ट्रिगर चेतावनी: आर्टिकल में शामिल विज़ुअल्स में हिंसा है.

सोशल मीडिया पर तमिलनाडु में बिहार के प्रवासियों पर हमले किए जाने के कई दावे शेयर किए जा रहे हैं. ऐसे ही एक इंस्टैंस में खून से लथपथ एक व्यक्ति का वीडियो वायरल है. दावा किया जा रहा है कि ये तमिलनाडु में बिहार के एक प्रवासी मजदूर पर हमला किए जाने की घटना का वीडियो है. वीडियो में ये शख्स सांस लेने के लिए ज़ोर से हांफता है. इस वीडियो में हिंसा शामिल होने के कारण ऑल्ट न्यूज़ ने सिर्फ वीडियो के स्क्रीनशॉट्स आर्टिकल में एड किए हैं. दिल्ली में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की महरौली इकाई के आईटी प्रमुख अभिषेक मिश्रा ने इस वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया है. (आर्काइव)

दैनिक भास्कर ने तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का बताकर वीडियोज़ का एक कंपाइलेशन पोस्ट किया है. वायरल क्लिप भी इस कंपाइलेशन में पहले कुछ सेकंड्स में दिखती है. वहीं इसी वीडियो में वायरल वीडियो का एक क्लिप 19 सेकेंड पर भी दिखता है.

फ़ैक्ट-चेक

गौर करने वाली बात ये है कि वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में कन्नड़ भाषा के कुछ शब्द सुनाई दे रहे हैं. लोग कन्नड़ में “ये किसने किया?”, “किसी ने चाकू मार दिया है” और “प्लीज एम्बुलेंस को कॉल करें” कह रहे हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, हमने कर्नाटक में इस तरह की घटनाओं से संबंधित की-वर्ड्स सर्च किया. और हमें 17 फ़रवरी को डोड्डाबेलवांगला में हुए दोहरे हत्याकांड के बारे कई रिपोर्ट्स मिलीं.

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, बेंगलुरु से 54 कि०मी० उत्तर-पश्चिम में डोड्डाबेलवांगला में एक खेल टूर्नामेंट में दो स्थानीय व्यक्ति, भरत कुमार (23 साल) और प्रतीक (17 साल) की हत्या कर दी गई थी. प्रतीक पर एक खंजर से वार किया गया था जो उसके निजी अंगों में फंस गया. जबकि भरत कुमार को पेट के निचले हिस्से में चाकू मारा गया था. पुलिस के मुताबिक, दोनों का विवाद से कोई लेना-देना नहीं है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों पीड़ित स्टूडेंट थे और कर्नाटक के डोड्डाबेलवांगला के रहने वाले थे.

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अखबार को दिए गए बेंगलुरु ज़िले के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालदंडी के एक बयान के मुताबिक़, चार लोग मैदान में उतरे और मैदान के अंदर अपनी कार खड़ी करने की कोशिश की. लेकिन खिलाड़ियों और आयोजकों ने इस पर आपत्ति जताई. इसके बाद कहासुनी हुई और भीड़ ने कार के शीशे तोड़ दिए.

चारों थाने गए, लेकिन शिकायत नहीं की. टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वालों ने उनकी कार को फिर रोका और तोड़फोड़ की. भागते समय, वो भरत कुमार और प्रतीक के पास भागे जिन्होंने आयोजकों द्वारा दी गई टी-शर्ट पहनी थी. उन्होंने दोनों को चाकू मार दिया. हालांकि ये दोनों उस भीड़ का हिस्सा नहीं थे जिसने कार तोड़ी थी.

हत्या के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया और गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. नतीजतन, 19 फ़रवरी, 2023 की द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, डोड्डाबेलवांगला पुलिस ने दोहरे हत्याकांड के दो आरोपियों को शहर के बाहरी इलाके से पकड़ लिया और उन्हें गोली मार दी. आरोपी विनय (30 साल) और त्रिमूर्ति (27 साल) डोड्डाबल्लापुर में एक रेलवे क्रॉसिंग के पास इंतजार कर रहे थे. जब पुलिस ने दोनों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा, तो उन्होंने कथित तौर पर कांस्टेबल हुसैन और सुनील पर हमला कर दिया. पुलिस ने कहा कि जवाबी कार्रवाई में इंस्पेक्टर हरीश ने उनके पैरों में गोली चला दी.

न्यूज़18 कन्नड़ ने भी भरत और प्रतीक के दोहरे हत्याकांड में पुलिस और दो आरोपियों के बीच हुई झड़प पर रिपोर्ट की थी. वायरल वीडियो को न्यूज़ एंकर के के मोनोलॉग के दौरान बैकग्राउंड में चलते हुए देखा जा सकता है. इस वीडियो को असली रिपोर्टिंग के दौरान फिर से चलाया जाता है.

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ऑल्ट न्यूज़ ने बेंगलुरु ज़िला (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालदंडी से संपर्क किया जिन्होंने बताया कि वीडियो को बैंगलोर ग्रामीण ज़िले के डोड्डाबेलवांगला में लिया गया था. उन्होंने आगे कहा कि हत्या का मामला दर्ज़ किया गया था और 14 स्थानीय लोगों को गिरफ़्तार भी किया गया था.

कुल मिलाकर, ये साफ़ है कि खून से लथपथ एक व्यक्ति का असंबंधित वीडियो इस झूठे दावे के साथ शेयर किया गया कि ये तमिलनाडु में एक बिहारी मजदूर पर हमले की घटना का है. दरअसल, वीडियो कर्नाटक के डोड्डाबेलवांगला में हुए दोहरे हत्याकांड की घटना के बाद का है.

हाल के दिनों में ऑल्ट न्यूज़ ने ऐसे कई वीडियोज़ की जांच की है जिसमें तमिलनाडु में उत्तर भारतीय प्रवासियों पर “हमला” होने के दावे के साथ शेयर किया गया था. हमारी फ़ैक्ट-चेक रिपोर्ट आप यहां और यहां पढ़ हैं.

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About the Author

Student of Economics at Presidency University. Interested in misinformation.