3 करोड़ से भी ज्यादा की फॉलोअर्स वाले एक लोकप्रिय फेसबुक पेज लाफिंग कलर्स (Laughing Colours) ने हाल ही एक तस्वीर पोस्ट की थी। तस्वीर में जबरदस्त भीड़ दिखलाई दे रही थी और इसके साथ का कैप्शन कहता है — “पश्चिम बंगाल में मोदी का सर्जिकल स्ट्राइक”। फरवरी 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्य में राजनीतिक रैलीयां इस पोस्ट का संदर्भ था। पोस्ट को बाद में डिलीट कर दिया गया।

उपरोक्त पोस्ट 4,700 से ज्यादा बार शेयर किया गया। इस पोस्ट में दिख रही तस्वीर पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी की रैली की नहीं है। इसे मार्च, 2018 में अमरीका में लिया गया था, जब, पार्कलैंड, फ्लोरिडा में फरवरी, 2018 में एक स्कूल में गोलीबारी के बाद, बंदूकों पर नियंत्रण के पक्ष में जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किए गए थे। इस आंदोलन को ‘March for our lives‘ नाम दिया गया था।

यह लाफिंग कलर्स द्वारा शेयर की गई कोई पहली गलत सूचना नहीं है। विज्ञापन/ विपणन और मनोरंजन पेज होने का दावा करने वाला यह पेज दिखता तो सौम्य है, मगर इसकी सामग्री को करीब से देखने पर पता चलता है कि यह प्रायः धोखे से भरा रहता है। अक्सर ही राष्ट्रवाद जैसे भावात्मक विषय चुने जाते हैं, और अधिकाधिक क्लिक और राजस्व जुटाने की प्रक्रिया में, झूठी तस्वीरें और पोस्ट नियमित रूप से शेयर किए जाते हैं।

अफवाहों का भंडाफोड़ करने वाली वेबसाइट ‘SMHoaxSlayer‘ ने लाफिंग कलर्स और उसे देखने वालों की संख्या (viewership) बढ़ाने की उनकी अंधाधुंध कोशिशों को कई अवसरों पर उजागर किया है।

1. यूक्रेन के सैनिकों को सियाचिन में भारतीय सेना के जवानों के रूप में दिखलाया

बहुत सारे अवसरों पर लाफिंग कलर्स ने इस तस्वीर को अपने पेज पर — ‘सियाचिन ग्लेशियर के -50*से. में रात्रि पड़ाव। भारतीय सेना को सम्मान और सैल्यूट’ — इस कैप्शन के साथ अपलोड किया था। जबकि यह तस्वीर भारतीय सैनिकों की नहीं है। कुछ स्रोतों के अनुसार यह तस्वीर कुर्दिश सैनिकों की है। कुछ दूसरी वेबसाइटों ने इसका उल्लेख यूक्रेनी के रूप में किया है। किसी भी मामले में, यह स्पष्ट रूप से सियाचिन की तस्वीर नहीं है।

2. जापान की घाटी को कैलाश मानसरोवर मार्ग के रूप में प्रस्तुत किया

लाफिंग कलर्स ने यह तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की थी कि यह नाथूला दर्रे से गुजरने वाले कैलाश मानसरोवर मार्ग की है। यह तस्वीर तोयोमा, जापान में युकी-नो-ओटानी केन्यॉन की है।

3. होंडा के सीईओ बताए गए जापान के मंत्री

लाफिंग कलर्स ने यह कहते हुए, कि ये जापान के ऊर्जा मंत्री हैं जो जापान के एक गांव में 20-मिनट के लिए बिजली जाने पर प्रायश्चित में झुके हैं, यह तस्वीर अपलोड की। यह बाद में उजागर हुआ कि सवालिया तस्वीर वास्तव में होंडा मोटर कॉर्पोरेशन के नए अध्यक्ष और सीईओ की, जुलाई 2015 में उनके कार्यभार संभालने के बाद उनके पहले प्रेस कांफ्रेंस संबोधन की थी।

4. तृणमूल कांग्रेस की रैली में एक बूढ़े व्यक्ति को मोदी समर्थक बताया

लाफिंग कलर्स ने एक बूढ़े आदमी की यह तस्वीर इस दावे के साथ अपलोड की कि इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के लिए यूपी में चार एकड़ जमीन दान कर दी थी। इसमें उस किसान को यह कहते हुए उद्धृत किया गया, “मैं मोदी का बड़ा फैन हूँ क्योंकि वे ईमानदार नेता हैं और भ्रष्टाचार से लड़ रहे हैं”। यह पोस्ट 10,000 से ज्यादा बार शेयर किया गया था। छानबीन में यह सामने आया कि यह खबर सच है कि एक किसान ने मोदी की रैली के लिए जमीन दान की थी, मगर यह तस्वीर उस किसान की नहीं थी, और इसे वास्तव में 2015 में तृणमूल कांग्रेस की रैली में लिया गया था।

5. 2000 रुपये के नोटों से सजी कार की फोटोशॉप की हुई तस्वीर

इस पेज ने मुंबई में वेलेंटाइन डे पर 2000 रुपये के नोटों से सजी हुई दिखती इस कार की तस्वीर को अपलोड किया। इसे मुख्यधारा के कई मीडिया संगठनों द्वारा भी लिया गया। यह तस्वीर फोटोशॉप की हुई निकली।

6. घायल अमरीकी नौसैनिक को सियाचिन में भारतीय सेना का जवान बताया

लाफिंग कलर्स ने इस घायल सैनिक की तस्वीर का इस्तेमाल किया। इसने दावा किया कि इस सैनिक के पांव सियाचिन की बर्फ में बुरी तरह जख्मी हो गए, तब भी उसके चेहरे पर मुस्कुराहट है। लेकिन वह तस्वीर एक अमेरीकी नौसैनिक की थी जिसने जुलाई 2016 में अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया था।

7. भारतीय सड़कों को कनाडा की सड़कें बतलाया

2016 में, लाफिंग कलर्स ने इस फोटो को यह दावा करते हुए अपलोड किया कि यह कनाडा की तस्वीर है। विवरण के अनुसार, इस तस्वीर में गाड़ियों को धीमा करने के लिए सड़कों पर स्टीकर इस्तेमाल किए जाते थे। मजाक उड़ाने के लिए भारत की गड्ढों वाली सड़क की तस्वीर इसके साथ रखकर तुलना की गई थी। करीबी पड़ताल से पता चला कि वह तस्वीर कनाडा की नहीं, बल्कि भारत की ही थी और यह गाड़ियों के लिए सस्पेंशन बनाने वाली कंपनी ‘पायनियर सस्पेंशन‘ के प्रचार का हिस्सा थी। इस पोस्ट में बिना कारण भारतीय सड़कों का मजाक उड़ाया गया।

 

8. चीन के रेगिस्तान की तस्वीर को सहारा का रेगिस्तान बतलाया

लाफिंग कलर्स ने इस पोस्ट में दावा किया कि ये तस्वीरें सहारा के रेगिस्तान की हैं। हालांकि, चार में से तीन तस्वीरें वास्तव में सहारा की थीं, लेकिन उन तस्वीरों में से एक चीन के ताकला माकन रेगिस्तान की थी।

9. दुनिया के सबसे छोटे कैमरे पर झूठा पोस्ट

लाफिंग कलर्स के एक पोस्ट में कहा गया यह निकॉन का दुनिया का सबसे छोटा कैमरा है। उम्मीद के अनुरूप यह झूठ निकला क्योंकि यह तस्वीर एक प्रतियोगिता के लिए कलाकार रोबर्ट पी (Robert Pe) की प्रविष्टि थी।

अधिकाधिक क्लिक और राजस्व बनाने के लिए, राष्ट्रवाद और धर्म के भावनात्मक विषयों पर पोस्ट करके, लाफ़िंग कलर्स अपने दर्शकों की भावनाओं से खिलवाड़ करता रहा है। नकली जानकारी पोस्ट करके और संदर्भ से बाहर की तस्वीरें लेकर यह पेज अपने दर्शकों को गुमराह करता रहा है। कई बार उजागर होने के बावजूद, लाफिंग कलर्स द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाना जारी है।

 

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About the Author

Arjun Sidharth is a writer with Alt News. He has previously worked in the television news industry, where he managed news bulletins and breaking news scenarios, apart from scripting numerous prime time television stories. He has also been actively involved with various freelance projects. Sidharth has studied economics, political science, international relations and journalism. He has a keen interest in books, movies, music, sports, politics, foreign policy, history and economics. His hobbies include reading, watching movies and indoor gaming.