुप्रिया सुले ने बाल ठाकरे की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया और इसे परिवार के लिए निजी क्षति बताया। उन्होंने कहा, “हमारे तो फैमिली के संबंध थे। जबसे मैं पैदा हुई तबसे 40 साल से ठाकरे और पवार फ़ैमिली की बड़ी अच्छी दोस्ती थी। तो हमारे लिए तो सिर्फ महाराष्ट्र, देश के एक लीडर नहीं, पर्सनल लॉस हमारे फेमिली को हुआ है कि हमारे आइडियोलॉजिकल डिफरेंस जरूर होंगे, लेकिन मेरे फादर और बालासाहेब की दोस्ती बहुत ही सालों से आती रही है। इसलिए हमारे लिए तो एक बड़ा पर्सनल लॉस है।”

सुधा सुले, बाल ठाकरे की बड़ी बहन

हमें बाल ठाकरे की बहन संजीवन करंदीकर का 2013 में हुए एक साक्षात्कार का वीडियो मिला, न्यूज़ 18 लोकमत के साक्षात्कार वीडियो में 1:20 मिनट पर, उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि जब उनकी मृत्यु हो गई तब बालासाहब ने यह ही कहा था कि अब उनमें से सिर्फ दो ही बचे हैं। श्रीमती करंदीकर को तब बहुत दुःख हुआ, जब बालासाहेब की मृत्यु हुई तो उन्होंने खुद से कहा कि वह अब अकेली ही है। साक्षात्कार में, वह उनके अलावा, अपनी चार बड़ी बहने, दो बड़े भाइयों और एक छोटे भाई के बारे में बात करती है। इसलिए, उनकी बड़ी बहन सुधा सुले नहीं हैं।

इसके अतिरिक्त, ऑल्ट न्यूज़ ने धवल कुलकर्णी से भी संपर्क किया, जिन्होंने किताब – “The Cousins Thackeray: Uddhav, Raj and the Shadow of their Senas” लिखी थी। सोशल मीडिया में वायरल संदेश के दावे को ख़ारिज करते हुए उन्होंने कहा, “बालासाहेब की छह बहनें थी, जिनमें से पांच उनसे बड़ी थी। हालांकि प्रबोधंकर ठाकरे के दस बच्चे थे, जिनमें से केवल एक ही जीवित है और वह संजीवनी करंदीकर है, जिनकी उम्र 80 साल से ज़्यादा है। उनकी सबसे बड़ी बहन का नाम सुधा सुले था, लेकिन वे सुप्रिया की सास नहीं थीं। मैंने इसकी जांच परिवार के साथ भी की है।” (अनुवाद)

ऑल्ट न्यूज़ से हुई बातचीत के दौरान शिवसेना की नेता प्रियंका चतुर्वदी ने भी इस दावे को ख़ारिज कर विपक्ष का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि, “यह पूरी तरह से गलत और असत्य है। पिछले कुछ दिनों से, हम सब ने देखा है कि कैसे झूठी जानकारियों से शिवसेना पर निशाना साधा गया है, जो कि सीधे तौर पर हमारे विपक्ष की ओर इशारा करता है। वे एक महा विकास अघाड़ी के साथ आने से स्पष्ट रूप से गुस्से में है और उन्होंने लोकतंत्र और संविधान को तोड़ने का कार्य किया है।” (अनुवाद)

इस प्रकार, यह दावा कि एनसीपी नेता सुप्रिया सुले की सास बाला साहेब ठाकरे की बहन है, यह गलत साबित होता है। सुप्रिया सुले की सास का नाम एनी सुले है ना की सुधा सुले, जैसा कि सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है।

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