देवांग दवे ने एक ट्वीट में बताया कि मुंबई ऐंटी टेरर स्क्वाड (ATS) ने अबू ताहिर नाम के शख्स समेत दो लोगों को अवैध रूप से 7 किलो यूरेनियम रखने के जुर्म में गिरफ़्तार किया है. देवांग भाजपा युवा मार्चा के राष्ट्रीय संयोजक और ‘आई सपोर्ट नरेंद्र मोदी’ के संस्थापक हैं.
भाजपा समर्थक और अधिवक्ता प्रशांत पटेल उमराव ने भी एक ट्वीट में कहा कि महाराष्ट्र के ऐंटी टेरर स्क्वाड (ATS) को दो लोगों के पास से अवैध यूरेनियम मिला है. उनके मुताबिक ये दोनों लोग मुस्लिम समुदाय से आते हैं. ट्वीट में दोनों आरोपियों का नाम भी बताया- अबु ताहिर अफ़ज़ल हुसैन और मोहम्मद जिगर.
न्यूज़ नेशन के कंसल्टिंग एडिटर दीपक चौरसिया ने एक आरोपी का नाम अबू ताहिर अफज़ल हुसैन बताया और दूसरे का जिगर. अरुण पुदुर ने भी कुछ ऐसा ही ट्वीट किया और दूसरे आरोपी काम ‘जागीर’ लिखा.
एक ट्विटर हैंडल @MeghUpdates ने भी दो आरोपी बताते हुए सिर्फ़ एक का नाम लिखा. शायद बहुत जल्दी में थे इसलिए ‘Possession’ को भी ‘Prosession’ लिख दिया.
इसके बाद एक यूज़र @PNRai1 ने दीपक चौरसिया के ट्वीट को कोट-ट्वीट करते हुए लिखा, “यूरेनियम जिहाद. जाहिर है इसका इस्तेमाल नेक काम के लिए तो होगा नहीं. अच्छा हुआ महाराष्ट्र में पकड़ा गया वरना लिब्रांडू और कांग्रेसियों द्वारा इसे हिंदुओं द्वारा मुसलमानों पर अत्याचार घोषित कर दिया जाता.”
एक फ़ेसबुक यूज़र सुनील कुमार पांडे ने भी पोस्ट में कहा कि इस मामले में तीन लोगों की गिरफ़्तारी हुई है और तीनों के नाम मुस्लिम समुदाय से जुड़े हुए बताये. कुछ अन्य यूज़र्स भी मिलता जुलता पोस्ट कर रहे हैं (पहला और दूसरा पोस्ट).
नाम और समुदाय दोनों के बारे भ्रामकता फैलाई
दरअसल, महाराष्ट्र में 6 मई को ATS अधिकारियों ने 7 किलो अवैध यूरेनियम रखने के जुर्म में दो लोगों को गिरफ़्तार किये जाने की सूचना दी. इस 7 किलो यूरेनियम की कीमत 21 करोड़ रुपये से ज़्यादा बतायी जा रही है. बता दें कि यूरेनियम बेहद संवेदनशील और रेडियोऐक्टिव पदार्थ है जो ग़लत हाथों में पड़ने या थोड़ी-सी असावधानी बरतने से जानलेवा साबित हो सकता है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 फ़रवरी को अधिकारियों को जिगर पंड्या नाम के शख्स के बारे में टिप मिली थी कि वो यूरेनियम के टुकड़े बेचने की कोशिश कर रहा है. पुलिस ने उसी दिन जिगर को गिरफ़्तार किया. उसके बाद जांच में पता चला कि जिगर को ये यूरेनियम मानखुर्द के निवासी अबू ताहिर ने दिया था और पुलिस ने फ़ौरन अबू ताहिर के यहां छापा मारकर उसे गिरफ़्तार किया.
इस मामले में द वायर ने रिपोर्ट करते हुए दूसरे आरोपी अबू ताहिर का नाम लिखा है- अबू ताहिर अफज़ल हुसैन चौधरी. वहीं न्यूज़ 18 ने अबू का नाम अबू ताहिर हुसैन चौधरी लिखा है.
और यही भ्रामकता का कारण बना. अलग-अलग आउटलेट्स ने अबू ताहिर का नाम अपने-अपने तरीके से लिखा और लोगों ने दो आरोपी को तीन बना दिया.
ट्विटर हैंडल @MeghUpdates ने जिगर पंड्या का नाम ही नहीं लिखा. अधूरी जानकारी वाले इन ट्वीट्स से लोगों को लगा कि गिरफ़्तार किये गये लोग मुस्लिम समुदाय से आते हैं. कई लोगों ने साम्प्रदायिक ऐंगल के साथ भ्रामक पोस्ट्स किये.
कुल मिलाकर, महाराष्ट्र में जिन दो आरोपियों को ATS ने अवैध यूरेनियम मामले में गिरफ्तार किया है, उनमें से एक आरोपी हिन्दू और एक मुस्लिम समुदाय से आता है.
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