दो साल पहले यूट्यूब चैनल स्कूप व्हूप के एक वीडियो में विश्व हिन्दू परिषद की एक रैली दिखाई गयी थी और ये वीडियो काफ़ी वायरल हुआ था. इस वीडियो में एक व्यक्ति को कहते हुए सुना जा सकता है, “पहले मंदिर चाहिए, सड़क नहीं चाहिए, रोटी नहीं चाहिए, मंदिर चाहिए.”

अब इसी व्यक्ति की मौत की ख़बर वायरल है और कहा जा रहा है कि कोविड होने के बाद बेड नहीं मिला और शख्स की मौत हो गयी. कई लोगों ने कहा कि इस शख्स की मौत लखनऊ में हुई. यूज़र @anilpricha का ट्वीट आर्टिकल लिखे जाने तक 900 से ज़्यादा बार रीट्वीट किया जा चुका है. (आर्काइव लिंक)

यूज़र @Iamarfat9 का ट्वीट भी 200 से ज़्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं. (आर्काइव लिंक)

फ़ेसबुक यूज़र्स भी यही दावा कर रहे हैं.

इनको तो पहचानते होंगे।ये भी अंडभक्त था @निकम्मा_PM का।
आंखे फाड़ के कहता था हमें अस्पताल नही चाहिये ऑक्सीजन ना मिलने से लखनऊ में मौत हो गई।

Posted by Veer Pratap Singh on Monday, May 17, 2021

ये दावा पंजाबी कलाकार गुरचेत चित्रकार ने भी शेयर किया.

इस भक्त को पहचानो
ये कहता था, हमें अस्पताल नही चाहिये मंदिर चाहिये। ऑक्सीजन ना मिलने से लखनऊ में मौत हो गई।😔
ईश्वर इसकी आत्म को शांति दे।🙏

Posted by Gurchet Chitarkar on Monday, May 17, 2021

फेसबुक रिजल्ट्स के स्क्रीनशॉट से अंदाज़ा लगा सकते हैं कि इस व्यक्ति की मौत की ख़बर कितनी वायरल है.

फ़र्ज़ी ख़बर: शख्स ने खुद बताया मैं ज़िंदा हूं

जिस शख्स की मौत की ख़बर वायरल की जा रही है वो असल में ज़िन्दा और सही सलामत है. वायरल हो रहे शख्स दिल्ली के रहने वाले जीतेन्द्र गुप्ता हैं. बूमलाइव और आजतक ने भी इस वायरल दावे का फ़ैक्ट-चेक किया था.

जीतेन्द्र गुप्ता की मौत की ख़बर वायरल होने पर दिल्ली से एक भाजपा नेता रविंदर सिंह नेगी ने इस ख़बर को फ़र्ज़ी बताते हुए एक पोस्ट लिखा. उन्होंने लिखा, “ये मेरे परम मित्र जीतू गुप्ता जी जो पटपड़गंज विधानसभा दिल्ली में एक समाज सेवी है जो बिल्कुल स्वस्थ और ठीक किसी प्रकार कि कोई बीमारी नही है ये अपने घर पर है.” उन्होंने ये भी कहा कि ये झूठ फ़ैलाने वाले के खिलाफ़ मामला दर्ज कराया जायेगा.

शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगों को जो हिंदू धर्म को बदनाम करने के लिए जिंदा आदमी को मार देते है । ये मेरे परम मित्र जीतू गुप्ता…

Posted by Ravinder Singh Negi on Monday, May 17, 2021

ऑल्ट न्यूज़ ने जीतेंद्र गुप्ता से संपर्क किया और उन्होंने हमें बताया, “न मैं कभी लखनऊ गया हूं और न ही मुझे कोरोना हुआ है. मुझे नहीं पता ये सब कोई क्यों फैला रहा है. मैंने इसे शेयर करने वालों के खिलाफ़ FIR दर्ज करवा दिया है और साइबर सेल इसके खिलाफ़ एक्शन लेगा.”

यानी जो शख्स सही सलामत है, सोशल मीडिया यूज़र्स ने उसकी मौत की ग़लत ख़बर फैला दी.


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